प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वित्तवर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड एक लाख करोड़ रुपये की वार्षिक खरीद अर्जित करने के लिए गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) की प्रशंसा की है। उन्होंने यह भी कहा कि GeM प्लेटफॉर्म विशेषकर एमएसएमई सेक्टर को मजबूत बनाने का काम कर रहा है और आर्डरों की कुल कीमत का 57 प्रतिशत इसी सेक्टर से आता है। अपने ट्वीट संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह जानकर प्रसन्नता हुई कि@GeM_India ने अकेले एक वर्ष में एक लाख करोड़ रुपये की कीमत के आर्डर प्राप्त किए हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में काफी अच्छी वृद्धि है। जीईएम प्लेटफॉर्म विशेषकर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को मजबूत बना रहा है तथा आर्डरों की कुल कीमत का 57 प्रतिशत इसी सेक्टर से आता है।”
Happy to know that @GeM_India has achieved order value of Rs 1 Lakh Crore in a single year! This is a significant increase from previous years. The GeM platform is especially empowering MSMEs, with 57% of order value coming from MSME sector. pic.twitter.com/ylzSezZsjG
— Narendra Modi (@narendramodi) March 24, 2022
गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस GeM विभिन्न सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के उपयोग में आने वाली वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए ऑनलाइन सुविधा प्रदान करता है जिसका मकसद सरकारी खरीद में पारदर्शिता लाना और उसकी दक्षता बढ़ाने के साथ-साथ खरीद में तेजी लाना है। इस पोर्टल का शुभारंभ 9 अगस्त, 2016 को किया गया था। प्रधानमंत्री के ट्वीट में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक GeM पोर्टल पर वित्त वर्ष 2016-17 में 4,299 सेलर्स थे जो 2020-21 में 1,396,438 हो गए। वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले वित्त वर्ष 2021-22 में सेलर्स बढ़कर 4002,014 हो गए हैं जो 187 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
ट्वीट में दिए गए एक डेटा के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 के 52,069 बॉयर्स के मुकाबले 2021-22 में 59,130 बॉयर्स हो गए, जो 14 प्रतिशत की वृद्धि है।
इसी तरह वित्त वर्ष 2020-21 में आने वाले ऑर्डर 38,580 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2021-22 में एक लाख करोड़ रुपये हो गए। यह 160 प्रतिशत वृद्धि को दिखाता है।
केंद्र सरकार ने छोटे कारोबार को बढ़ावा देने और सरकारी कंपनियों के लिए स्टार्टअप से 25 प्रतिशत सामान अनिवार्य रूप से खरीदने के उद्देश्य से इस सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) पोर्टल को शुरू किया है। इससे सूक्ष्म एवं लघु उद्यम (एमएसई) वाले व्यापारियों को बड़ा फायदा हो रहा है। इस सरकारी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद इन कारोबारियों को घर बैठे खरीदार मिलने लगे हैं। यदि आप भी अपना व्यापार कर रहे हैं तो इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर घर बैठे खरीदार पा सकते हैं।
GeM पूरी तरह से कागज रहित, कैशलेस और प्रणाली संचालित ई-मार्केटप्लेस है जो न्यूनतम मानव इंटरफेस के साथ आम उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं की खरीदारी में सक्षम बनाता है। GeM विक्रेता पंजीकरण, खरीद आदि करने और भुगतान प्रोसेसिंग में मानव इंटरफेस को समाप्त करता है। एक खुला मंच होने के कारण GeM सरकार के साथ व्यापार की इच्छा रखने वाले वास्तविक आपूर्तिकर्ताओं के लिए कोई प्रवेश बाधा पैदा नहीं करता है। हर कदम पर खरीदार उसके संगठन के प्रमुख, भुगतान प्राधिकारियों के साथ-साथ विक्रेताओं को ई-मेल अधिसूचनाएं भेजी जाती हैं।