कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी महिलाओं खासकर दलित महिलाओं को इंसाफ दिलाने में भी भेदभाव करते हैं। गैर-कांग्रेसी राज्यों में किसी दलित की बेटी के साथ उत्पीड़न और अन्याय होने से राहुल गांधी का दलित प्रेम जाग उठता है। दलित की बेटी भी देश की बेटी दिखाई देने लगती है। दिल्ली में एक 9 साल की दलित मासूम बच्ची के साथ रेप और हत्या के मामले में राहुल गांधी ने ट्वीट किया और इसे हाथरस की घटना से जोड़ दिया। लेकिन उन्हें राजस्थान दिखाई नहीं दिया, जहां देश में सबसे अधिक बलात्कार की घटनाएं होती हैं।
दलित की बेटी भी देश की बेटी है। pic.twitter.com/CdbWkCwePP
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 3, 2021
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने राहुल गांधी के दोगलापन पर निशाना साधते हुए उन्हें आइना दिखाने की कोशिश की। लोगों ने राजस्थान, महाराष्ट्र और बंगाल में दलित की बेटियों से हुए दुष्कर्म के मामलों की याद दिलाई। साथ ही कहा कि राहुल गांधी इन राज्यों के दलितों को दलित नहीं मानते हैं। इन राज्यों में दलित बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार मामले में चुप्पी साध लेते हैं। लोगों ने राहुल गांधी पर जाति के आधार पर महिलाओं से भेदभाव करने का आरोप लगाया।
लगता है, राजस्थान , बंगाल … वगैरह गैर बीजेपी सरकार शासित प्रदेशों के दलितों को तुम फिलहाल दलित नही मान रहे हो ! pic.twitter.com/SgIJsopg8s
— Giͥriͣsͫh Barot ?? (@gb_rastravadi) August 3, 2021
#Rajsthan, इस समय कहाँ थे प्रभु pic.twitter.com/QOggkeL9fK
— Manohar Kushwaha (@Manohar85810) August 3, 2021