उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने हर हथकंडा अपनाना शुरू कर दिया है। जहां किसानों को भड़काने के लिए फर्जी आंदोलन की शुरुआत की, वहीं दलितों पर अत्याचार के मामले में सेलेक्टिव राजनीति कर अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में कांग्रेस ने एक और दांव चला है। लखनऊ स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रियंका गांधी ने आगामी विधानसभा चुनावों में 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने का ऐलान कर दिया। लेकिन इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ऐसी घटना घटी जिसने कांग्रेस और प्रियंका वाड्रा के महिला हितैषी होने के पाखंड से पर्दा हटा दिया।
दरअसल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने प्रियंका वाड्रा से सवाल किया कि आप राजनीति में महिलाओं की भागीदारी और सशक्तीकरण की बात कर रही है, लेकिन मध्य प्रदेश में उज्जैन के बड़नगर से कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल का बेटा करण मोरवाल रेप मामले में आरोपी है और अभी छह महीने से फरार चल रहा है। पत्रकार ने सवाल किया कि क्या यही कांग्रेस का महिला सशक्तीकरण है ? लेकिन प्रियंका गांधी पत्रकार के सवाल से कन्नी काटती नजर आई। सवाल ने प्रियंका को असहज कर दिया था। इस लिए वो कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत की ओर मुखातिब हुई। इस दौरान सुप्रिया पत्रकार के सवालों को टालते हुए उन्हें बैठने पर मजबूर कर दिया।
महिलाओं को ऐसे लड़ने के लिए सीखा रही है प्रियंका गांधी?
मप्र में काँग्रेस विधायक का बेटा रेप करता है लेकिन जब रेप पीड़ित के लिए सवाल पूछा जाता है तो जवाब देने की जगह पत्रकार को ही चुप करवा दिया जाता है। @TNNavbharat @SushantBSinha #KaranMorwal pic.twitter.com/fV9PGlTx2G
— Modi Bharosa (@ModiBharosa) October 19, 2021
गौरतलब है कि विधायक मुरली मोरवाल के बेटे पर एक युवती ने रेप का केस दर्ज करवाया है। युवती यूथ कांग्रेस से जुड़ी रही है। आरोप है कि विधायक के बेटे ने युवती को शादी का झांसा देकर रेप किया। इसके बाद वह शादी से मुकर गया। पीड़िता इंदौर की रहने वाली है। लेकिन विधायक के बेटे की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि वह नेपाल भाग गया है। अब इंदौर पुलिस ने इनाम की राशि बढ़ा दी है। करण मोरवाल पर पहले पांच हजार रुपये का इनाम घोषित था। अब उसे 15 हजार रुपये कर दिया है। वहीं रेप पीड़िता इंसाफ की मांग कर रही है।
कांग्रेस पार्टी में महिलाओं के साथ किस तरह बर्ताव किया जाता है। इसका एक और उदाहरण मथुरा में सामने आया, जहां महिला नेता ने कांग्रेस नेताओं पर ही बदसलूकी का आरोप लगाया।। मथुरा के वृंदावन में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में एक महिला पदाधिकारी के साथ अभद्रता होने से बखेड़ा खड़ा हो गया। कांग्रेस महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष प्रीति तिवारी ने प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश दीक्षित पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए शिविर छोड़ दिया। उन्हें मनाने के लिए पार्टी के बड़े नेता तक जुट गए।
#WATCH | Uttar Pradesh Mahila Congress (Western) chief Preeti Tiwari alleges misconduct by some senior party functionaries at a party function in Mathura pic.twitter.com/GVZ5ufeTc8
— ANI UP (@ANINewsUP) July 4, 2021
प्रियंका वाड्रा पार्टी में महिलाओं की भागीदारी पर पर जोर दे रही है। लेकिन पार्टी में ही महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ रेप की घटनाएं हो रही हैं। पार्टी नेता ही महिला कार्यकर्ताओं को अपने हवस का शिकार बना रहे हैं। महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष के साथ बदसलूकी हो रही है। ऐसे में कांग्रस और प्रियंका वाड्रा द्वारा महिलाओं की सुरक्षा, भागीदारी और सशक्तीकरण की बात पूरी तरह से छलावा है। इसका मकसद सिर्फ महिलाओं को गुमराह कर उनका वोट हासिल करना है।