भारत के संविधान में सभी धर्मों को समान अधिकार दिया गया है, लेकिन झारखंड की हेमंत सरकार तुष्टिकरण की नीति पर चलते हुए बहुसंख्यक हिन्दू आबादी के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। इस तरह की खबरें सोशल मीडिया में लगातार शेयर की जा रही हैं। हाल ही में एक फलवाले दुकानदार द्वारा बैनर पर हिन्दू लिखने पर हेमंत सरकार उसके पीछे पड़ गई और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया,जबकि दूसरी तरफ झारखंड में लगभग सभी शहरों में मुस्लिम नाम से होटल और ढाबे और दूसरे व्यवसाय धड़ल्ले से चल रहे हैं। गौरलतब है कि झारखंड में हेमंत सरकार कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के सहयोग से चल रही है। ये भी कहा जा रहा है कि झारखंड सरकार द्वारा इन तरह की कार्रवाईयों के पीछे कांग्रेस की सोच है। आइए, हम आपको बताते हैं कि झारखंड की हेमंत सरकार कैसे हिन्दू विरोधी है?
झारखंड में एंटी हिन्दू सरकार – सबूत नंबर 7
हिन्दू लिखने पर हेमंत सरकार की तानाशाही
झारखंड के जमशेदपुर में हिन्दू फल विक्रेताओं के साथ सिर्फ इसलिए दुर्व्यवहार किया गया, क्योंकि उन्होंने अपनी दुकान के सामने अपने बैनर पर हिन्दू लिखने का दुस्साहस किया। पुलिस ने ना केवल उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया, अपितु उन पर राज्य की शांति भंग करने का आरोप लगाया गया। हेमंत सरकार का मुस्लिम परस्त चेहरा सामने आ गया है। अगर मुस्लिम मुस्लिम के लोग अपनी दुकानों पर मुस्लिम लिख सकते हैं तो फिर एक हिन्दू दुकानदार क्यों नहीं लिख सकता है। हेमंत सरकार की इस कार्रवाई की काफी निंदा हो रही है, भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड सरकार की इस कार्रवाई की निंदा की है।
झारखंड सरकार के इस दोगली नीति पर सोशल मीडिया में कई तरह से सवाल पूछे जा रहे हैं कि जब फलवाले द्वारा हिन्दू लिखने पर कार्रवाई की गई तो फिर मुस्लिम होटल और ढाबा लिखने वालों पर झारखंड पुलिस कब कार्रवाई करेगी।
Kyun be, ye sab chalta hai? @JharkhandPolice, which law were those fruit vendors breaking by putting up that poster??? https://t.co/7fcJajLzhO pic.twitter.com/fSQL6xkGh7
— Strategic Spaminder Bharti (@attomeybharti) April 25, 2020
झारखंड में एंटी हिन्दू सरकार – सबूत नंबर 6
कोरोना फैलाने के लिए जमात के लोग जिम्मेदार नहीं
Scroll में छपी खबर में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस बात का खंडन किया है कि देश में कोरोना फैलाने के लिए तबलीगी जमात के लोग जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि अगर देश में कोरोना मरीजों की संख्या के लिए जमात के लोग जिम्मेदार हैं तो फिर विश्व के दूसरे देशों में यह कैसे फैल रहा है। उन देशों में स्थिति क्यों खराब है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस मुद्दे को लेकर राजनीति कर रहे हैं, लेकिन हकीकत ये है कि देश में एक तिहाई से ज्यादा कोरोना के मामले के लिए तबलीगी जमात के लोग ही जिम्मेदार है और ये बात पाकिस्तान में जोर शोर से उठाई जा रही है।
झारखंड में एंटी हिन्दू सरकार – सबूत नंबर 5
ऋचा भारती के परिवार ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
ऋचा भारती मामले में भी झारखंड पुलिस की कार्रवाई भी एंटी हिन्दू होने के रुप में आया। ऋचा भारती के परिवार ने आरोप लगाया कि झारखंड पुलिस द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। मीडिया से बात करते हुए उसके पिता प्रकाश पटेल ने कहा कि 5-6 पुलिस वालों ने ऋचा का मोबाइल छिन लिया और कोई कारण नहीं बताया। गौरलतब है कि रांची की एक अदालत ने कथित आक्रामक फेसबुक पोस्ट को लेकर गिरफ्तार की गई ऋचा को कुरान की प्रतियां दान करने की शर्त पर जमानत दी थी, हालांकि फैसले की निंदा होने के बाद न्यायिक मजिट्रेट ने अपने आदेश में संशोधन कर लिया था।
झारखंड में एंटी हिन्दू सरकार – सबूत नंबर 4
अंजुमन इस्लामिया के कहने पर पुलिस अधिकारियों का तबादला
मुस्लिम परस्त झारखंड सरकार की नपुंसकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक मुस्लिम संगठन अंजुमन इस्लामिया के कहने पर उसने अपने ही 4 डीएसपी को हटा दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रोहिंग्या मुसलमानों को संरक्षण देने पर एडीजी को भेजी रिपोर्ट के कारण पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। रिपोर्ट में लोहरदगा के विभिन्न इलाकों के 13 लोगों पर रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमानों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। इस रिपोर्ट से पूरे प्रदेश में हलचल मची थी। इस बात की शिकायत मुस्लिम संगठन अंजुमन इस्लामिया ने की थी, जिसके बाद पुलिस अधिकारियोें के खिलाफ कार्रवाई की गई।
झारखंड में एंटी हिन्दू सरकार – सबूत नंबर 3
आर्च बिशप ने कहा हेमंत सरकार क्रिसमस गिफ्ट
झारखंड में हेमंत सरकार बनते ही रांची धर्मप्रांत के आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो ने विवादित बयान दिया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछली सरकार में हमलोग तनाव में रहते थे। उम्मीद है कि नई सरकार में हमें ज्यादा समर्थन मिलेगा। आर्च बिशप ने कहा कि वर्तमान में जैसी उनकी बात हुई है, उस हिसाब से नई सरकार मिशन के शिक्षा के कामों को समर्थन देगी।
झारखंड में एंटी हिन्दू सरकार – सबूत नंबर 2
CAA प्रदर्शनकारियों के खिलाफ राजद्रोह का मामला खारिज
हेमंत सरकार का अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का एक और चेहरा तब सामने आया जब उन्होंने सत्ता संभालते ही नागरिकता संशोधन कानून के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज राजद्रोह का मामला खारिज कर दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि धनबाद में 3000 लोगों पर लगाए गए राजद्रोह की धारा को अविलंब निरस्त करने के साथ-साथ दोषी अधिकारी के खिलाफ समुचित कार्रवाई की अनुशंसा कर दी गई है।
साथ साथ दोषी अधिकारी के ख़िलाफ़ समुचित करवाई की अनुशंसा कर दी गयी है।
साथ ही मैं झारखंड के सभी भाइयों/बहनों से अपील करना चाहूँगा की राज्य आपका है, यहाँ के क़ानून व्यस्था का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। 2/2
— Hemant Soren (घर में रहें – सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) January 8, 2020
झारखंड में एंटी हिन्दू सरकार – सबूत नंबर 1
NRC के खिलाफ हेमंत सरकार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तुष्टिकरण की मंशा जाहिर करते हुए झारखंड में NRC लागू नहीं करने की बात कह चुके हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एनआरसी (NRC) लागू करने योग्य नहीं है। सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि मुझे नहीं लगता कि एनआरसी लागू करने योग्य है और इसे लागू करना संभव भी है। पूरा देश नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ खड़ा हो गया है। यह तब हो रहा है, जब हमारा देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हम लोगों को फिर से कतार में खड़ा नहीं कर सकते हैं, जैसा कि नोटबंदी के दौरान हुआ था।
“I don’t think NRC is feasible or implementable. The entire country is up in arms against CAA. This is happening while our country is going through an economic crisis. We can’t make people stand in queue again like the way it happened during 1/2https://t.co/4kKMYcnKxu
— Hemant Soren (घर में रहें – सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) December 29, 2019