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राहुल गांधी के समर्थक हैं तो पाकिस्तानी जेल में मिलेगी छूट

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पाकिस्तान की जेल में एक साल से बंद असम का मछुआरा सिमांता सैकिया गुरुवार शाम जब अपने गांव मेरापानी लौटा तो उसने एक चौंकाने वाला खुलासा किया। सिमांता सैकिया ने बताया कि वह पाकिस्तान की जेल से यह कहकर खुद को बचा पाया कि वह राहुल गांधी का समर्थक है। टाइम8 की खबर के अनुसार सिमांता ने यह भी खुलासा किया कि पाकिस्तान की जेल में बंद लोगों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थक होने पर प्रताड़ना दी जाती है।

राहुल गांधी के समर्थकों को नहीं दी जाती यातनाएं

सिमांता सैकिया ने बताया कि हमारे पकड़े जाने के बाद पाकिस्तान के अधिकारियों ने जानना चाहा कि हम मोदी के आदमी हैं या फिर राहुल गांधी के।

मोदी के आदमी होने से उनका मतलब था कि क्या हम गुजरात से हैं, जिन्होंने कहा कि वह मोदी के आदमी हैं, उन्हें बहुत पीटा गया। मैंने बताया कि मैं मोदी का आदमी नहीं हूं तो उन लोगों ने मुझे नहीं मारा।

अरब सागर से पकड़कर जेल भेज दिया गया

सिमांता ने बताया कि जिस नाव में वह और अन्य छह मछुआरे थे उसने पाकिस्तान की जलसीमा को पार किया था। इसके बाद 28 अक्टूबर 2018 को उन्हें अरब सागर से पकड़ कर जेल भेज दिया गया था। सिमांता ने बताया कि समुद्री सुरक्षा एजेंसी द्वारा गिरफ्तार मछुआरों को जिला जेल मालिर में रखा गया था।

उनकी रिहाई के बाद उन्हें ईदी फाउंडेशन को सौंप दिया गया। भारतीय मछुआरों ने छावनी स्टेशन से लाहौर लाया गया और उन्हें वाघा बार्डर पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया। सिमांता को करीब एक साल से ज्यादा का समय पाकिस्तान की जेल में काटना पड़ा।

कठिन काम के बाद भी नहीं मिलता था भरपेट खाना

सिमांता सैकिया ने पूरी बात कहते हुए बताया कि उससे बहुत ही कठिन काम करवाए जाते थे और खाने के नाम पर उन्हें इतना भोजन दिया जाता था जिससे भूख मिटा पाना भी मुश्किल होता था। उन्होंने ये भी बताया कि अगर कोई विरोध करता तो उसे वहां मौजूद गार्ड बुरी तरह पीटते थे।

कई और ऐसी घटनाएं हैं, जिनसे साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी की मानसिकता राष्ट्रविरोधी रही है और पाकिस्तान जिसका समर्थन भी करता रहा है –

देश विरोधी बयान देने में सबसे आगे मणिशंकर अय्यर

नवंबर 2015 : मणिशंकर अय्यर ने 2015 में पाकिस्तान के ‘दुनिया टीवी’ को एक इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान को भारत से बाइलेट्रल टॉक करनी है तो उसे पहले नरेंद्र मोदी सरकार को हटाना होगा और हमें (कांग्रेस को) लाना होगा। मोदी को हटाए बिना पाकिस्तान से बाइलेट्रल टॉक मुमकिन नहीं है।

12 फरवरी 2018 : मणिशंकर अय्यर ने विवादित बयान देते हुए कहा था, मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं, क्योंकि मैं हिन्दुस्तान से प्यार करता हूं।

07 मई 2018 : पाकिस्तान के दौरे पर गए मणिशंकर अय्यर ने लाहौर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था- मौजूदा समय में भारत की स्थिति वीभत्स है। 1923 में एक व्यक्ति वीडी सावरकर ने ‘हिंदुत्व’ शब्द का आविष्कार किया था, जिसका किसी धार्मिक ग्रंथों से संबंध नहीं है। इसलिए भारत में जो अभी सत्ता में हैं उनके वैचारिक गुरु दो राष्ट्र के सिद्धांत का सबसे पहले प्रस्तावक थे। टू नेशन थ्योरी का फॉर्मूला देने वाले सावरकर वर्तमान सरकार में बैठे लोगों के वैचारिक गुरु हैं।’

11 अगस्‍त 2018 : मणिशंकर अय्यर ने गुजरात के 2002 दंगों को लेकर पीएम मोदी पर सीधा निशाना साधा था. अय्यर ने कहा था, ‘उन्होंने 2014 से पहले नहीं सोचा था कि मुसलमानों को पिल्ला समझने वाला एक मुख्यमंत्री भारत का प्रधानमंत्री बन सकता है।’

14 मई 2019 : 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को ‘नीच आदमी’ कहने वाले मणिशंकर अय्यर ने एक अंग्रेजी वेबसाइट के लिए लिखे लेख में लिखा- मैंने 2017 में मोदी को जो कहा था क्या वह बिल्कुल सही भविष्यवाणी नहीं थी?

15 मई 2019 : मणिशंकर अय्यर ने अपना आपा खोते हुए एक पत्रकार को कहा था कि मैं तुम्‍हें मार दूंगा। पत्रकार ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर सवाल पूछे थे, जिस पर मणिशंकर अय्यर नाराज हो गए।

5 अगस्‍त 2019: मणिशंकर अय्यर ने अनुच्‍छेद 370 को हटाने पर नाराजगी जताते हुए कहा था, ‘इस सरकार ने भारत के खिलाफ जिन्ना के सपने को पूरा कर दिया है। भारत के लिए जिन्ना जो चाहता था, आज आर्टिकल 370 हटने के बाद से वही होगा।’

12 अगस्‍त 2019 : मणिशंकर अय्यर ने कहा था, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को फिलिस्तीन बना दिया है। मोदी-शाह ने अपने गुरु बेंजामिन नेतन्याहू और मेनकेम बेग से काफी कुछ सीखा है। उन्होंने सीखा है कि कैसे कश्मीरियों की स्वतंत्रता, गरिमा और आत्मसम्मान को रौंदना है जैसे फिलिस्तीन में इजरायल ने रौंदा।’

पुलवामा और मुंबई हमले पर किया पाकिस्तान का बचाव
कांग्रेसी और उसके सहयोगी नेता आतंकियों और संदिग्ध संगठनों से साठगांठ और सहानुभूति रखने के लिए हमेशा से ही चर्चित रहे हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद राहुल गांधी के करीबी और इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने बालाकोट हवाई हमले पर सवाल खड़े कर दिए। पित्रोदा ने पुलवामा हमले के साथ मुंबई हमले पर पाकिस्तान का बचाव करते हुए कहा कि इसके लिए आप पूरे देश को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं।

राहुल ने आतंकी सरगना मसूद अजहर को कहा ‘जी’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा अटैक की जिम्मेदारी लेने वाले पाक समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आदर के साथ जी कहकर संबोधित किया। दिल्ली में कांग्रेस के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में राहुल गांधी ने आतंकी सरगना अजहर को जी कहकर संबोधित किया। इससे पहले कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कह चुके हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी जैश ए मोहम्मद के एरिया कमांडर अफजल गुरु को जी कह कर संबोधित किया था।

राहुल गांधी का देशद्रोही बयान!, कहा भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान पर आक्रमण किया
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उड़ीसा की एक जनसभा में ऐसा बयान दिया, जिसे देशद्रोह की श्रेणी में ही रखा जा सकता है। उड़ीसा के कारोपुट में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पिछले दिनों भारत की वायुसेना ने पाकिस्तान पर आक्रमण किया था और इसमें हमारे लोग शहीद हुए थे। राहुल गांधी के बयान से साफ है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह साबित करने पर तुले हुए हैं कि भारत की सरकार ने पाकिस्तान पर हमला किया था और वो अनुचित था। कांग्रेस के नेता बी के हरिप्रसाद तो यहां तक कह चुके हैं कि पुलवामा आतंकी अटैक पीएम मोदी और पाक पीएम इमरान की सांठगांठ का नतीजा था। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा अटैक को दुर्घटना करार दिया था और सरकार से बालाकोट हमले के सुबूत मांगे थे।

पाकिस्तान से अय्यर ने कहा – हमें ले आइए, मोदी को हटाइए 
साल 2014 पहली बार मोदी सरकार बनने के कुछ ही महीने बाद कांग्रेस के सबसे बड़े नेताओं में एक मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान जाकर पीएम मोदी को हटाने के लिए उसकी मदद मांगी थी। एक पाकिस्तानी चैनल के सामने उन्होंने इसके लिए लगभग पाकिस्तानी शासकों से गुहार तक लगाई थी।   

पूर्व पीएम मनमोहन ने पाकिस्तान उच्चायुक्त से की गुप्त मंत्रणा 
कांग्रेसा नेता मणिशंकर अय्यर ने जिस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘नीच आदमी’ कहा। उसके एक दिन पहले मणिशंकर अय्यर के घर पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पाकिस्तान उच्चायुक्त के हाई कमिश्नर ने हाई लेवल की गुप्त बैठकें कीं। इस गुप्त मंत्रणा के अगले ही दिन मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को गाली दे दी। इस पूरे वाकये में मनमोहन सिंह ने प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा दीं। 

सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध 
28-29 सितंबर, 2016 की रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सेना द्वारा किया गया सर्जिकल स्ट्राइक देश के लिए गौरव का विषय था, लेकिन देशद्रोह पर उतर आई कांग्रेसी नेताओं ने इस पर भी सवाल खड़े कर दिए।कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना और प्रधानमंत्री पर सवाल खड़े करते हैं प्रधानमंत्री मोदी पर ‘खून की दलाली’ करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे। दिग्विजय सिंह ने भी सेना की इस घोषणा पर सवाल खड़े किए। संजय निरूपम ने तो भारतीय सेना की पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर में सर्जिकल स्‍ट्राइक की कार्रवाई को फर्जी बता दिया था। 

डोकलाम मामले पर सरकार के स्टैंड का विरोध 
भारत-चीन के बीच 73 दिनों तक सिक्किम से सटे डोकलाम क्षेत्र जबरदस्त तनातनी का माहौल रहा। इस कूटनीतिक और सैन्य तनाव पर दुनिया भर की नजरें गड़ी थीं। ऐसे में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी चोरी-छिपे भारत में मौजूद चीन के राजदूत लिओ झाओहुई से मिलने पहुंच गए। राहुल गांधी ने भारत की सेना या प्रधानमंत्री पर विश्वास करने की जगह चीनी राजदूत पर भरोसा किया। 

राष्ट्रगान का विरोध 
पिछले साल आजादी के 70वीं वर्षगांठ में जब यूपी सरकार ने सरकार से अनुदानित सभी संस्थाओं में राष्ट्रगान को अनिवार्य किया, तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया। कांग्रेस से विधायक रहे माविया अली ने कहा हम पहले हम मुसलमान हैं, भारतीय बाद में है। कांग्रेस की राजनीति तो कोर्ट के उस आदेश पर भी निकल कर आई जिसमें सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान अनिवार्य कर दिया गया था। 

JNU में राहुल ने दिया देशद्रोहियों का साथ 
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी JNU में भारत विरोधी नारे और देश को तोड़ने वाले नारे लगाते हुए पूरे देश ने देखा था, लेकिन देशविरोधी इन ताकतों की आलोचना करने के बजाए राहुल गांधी इनका समर्थन करने JNU पहुंच गए थे। 

पत्थरबाजों का समर्थन करती है कांग्रेस
जब सेना के मेजर गोगोई ने पत्थरबाज को जीप पर बांधकर सेना के दर्जनों जवानों की जान बचाई तो कांग्रेस ने इस पर भी राजनीति की। जिस आतंकी बुरहान वानी को भारतीय सेना ने एनकाउंटर कर ढेर कर दिया उसे कांग्रेस पार्टी जिंदा रखने की बात कहती है। कश्मीर में पार्टी के नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा कि उनका बस चलता तो वह आतंकी बुरहान वानी को जिंदा रखते।

अफजल-याकूब का समर्थन करती है कांग्रेस
संसद पर हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु की फांसी पर भी कांग्रेस ने पॉलटिक्स की थी। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा था कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देना गलत था और उसे गलत तरीके से दिया गया। कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने अफजल गुरु को अफजल गुरुजी कहकर पुकारा था। इतना ही नहीं यही कांग्रेस है जिनके नेताओं ने याकूब मेनन की फांसी पर भी आपत्ति जताई थी। काग्रेस नेताओं के समर्थन पर ही प्रशांत भूषण ने रात में भी सुप्रीम कोर्ट खुलवा दिया था।

कश्मीर के अलगावादियों से कांग्रेस के हैं रिश्ते
कश्मीर में बिगड़ते माहौल के पीछे काफी हद तक अलगाववादी नेताओं का ही हाथ रहा है। अलगाववादी नेताओं को लगातार उनके पाकिस्तानी आकाओं से मदद मिलती रही है और वह यहां कश्मीरी लड़कों को भड़काते हैं। NIA की की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2005 से लेकर 2011 के बीच अलगाववादियों को ISI की ओर से लगातार मदद मिल रही थी। 2011 में NIA की दायर चार्जशीट के अनुसार हिज्बुल के फंड मैनेजर इस्लाबाद निवासी मोहम्मद मकबूल पंडित लगातार अलगाववादियों को पैसा पहुंचा रहा था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस पर कोई कठोर निर्णय नहीं लिया था।

रोहिंग्या मुसलमान पर विरोध
रोहिंग्या मुसलमान पूरी दुनिया के लिए समस्या हैं। म्यांमार इन्हें आतंकवादी बताकर अपने देश में रखने को तैयार नहीं है। बांग्लादेश भी रखने से इनकार कर चुका है, लेकिन जहां कांग्रेस कश्मीर के हिन्दू पंडितों को उसका अधिकार देने के लिए तैयार नहीं हुई, वहीं इन आतंकवादियों को भारत में रखने पर अड़ी हुई है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तरुण गोगोई ने कहा कि धर्म के आधार पर शरणार्थियों के साथ भेदभाव हो रहा है और यह वह लोग हैं जिन पर अत्याचार हो रहा है। गोगोई ने कहा कि उनके देश में उनके मानवाधिकार का हनन हो रहा है तो वह डर के वहां से भाग कर भारत आ रहे हैं। 

कांग्रेसी नेताओं का ‘जहरीले’ जाकिर नाइक से नाता
इस्लामी कट्टरपंथी धर्म प्रचारक जाकिर नाइक से कांग्रेसी नेताओं के ताल्लुकात रहे हैं। जाकिर नाइक ने कई देशविरोधी कार्य किए, कई देशविरोधी भाषण दिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 15 जुलाई, 2016 को कहा कि वह इस्लाम का सही अर्थ और उद्देश्य का प्रचार कर रहे हैं जबकि भाजपा इस्लाम को आतंकवाद से जोड़कर पेश कर रही है। नाइक के साथ दिग्विजय सिंह 2012 में मंच साझा कर चुके हैं। इस इवेंट में दिग्विजय को जाकिर नाइक की तारीफों के पुल बांधते हुए सुना जा सकता है। 

प्रणब की किताब The Coalition Years- हिंदू विरोधी हैं सोनिया गांधी! 
प्रणब दा ने खुलासा किया है कि किस तरह सोनिया गांधी के नेतृत्व में हिंदुओं को टारगेट कर फंसाया गया है। बिना सोनिया गांधी का नाम लिए बताया गया है कि किस प्रकार साधु-महात्माओं की गिरफ्तारी की गई। जबकि उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसी राज्य की पुलिस किसी मुस्लिम मौलवी को ईद के मौके पर गिरफ्तार करने की हिम्मत दिखा सकती है?” प्रणब मुखर्जी पर पूरा लेख पढ़ने के लिए क्लिक करें। 

अहमद पटेल पर भी आतंकियों से रिश्तों के आरोप 
गुजरात कांग्रेस के सबसे बड़े नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के तार भी आईएसआईएस आतंकियों से जुड़े होने के आरोप लग चुके हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने खुद कहा था कि जांच एजेंसियों के हत्थे चढ़ा आईएसआईएस का एक संदिग्ध आतंकी मोहम्मद कासिम अहमद पटेल से जुड़ी एक संस्था के लिए काम करता था। 

कुख्यात आतंकियों के लिए आंसू और सम्मान
कांग्रेस के नेता कभी ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहते रहे हैं, तो कभी हाफिज सईद को हाफिज जी और अफजल गुरु को अफजल गुरु जी कहकर पुकारा है। दिग्विजय सिंह ने ओसामा बिन लादेन और हाफिज सईद को जी कहा तो रणदीप सुरजेवाला ने अफजल गुरु को जी कहा। बाटला हाउस एनकाउंटर में जब आतंकियों को मार गिराया गया तो कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया ने कथित रूप से आंसू तक बहाया। 

आतंकी इशरत जहां के नाम पर भी कांग्रेस ने की राजनीति
15 जून 2004 को अहमदाबाद में एक मुठभेड़ में आतंकी इशरत जहां और उसके तीन साथी जावेद शेख, अमजद अली और जीशान जौहर मारे गए। गुजरात पुलिस के मुताबिक उनके निशाने पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी थे। लेकिन केंद्र की सत्ताधारी कांग्रेस सरकार को इसमें भी सियासत दिखी। सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जाने लगी। लेकिन गृह मंत्रालय के पूर्व अंडर सेक्रेटरी आरवीएस मणि ने कांग्रेस की साजिशों की परतें खोल दीं। उन्होंने साफ कहा कि इशरत और उसके साथियों को आतंकी ना बताने का उन पर दबाव डाला गया था।

इससे पहले मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और कुछ दिनों के लिए इशरत जहां एनकाउंटर पर बनी एसआइटी की टीम मुखिया सत्यपाल सिंह ने भी कहा कि उन्हें इशरत जहां के एनकाउंटर झूठा साबित करने के लिए ही एसआइटी की कमान सौंपी गई थी। इतना ही नहीं उन्हें इस एनकाउंटर के तार नरेंद्र मोदी तक पहुंचने को कहा गया था। 

 

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