प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली आज, 21 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संयुक्त रूप से बिराटनगर एकीकृत चेक-पोस्ट (आईसीपी) का उद्घाटन करेंगे। सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस चेक पोस्ट के खुलने से आपसी व्यापार और लोगों की आवाजाही में मदद मिलेगी। इस चेकपोस्ट को 260 एकड़ जमीन पर करीब 140 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
जोगबनी-बिराटनगर अंतरराष्ट्रीय व्यापार केन्द्र दोनों देशों के बीच व्यापार का महत्वपूर्ण स्थान है। यहां विदेशी नागरिकों के आव्रजन, माल के निर्यात और आयात संबंधी सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।
इस चेक पोस्ट को प्रतिदिन 500 ट्रकों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए तैयार किया गया है। इस सिलसिले में वहां वाहन चालकों, सवारियों और सुरक्षाबलों के लिए समुचित सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
भारत और नेपाल 1850 किलोमीटर लंबी सीमा एक दूसरे के साथ साझा करते हैं और इससे होकर लोगों की बेरोकटोक आवाजाही जारी है। भारत नेपाल का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
आईसीपी बिराटनगर से न केवल नेपाल में लोगों के आवागमन में मदद मिलेगी बल्कि इससे व्यापार करना भी सुगम होगा। दोनों प्रधानमंत्री भारत के सहयोग से नेपाल में भूकम्प के बाद चलायी जा रही आवासीय पुनर्निर्माण परियोजनाओं की शानदार प्रगति का भी अवलोकन करेंगे। भारत, नेपाल के गोरखा और नूवाकोट जिलों में पचास हजार घरों के पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। इनमें से 45 हजार घरों का काम पहले ही पूरा हो चुका है।