बंगाल की सियासत का ‘रक्त चरित्र’ हजारों बेकसूर लोगों को अपना निवाला बना चुका है। पिछले साढ़े पांच दशकों से राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई में हत्या और हिंसा का दौर जारी है। सत्ता संभालने वाले चेहरे जरूर बदलते रहे, लेकिन उनकी चाल और रक्त चरित्र रत्ती भर नहीं बदला। उसी का परिणाम बीरभूम के रामपुरहाट का नरसंहार है। इस नरसंहार में 10 लोगों को जिंदा आग के हवाले कर दिया गया। जहां दशहत की वजह से स्थानीय लोग पलायन कर रहे हैं, वहीं इस विभत्स घटना से पूरा देश स्तब्ध और परेशान है। लेकिन बंगाल की ममता सरकार और उसके समर्थकों को मातम में जश्न दिखाई दे रहा है।
दरअसल ममता बनर्जी के बीरभूम दौरे को लेकर जिस तरह स्वागत की भव्य तैयारी की गई, उससे लगता है कि ‘नरसंहार’ ममता सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। जलाए गए इंसानों के मातम में ममता बनर्जी के स्वागत में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बैनर लगाए। उन्होंने संवेदनहीनता का परिचय देते हुए बता दिया कि उनकी नजर में इंसान का जीवन नहीं सत्ता सबसे महत्वपूर्ण है। जिस तरह टीएमसी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने मौत को तमाशा बनाने की कोशिश की, वो उनकी मर चुकी इंसानियत और निर्ममता को दर्शाता है।
ममता बनर्जी के दौरे से पहले टीएमसी नेताओं द्वारा तोरण द्वार बनाये जाने को लेकर बीजेपी हमलावर है। बीजेपी ने ममता बनर्जी से सवाल पूछा कि वो बीरभूम शोक मनाने जा रही हैं या फिर जश्न मनाने? बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा कि बीरभूम के रामपुरहाट में स्थानीय बेशर्म टीएमसी इकाई तोरण द्वार लगाकर ममता बनर्जी के स्वागत के लिए तैयार है। माना जाता है कि वह उस भीषण नरसंहार का जायजा लेने के लिए दौरा कर रही हैं, जिसमें उनके शासन के करीबी लोगों ने कई महिलाओं और बच्चों को जिंदा जला दिया था। यह क्रूर, अमानवीय है …
The local TMC unit in Birbhum’s Rampurhat is all decked up to welcome a remorseless Mamata Banerjee. She is supposedly visiting to take stock of the ghastly massacre, in which several women and children were burnt alive by those close to her regime. This is cruel, inhuman… pic.twitter.com/jF6GuXObu7
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 24, 2022
बंगाल बीजेपी ने ट्वीट कर ममता बनर्जी पर हमला बोला। बंगाल बीजेपी ने ट्वीट कर लिखा ‘महिलाओं और बच्चों को जलाकर मार डाला गया, लेकिन प्रशासन जांच की बजाय ममता बनर्जी के स्वागत के लिए होर्डिंग लगा रहा है। सबसे बड़े नरसंहार के मुकदमे के बजाय खुद को बढ़ावा देना! हमें बेशर्म पुलिस मंत्री का इस्तीफा चाहिए।’
মহিলা এবং শিশুদের জ্বলন্ত পুড়িয়ে মারা হয়েছে, কিন্তু তদন্তের বদলে প্রশাসন মমতাকে স্বাগত জানাতে হোর্ডিং দিয়ে সাজাচ্ছেন।
বৃহত্তম গণহত্যার বিচারের বদলে নিজের প্রচার করছেন! নির্লজ্জ্ব পুলিশমন্ত্রীর পদত্যাগ চাই। pic.twitter.com/HIzpYqD1h2
— BJP Bengal (@BJP4Bengal) March 24, 2022
उधर ममता के स्वागत की तैयारी देखकर सोशल मीडिया के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। स्वेता भट्टाचार्य नाम की एक यूजर ने ममता बनर्जी के स्वागत में लगे बोर्ड की तस्वीर शेयर कर लिखा कि बीरभूमि के रामपुरहाट में ‘ममता’मयी स्वागत की तैयारी। शुभंकर मिश्रा ने कमेंट किया कि आज मुख्यमंत्री यहां दौरा करने वाली हैं, हैरानी होती है कि जिस इलाके में नरसंहार हुआ वहां मुख्यमंत्री के स्वागत की ऐसी तैयारी। शर्म और संवेदना नाम की कोई चीज होती है।
बीरभूम के रामपुरहाट में ‘ममता’मयी स्वागत की तैयारी pic.twitter.com/Mrsl4ow6Ts
— Shweta Bhattacharya (@spbhattacharya) March 24, 2022
मेजर सुरेन्द्र पूनिया ने लिखा, “बीरभूम के रामपुरहाट में जहां दो दिन पहले 12 लोगों को ज़िंदा जला दिया गया था ममता दीदी के स्वागत में तोरणद्वार शोक़ मनाने जा रहे हैं या उनको जलाने का उत्सव ?? इंसानियत मर गई है ..इनका ज़मीर ख़त्म है।
बीरभूम के रामपुरहाट में जहाँ दो दिन पहले 12 लोगों को ज़िंदा जला दिया गया था ममता दीदी के स्वागत में तोरणद्वार
शौक़ मनाने जा रहे हैं या उनको जलाने का उत्सव ??इंसानीयत मर गई है ..इनका ज़मीर ख़त्म है pic.twitter.com/FanUKnJ2uX
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) March 24, 2022
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद सोमवार देर रात हिंसा भड़क गई। यहां भीड़ ने 10-12 घरों के दरवाजे को बंद कर आग लगा दी। एक ही घर से 7 लोगों के शव निकाले गए। भड़की हिंसा में कुल 10 लोगों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक रामपुरहाट में टीएमसी के उपप्रधान की हत्या का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया।