प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के फैसले का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वागत हो रहा है। नॉर्वे और डेनमार्क ने इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है। भारत में डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वेन ने प्रतिबंध की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह फैसला, पृथ्वी के लिए महान उपहार है। वहीं नॉर्वे के प्रभारी डी’एफ़ेयर, मार्टीन आमदल बॉथेम ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रतिबंध से प्लास्टिक की मात्रा कम होगी।
डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वेन ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगे प्रतिबंध को प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा फैसला बताया। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है और सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाकर भारत जो योगदान दिया है वह इस पूरी पृथ्वी के लिए एक महान उपहार है। इसलिए, मैं भारत को बधाई देता हूं।
I think it is a great idea. India is moving fast. And what India contributes by banning single-use plastic is a great gift to this planet. So, I congratulate India: Freddy Svane, Denmark’s Ambassador to India pic.twitter.com/c9xEfXQ1t9
— ANI (@ANI) July 1, 2022
नॉर्वे के प्रभारी राजदूत मार्टिन बॉटहेम ने मोदी सरकार के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को यह महत्वपूर्ण कदम उठाने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि अभी इस खतरनाक प्लास्टिक से लैंडफिल और महासागरों में प्रदूषण बढ़ रहा था। इससे पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी क्योंकि प्लास्टिक समुद्री जीवों के लिए बड़ा खतरा बन गया है। इस प्लास्टिक को अब समुद्र से वापस निकालने की जरूरत भी है।
I’d like to congratulate India & PM Modi for this important step of banning single-use plastic items. This will reduce amount of plastic that ends up in nature. It’ll also reduce amount of plastic that needs to be collected & recycled: Dy Head of Mission, Norwegian Emb. in India pic.twitter.com/K8FsQO1rx9
— ANI (@ANI) July 1, 2022
मार्टिन बॉटहेम ने कहा कि यह प्लास्टिक पूरी दुनिया के लिए बड़ी समस्या है। इसे जमाकर रीसाइकल करना चाहिए ताकि पर्यावरण को बचाया जा सके। हम हवा साझा करते हैं और हम समुद्र भी साझा करते हैं, ऐसे में यह एक वैश्विक समस्या है। बॉथेम ने कहा कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि भारत एसयूपी पर प्रतिबंध लगाने के अपने प्रयास में सफल हो।
गौरतलब है कि देश में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक की 19 वस्तुओं के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इनमें थर्माकोल से बनी प्लेट, कप, गिलास, कटलरी जैसे कांटे, चम्मच, चाकू, पुआल, ट्रे, मिठाई के बक्सों पर लपेटी जाने वाली फिल्म, निमंत्रण कार्ड, सिगरेट पैकेट की फिल्म, प्लास्टिक के झंडे, गुब्बारे की छड़ें और आइसक्रीम पर लगने वाली स्टिक, क्रीम, कैंडी स्टिक और 100 माइक्रोन से कम के बैनर शामिल हैं। पर्यावरण मंत्रालय ने प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर सजा का भी प्रावधान किया है।