जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटने और विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद सुखद परिणाम सामने आने लगे हैं। आतंकवाद और अत्याचार के कारण वहां से पलायन कर चुके कश्मीरी अब वापस जम्मू कश्मीर दोबारा रूख करना शुरू कर दिया है। IANS न्यूज एजेंसी की Foreign & Strategic Affairs Editor आरती टिकू सिंह ने ट्वीट कर खुशी व्यक्त करते हुए लिखा कि उन्होंने फाइनली कानूनी रूप से कश्मीर डोमिसाइल का पुन: अधिकार प्राप्त कर लिया है। इसके लिए टिकू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों को धन्यवाद कहा है।
Finally, lawfully reclaimed my right as a domicile of Kashmir. Thank you, @PMOIndia @narendramodi @AmitShah @DrJitendraSingh @rajnathsingh @smritiirani @manojsinha_ @kansalrohit69 for ensuring equal rights to women of Jammu & Kashmir after decades of patriarchal injustice. ??? pic.twitter.com/p1qmf1iV5w
— Aarti Tikoo Singh (@AartiTikoo) August 19, 2020
केंद्र ने संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को प्रदत्त विशेष प्रावधान को पिछले साल पांच अगस्त को खत्म कर दिया था और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों-जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था। उसके बाद वहां विकास के काम में काफी तेजी आई है। ग्रामीण स्तर पर विकास के काम में काफी तेजी आई है।
Panchayati Raj System, New Dawn of Democracy in Jammu Kashmir. Part-2#OneYearOfNoArticle370 #IntegrationDay pic.twitter.com/IK8EObHrQi
— Jammu-Kashmir Now (@JammuKashmirNow) August 6, 2020
जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद वहां हिंसा में भारी कमी आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2018 के मुकाबले 2019 में पथराव की घटनाओं में 27 प्रतिशत की कमी आई, वहीं 2020 में पथराव की घटनाओं में 73 प्रतिशत की कमी आई है।