प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान से मची तबाही का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बंगाल में तूफान प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और सबसे बड़ी बात की बंगाल की बड़बोली और अहंकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी हवाई सर्वेक्षण में उनके साथ थीं।
लेकिन आज जब ममता बनर्जी हवाई दौरे में पीएम मोदी के साथ रही होंगी तो उन्हें शर्म तो बहुत आ रही होगी। जब कोलकाता हवाई अड्डे पर ममता बनर्जी ने देश के प्रधानमंत्री और लोकप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी की अगवानी की होगी तो उन्हें शर्म तो बहुत आई होगी।
#WATCH: PM Narendra Modi conducts aerial survey of areas affected by #CycloneAmphan in West Bengal. CM Mamata Banerjee is also accompanying. pic.twitter.com/Da7NebJhws
— ANI (@ANI) May 22, 2020
ऐसा इसलिए कि ये वही ममता बनर्जी हैं, जिन्होंने पिछले वर्ष मई के महीने में ही फानी तूफान के वक्त केंद्र की मोदी सरकार की मदद को अस्वीकार कर दिया था। उस वक्त जब प्रधानमंत्री मोदी उनसे राज्य के हालात पूछने के लिए फोन करते थे, तो वे फोन तक नहीं रिसीव करती थी। यहां तक कि उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कह दिया था कि वे मोदी जी को प्रधानमंत्री ही नहीं मानती है और अब राहत पैकेज के मुद्दे पर देश के अगले प्रधानमंत्री से ही बात करेंगी।
लेकिन वक्त बदला, देश की जनता ने पिछली बार से भी अधिक मतों से मोदी जी को प्रधानमंत्री चुन लिया। फिर इस साल मई के महीने में पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान ने तबाही मचाई। अब तक ममता बनर्जी का घमंड चूर-चूर हो चुका था। ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी से मदद की गुहार लगाई और उनसे पश्चिम बंगाल का दौरान करने की विनती की। ममता बनर्जी के ही आग्रह पर पीएम मोदी शुक्रवार को बंगाल के दौरे पर गए हैं।
इसलिए कहा गया है कि कभी किसी को बड़े बोल नहीं बोलने चाहिए। कभी किसी को अहंकार की भाषा नहीं बोलनी चाहिए। नहीं तो ममता बनर्जी की तरह ही शर्म में डूबना पड़ता है, सिर नीचे करके चलना पड़ता है।