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PFI की नजर में ‘मिशन 2047’ की राह में RSS बड़ी बाधा, दलित-ओबीसी जातियों को RSS से अलग करने की थी साजिश,  इस्लामिक राष्ट्र के लिए आतंकियों ने हिंदुओं को हिंदुओं से लड़ाने का रचा घातक षड्यंत्र

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देश विरोधी गतिविधियों में शामिल स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के पूर्व सदस्यों के सहारे बने नए संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) जिस ‘मिशन 2047’  के एजेंडे पर काम कर रहा था, उसके इरादे बेहद खतरनाक थे। यह नेटवर्क भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए हिंदुओं को हिंदुओं से लड़ाने पर आमादा था। इनकी योजना राष्ट्रभक्त संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और SC/ST/OBC और दलितों के बीच में दरार पैदा करने की थी। ताकि आरएसएस सिर्फ उच्च वर्ग के हिंदुओं तक ही सीमित हो जाए। इसके लिए यह नेटवर्क बड़े से बड़ा राष्ट्र-विरोधी कदम उठाने के लिए भी तैयार थे। पीएफआई ने अपने डॉक्यूमेंट में लिखा है कि दुनिया भारतीय मुसलमानों को एक मॉडल के रूप में देखती है। मुस्लिम समुदाय किसी चमत्कार के होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। भारत में समुदाय को बचाने के लिए भीतर से नेतृत्व को उभरना होगा।मुस्लिम राष्ट्र बनाने की घातक योजना में पीएफआई के निशाने पर था आरएसएस
पीएफआई के नजर में हिंदुओं को देशभर में संगठित करने का सबसे बड़ा काम राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कर रहा है। हर तबके के हिंदू आरएसएस से जुड़ रहे हैं। इसलिए पीएफआई के मिशन 2047 के प्लान में आरएसएस भी मुख्य रूप से उसके निशाने पर था। ‘मिशन 2047’ के तहत भारत के मुस्लिम राष्ट्र बनाने की घातक योजना में आरएसएस को पीएफआई सबसे बड़ी बाधा मानता है, क्योंकि इस एक झंडे के तले हिंदू एकजुट हैं। मिशन की सफलता के लिए हिंदुओं को परस्पर लड़ाना और गृहयुद्ध के हालात बनाना जरूरी है।मुस्लिम समुदाय को मोहल्ला से ऊपर दिशा देने की किसी के पास दृष्टि नहीं
पीएफआई के डाक्युमेंट के मुताबिक भारत के मुस्लिम समुदाय को दुनिया में दूसरे सबसे बड़े समुदाय बताया गया है। डॉक्यूमेंट में आगे लिखा है, ‘हालांकि निचले स्तर पर कई स्व-घोषित नेता हैं, लेकिन समुदाय को मोहल्ला से ऊपर दिशा देने की किसी के पास दृष्टि नहीं है। देश में सिर्फ 9 जिलों को छोड़कर बाकी में मुस्लिमों की स्थिति बदतर है। इसके लिए एकजुटता और प्लानिंग के साथ लड़ाई लड़नी होगी।पाक में ट्रेनिंग के बाद पीएफआई के स्लीपर सेल के रूप में करते हैं काम
भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की साजिश के लिए इन लोगों ने सात पेज का एक्शन प्लान बनाया था, जिसमें लिखा था- 10 प्रतिशत मुस्लिम साथ दें तो बहुसंख्यक घुटनों पर आ जाएंगे। पटना पुलिस के अनुसार यहां 26 लोग आकर देशभर से आए युवाओं को ट्रेनिंग देते थे। ये युवा भविष्य में पीएफआई के स्लीपर सेल के रूप में काम करते हैं। राजस्थान-दिल्ली में हो रही घटनाओं में यह साबित भी हुआ है। पकड़े गए कुछ मुस्लिमों ने न सिर्फ पाकिस्तान में ट्रेनिंग ली, बल्कि वे भारत आकर पीएफआई के कनेक्शन में रहकर उसके स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहे थे।

पीएफआई का भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के घातक चरणबद्ध प्लान
पीएफआई ने अपने दस्तावेज में भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के घातक प्लान को चार चरणों में पूरी करने की साजिश रची है। इस दस्तावेज में इस्लामी शासन की ओर बढ़ने के चार चरणों को बताया गया है। पहला PFI के झंडे के तले सभी को एक करने की बात कही गई है। पार्टी को बड़ा करने और अधिक से अधिक नए मेंबर को भर्ती करने का लक्ष्य भी लिखा है। इसमें तीसरा चरण सबसे घातक है, जिसमें हिंदुओं को हिंदुओं से लड़ाने का षडयंत्र रचा जा रहा है। इसके लिए आरएसएस और हिंदुओं को खिलाफ हथियार और गोला बारूद के स्टॉक भी बढ़ाने की बात लिखी गई है। पीएफआई प्लान के चार चरण ये हैं…

हिंसा का इस्तेमाल ताकत दिखाने और बहुसंख्यकों को टेरराइज करने में करें
पहला चरण: मुसलमानों को एकजुट करें। पीएफआई के रूप में एक झंडे के नीचे लेकर आएं। तलवार, रॉड और कई तरह के हथियारों को चलाने का प्रशिक्षण दें। ताकि बहुसंख्यकों से लड़ने में आसानी हो।
दूसरा चरण: अपने नैरेटिव को मजबूत करने के लिए PFI के नेतृत्व में मोबिलाइजेशन करना होगा। यही नहीं हिंसा का सिलेक्टिविली इस्तेमाल अपनी ताकत दिखाने और विपक्षी (बहुसंख्यक) को टेरराइज करने के लिए करना होगा। कैडर में जो अच्छा करेंगे उन्हें फायर आर्म्स और एक्सप्लोसिव की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही इस्लामी शासन स्थापित करने के इरादे को छुपाने के लिए राष्ट्रीय ध्वज, संविधान और आंबेडकर का इस्तेमाल करने की बात कही गई। यही नहीं एग्जीक्यूटिव और जुडिशियरी में भी इनफिल्ट्रेट कर अधिक से अधिक जानकारी जुटाने की बात लिखी है।

हिंदुओं को परस्पर और RSS के खिलाफ खड़ा करें, हथियार और गोला बारूद का स्टॉक बढ़ाएं
तीसरा चरण: चुनाव जीतने के लिए SC/ST/OBC के साथ गठजोड़ करें। राजनीतिक जीत से अपने संगठन को मजबूत करें। साथ ही RSS और SC/ST/OBC के बीच दरार पैदा करें। उन्हें सिर्फ अपर कास्ट हिंदुओं के पक्षधर के रूप में दिखाएं बाकि हिंदुओं को आरएसएस के खिलाफ खड़ा कर लड़ाएं। सेक्युलर पार्टियों को भी डिसक्रेडिट करना होगा और मुस्लिमों के साथ SC/ST/OBC का अपना पार्टी बनाना होगा। इसी स्टेज में हथियार और गोला बारूद के स्टॉक भी बढ़ाने की बात लिखी गई है।
चौथा चरण:  पीएफआई के मिशन 2047 के डॉक्यूमेंट लिखा है- इस स्टेज में PFI अपने आप को मुस्लिमों का निर्विवाद रूप से एकमात्र संगठन के रूप में पेश करेगा। अन्य इस्लामिक संगठनों को साइड लाइन किया जाएगा। साथ ही 50 प्रतिशत SC/ST और अन्य पिछड़ी जातियों (OBC) का भी विश्वास हासिल करेगा और उनका प्रतिनिधि बनेगा। इसके बाद ही भारत में राष्ट्रीय स्तर पर सत्ता हासिल करना आसान होगा। एक बार सत्ता में आ गए तो एग्जीक्यूटिव, जुडीशियरी, पुलिस और आर्मी में अपने वफादारों को बैठा दिया जाएगा।

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