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कोरोना काल में रोजगार के मोर्चे पर अच्छी खबर, जुलाई में ईपीएफओ से जुड़े रिकॉर्ड 14.65 लाख नए सदस्य

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेतृत्व में देश में कारोबार का माहौल बेहतर हुआ है। मोदी सरकार की नीतियों के कारण देश में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं। इसका नतीजा है कि देश में रोजगार की स्थिति बेहतर हुई है और जुलाई के महीने में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़ने वाले नए सदस्यों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। ईपीएफओ के अनुसार जुलाई महीने में 14.65 लाख नए सदस्य ईपीएफ से जुड़े हैं।

पिछले चार महीनों के दौरान नेट पेरोल में बढ़ोतरी रोजगार में इजाफे को भी दर्शाती है। जुलाई 2021 के दौरान नेट सब्सक्राइबर की संख्या जून 2021 की तुलना में 31.28 प्रतिशत बढ़ी है। जबकि जून में कुल 11.16 लाख सदस्य जुड़े थे। जुलाई में कुल 14.65 सदस्यों में से करीब 9.02 लाख नए सदस्य पहली बार ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा दायरे में आए हैं। इसमें से लगभग 5.63 लाख सदस्य ऐसे हैं, जो ईपीएफओ के तहत आने वाले प्रतिष्ठानों से नौकरी बदलकर दूसरी नौकरी को ज्वाइन कर चुके हैं।

ईपीएफओ के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई 2021 के दौरान, पहली बार ईपीएफओ में शामिल होने वाले सदस्यों की संख्या में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जो सदस्य फिर से ईपीएफओ के दायरे में आए हैं, उनकी संख्या में लगभग 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। जबकि बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 36.84 प्रतिशत की कमी आई है।

आंकड़ों की उम्र के आधार पर तुलना की जाय तो पता चलता है कि जुलाई, 2021 के के दौरान 22-25 वर्ष के आयु वर्ग में 3.88 लाख सदस्य के साथ सबसे ज्यादा नामांकन दर्ज किया गया है। इसके बाद 18-21 आयु वर्ग में 3.27 लाख नामांकन हुए हैं। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि पहली बार नौकरी चाहने वाले बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र में शामिल हो रहे हैं और जुलाई, 2021 में कुल सदस्यों की संख्या में लगभग 48.82 प्रतिशत इनकी हिस्सेदारी रही है।

राज्यों के आधार पर पेरोल आंकड़ों की तुलना से पता चलता है कि महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों में मौजूद प्रतिष्ठान, जुलाई महीने के दौरान लगभग 9.17 लाख ग्राहकों को जोड़कर सबसे आगे हैं, जो कि सभी आयु समूह के आधार पर नेट पेरोल में शामिल हुए लोगों की 62.62 फीसदी की हिस्सेदारी रखते हैं।

लिंग के आधार पर विश्लेषण से पता चलता है कि इस दौरान कुल सदस्यों में महिला कर्मचारियों की हिस्सेदारी लगभग 20.56 प्रतिशत है। जून, 2021 में 2.18 लाख की तुलना में जुलाई 2021 के दौरान महिला सदस्यों की कुल संख्या बढ़कर 3.01 लाख हो गई। ईपीएफओ सदस्यों को उनकी सेवानिवृत्ति पर भविष्य निधि, पेंशन लाभ और सदस्य की असामयिक मृत्यु के मामले में उनके परिवारों को पारिवारिक पेंशन और बीमा लाभ प्रदान करता है।

 

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