थाईलैंड में भारतीय हितों की रक्षा को लिए RECP समझौते में शामिल नहीं होने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऐलान की देशभर में प्रशंसा हो रही है। उद्योग जगत, कृषि जगत, कारोबारी जगत और राजनीतिक गिलयारों में हर कहीं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ की जा रही है।
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने आरईसीपी पर प्रधानमंत्री मोदी के फैसले की प्रशंसा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के किसानों, मजदूरों और व्यापारियों का आवाज को सुना है।
A welcome, much needed, and bold decision to opt out of #RCEP
My thanks to the PM @narendramodi for listening to the voice of farmers, traders and workers and finally taking this decision in the larger national interest. https://t.co/EnbksYn8SB
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) November 4, 2019
अमूल के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस फैसले से देश के करोड़ों किसानों और पशुपालकों के हितों की रक्षा होगी।
On behalf of 3.7 mill milk prodcrs of Guj., we wish to thank Hon PM @narendramodi for his exemplaryamd daring leadership and support to 100 mill milk families of India. Your vision of supporting their livelihood will help doubling their income and make India stronger,@PMOIndia
— R S Sodhi (@Rssamul) November 4, 2019
स्वदेशी जागरण मच के अध्यक्ष अश्विनी महाजन ने भी आरईसीपी से भारत को अलग करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारतीय उद्योग, कृषि और डेयरी को बचाने के लिए प्रधानमंत्री जी धन्यवाद
भारतीय उद्योग कृषि और डेयरी को बचाने के लिए धन्यवाद प्रधानमंत्री जी pic.twitter.com/PbF3pKPQ4K
— ASHWANI MAHAJAN (@ashwani_mahajan) November 4, 2019
वहीं भारतीय किसान संघ ने भी इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया कहा है। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय संगठन सचिव दिनेश डी कुलकर्णी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के छोटे व्यापारियों, किसानों और गरीबों के हितों की रक्षा की है।
RCEP से संमिलित न होकर देश के किसानों के छोटे व्यावसायिक और गरीबों के हितों की रक्षा करने के लिए @PMOIndia @narendramodi भारतीय किसान संघ आभार व्यक्त करता है।@stekchand @BKSmahakaushel @raghvendrapatel @ashwani_mahajan @aajtak @BADRINARAYANCH2 @AgriGoI @aajtak @nstomar @ZeeNews
— Dinesh D Kulkarni (@dinesh_kulkarni) November 4, 2019