आज पूरा विश्व कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत की भूमिका की प्रशंसा कर रहा है तो दूसरी तरफ देश के कुछ ‘तथाकथित बुद्धिजीवी’ झूठी खबरें फैलाकर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के भदोही में एक मां द्वारा अपने बच्चों को नदी में फेंकने की खबर को कुछ बुद्धीजीवियों ने इसे कोरोना संकट से जोड़कर झूठी खबरें फैलाने की कोशिश की लेकिन अब घटना की हकीकत सामने आ गई है। बच्चों की मां मंजू देवी का कहना है कि उसने पारिवाहिक कलह के कारण अपने बच्चों को नदी में फेंका। मंजू देवी का उनके पति के साथ अक्सर झगड़ा होता था और इससे वह काफी परेशान थी।
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मीडिया में आ रही खबर कि लॉकडाउन के दौरान भुखमरी के कारण भदोही में एक महिला ने पांच बच्चों को गंगा नदी में फेंका, गलत है। सम्बन्धित महिला मंजू देवी का बयान।@DG_PIB@PIBFactCheck @DM_Bhadohi @myogiadityanath @PIBHindi pic.twitter.com/SChzUgGhay— PIB in Uttar Pradesh (@PibLucknow) April 13, 2020
मंजू देवी साफ कह रही हैं कि उसे पारिवारिक कलह और मारपीट से परेशान होकर अपने बच्चों को नदी में फेंक दिया लेकिन देश के बुद्धिजीवियों ने इसे बगैर सोचे इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया।
पूण्य प्रसून्न वाजपेयी
ये वो देश तो नहीं….
दिहाड़ी मज़दूर…ना काम, ना रोटी
क्या करें मॉं…बच्चों को गंगा में बहा दिया..In A Shocking Incident, Mother In UP Throws 5 Children Into River https://t.co/UfgfMdWNHh
— punya prasun bajpai (@ppbajpai) April 12, 2020
प्रशांत भूषण
Heartbreaking! In A Shocking Incident, Mother In UP Throws 5 Children Into River. She said that she had no food for her children & that she was a daily wage earner & her work stopped during lockdownhttps://t.co/768NPChTlh
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) April 12, 2020
प्रांजय गुहा ठाकुरता
In A Shocking Incident, Mother In UP Throws 5 Children Into River https://t.co/Cydqe2yPOa
— ParanjoyGuhaThakurta (@paranjoygt) April 12, 2020
कविता कृष्णन
UP में एक दिहाड़ी मजदूर माँ ने अपने 5 बच्चों को नदी में फेंककर आत्महत्या की कोशिश की. लॉक डाउन की वज़ह से वह बच्चों को खाना खिलाने में अक्षम थी. @cpimlliberation के handle पर तस्वीरे और वीडियो देखे जहां आज गरीबों ने देश के गांव बस्तियों में भूख के खिलाफ थाली बजा कर आक्रोश जताया. pic.twitter.com/iJz1EsEZhT
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) April 12, 2020
हालांकि इन सभी लोगों ने आउटलुक की खबर को टैग कर ट्वीट किया है लेकिन खबर में सूत्रों के हवाले से बात कही गई है लेकिन इन लोगों ने इस खबर की सच्चाई जानें बगैर आगे फैलाने की कोशिश की।
इसके अलावा प्रोपेगंडा पोर्टल ‘द वायर’ के प्रमुख सिद्धार्थ वरदराजन ने एक खबर शेयर करते हुए कहा कि पंजाब और हिमाचल की बॉर्डर रेखा के पास मुस्लिम समुदाय के कुछ बच्चे, औरतें, पुरुष नदी ताल पर बिना खाना-पीना के रहने को मजबूर हो गए हैं, क्योंकि उन्हें गाली देकर, मारकर उनके घरों से खदेड़ दिया गया है।
Punjab: Muslims Families Hide in Riverbed After Being Driven From Hoshiarpur Villages https://t.co/Pi1SC9y0CV via @thewire_in
— Siddharth (@svaradarajan) April 8, 2020
सिदार्थ वरदराजन की इस झूठी खबर का होशियारपुर पुलिस ने खंडन किया है। एक वीडियो जारी करते हुए होशियारपुर पुलिस ने कहा कि वे लोग ठीक हैं, फेक न्यूज न फैलाएं। वीडियो में एक युवक साफ कह रहा है कि यहां उन्हें कोई दिक्कत नहीं है और उन्हें दोनों समय का खाना मिल रहा है।
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इस तरह एक वेबसाइट द्वारा खबर प्रकाशित कर ये कहा गया कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा, अमेरिका और अन्य देशों के निर्यात से मुबंई में इस दवा की कमी हो गई है। पीआईबी फैक्ट ने इस खबर का खंडन किया है। इस खबर के विपरीत सच्चाई ये है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र को को 34 लाख हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा की टैबलेट सप्लाई दी गई है। जो जो डिमांड है उससे ज्यादा महाराष्ट्र के पास स्टॉक है।
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Claim : A prominent newsportal has claimed #HCQ or #Hydroxychloroquine stocks in Mumbai have run out
Fact: MoHFW has allocated 34 lakh tablets of HCQ to Maharashtra upto 9 April. So supply is much more than present requirement. It has also made its own procurement. pic.twitter.com/FnibB7JebK— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 10, 2020