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सनातन विरोधी RAHUL GANDHI ने शक्ति से श्रीराम तक का बार-बार किया अपमान, अब देवी लक्ष्मी-सरस्वती के आसन कमल के अनादर से हिंदू-विरोधी चेहरा फिर उजागर

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का हिंदू विरोधी चेहरा एक बार फिर पूरी तरह बेनकाब हो गया है। उनके दिल में हिंदुओं के प्रति कितनी नफरत भरी है, यह एक नहीं, कई बार उजागर हुआ है। यह तुष्टिकरण की राजनीति की पराकाष्ठा ही है कि वे हिंदुओं के लिए बार-बार अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें भला-बुरा कहते हैं और हिंसक बताते हैं। यहां तक कि हिंदु देवी-देवताओं का अपमान तक करते हैं। पहले राहुल गांधी ने शक्ति का संहार करने की बात कही थी और अब धन की देवी लक्ष्मी और ज्ञान की देवी सरस्वती जिस कमल पर विराजती हैं, उसके बारे में ही संसद में अनाप-शनाप बोला। हालांकि राहुल गांधी का भाषण जिस तरह झूठ पर आधारित था, वह कांग्रेस के लिए कोई नई बात नहीं है। पहले उनके परनाना जेएल नेहरू ने हिन्दू धर्म की आस्था से खिलवाड़ किया, उसके बाद उनकी दादी इंदिरा गांधी ने बार-बार हिन्दू धर्म को नीचा दिखाया। उनके पिता ने तुष्टिकरण की राजनीति को हवा देकर हिन्दू धर्म मानने वाले लोगों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास किया। भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी भारतीय संस्कृति को अपना नहीं पा रहे हैं। यही कारण है कि वो जयश्रीराम नारे का मजाक बनाते हैं और पावन सावन माह में मटन खाने का संदेश देते हैं। हिंदुत्ववादी होने से इनकार करते हुए राहुल गांधी बार-बार शक्ति से लड़ने की बात करते हैं, लेकिन उन्हें ज्ञान ही नहीं है कि शिव और शक्ति तो एक साथ ही हैं।नेहरू-गांधी खानदान करता रहा है हिंदुओं को नीचा दिखाने का प्रयास
यह अमिट सत्य है कि आजादी के बाद से ही नेहरू-गांधी ख़ानदान ने हिंदुओं को नीचा दिखाने और उनका मनोबल तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। इसकी शुरुआत स्वतंत्रता के बाद ही हो गई थी, लेकिन नेहरू के मंसूबों के पूरा होने के बीच सरदार वल्लभ भाई पटेल दीवार बनकर खड़े रहे। लेकिन जब नेहरू के हिंदू विरोधी काम पर अंकुश लगाने के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल नहीं रहे तो नेहरू-गांधी खानदान पूरी बेशर्मी से हिंदुओं की खिलाफत में जुट गया। विरासत में मिली इसी लकीर को राहुल गांधी भी पीटे चले जा रहे हैं। इसी के चलते सोशल मीडिया पर उनका बालक-बुद्धि नाम लगातार हिट हो रहा है। मुस्लिमों को खुश करने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति में वे इतना नीचे गिरते जा रहे हैं कि बार-बार हिंदुओं की खिलाफत करते हैं और हिंदु देवी-देवताओं का अपमान तक करने से नहीं चूक रहे हैं।

राहुल गांधी के ऐसे कई सार्वजनिक बयान हैं, जो हिंदुओं के प्रति उनकी दूषित मानसिकता को उजागर करते हैं। ऐसे कुछ बयानों पर एक नजर डालते हैं…सनातन से इतनी नफरत, धन की देवी लक्ष्मी के वाहन कमल को हिंसक बताया
29 जुलाई 2024
लोकसभा में राहुल गांधी ने महाभारत युद्ध के चक्रव्यूह संरचना का ज़िक्र करते हुए कहा कि इसमें डर, हिंसा होती है और अभिमन्यु को फंसाकर छह लोगों ने मारा। उन्होंने चक्रव्यूह को पद्मव्यूह बताते हुए कहा कि ये एक उल्टे कमल की तरह होता है। कमल हिंसा का प्रतीक है। उनके इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी निंदा की है और सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर लिखा, “जिस कमल के फूल को ब्रह्मा जी, लक्ष्मी जी और सरस्वती जी ने अपना आसन बनाया है। पवित्रता के प्रतीक उसी कमल फूल को हिंसक बताकर राहुल गांधी ने एक बार फिर हिंदू धर्म का घोर अपमान किया है।” छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने इसे 110 करोड़ हिंदुओं का अपमान बताया है। भाजपा मुंबई प्रदेश के उपाध्यक्ष हितेश जैन ने राहुल गांधी के बयान को अराजक और विभाजनकारी करार दिया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने राज्यसभा में इसका जवाब दिया। उन्होंने कहा कि धन की देवी लक्ष्मी और ज्ञान की देवी सरस्वती कमल पर ही विराजती हैं। ऐसे में कमल खिला रहेगा तो देश में समृद्धि बनी रहेगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि भारतीय पुराणों में कई तरह के व्यूह हैं, लेकिन कुछ लोगों का ज्ञान सीमित है। उन्होंने यह भी तंज किया कि लंबे समय तक कांग्रेस की सरकारें हलुआ खाती रहीं और अब इस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।अडवाणी के राम जन्मभूमि आंदोलन को हमने अयोध्या में ही हराया
6 जुलाई 2024
प्रभु श्रीराम के खिलाफ बोलने वाले विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रामजन्मभूमि पर भी विवादित बयान दिया। अहमदाबाद में गुजरात कांग्रेस मुख्यालय पर उन्होंने कहा कि अयोध्या में भाजपा को हराकर, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व वाले राम मंदिर आंदोलन को ही पराजित कर दिया है। उन्होंने कहा, “मैं एक बहुत महत्वपूर्ण बात कह रहा हूं…कांग्रेस पार्टी और इंडिया ब्लॉक ने उन्हें अयोध्या में हरा दिया।” अयोध्या यूपी की फैजाबाद लोकसभा सीट का हिस्सा है। फैजाबाद सीट भले ही सपा ने जीती हो, लेकिन हकीकत यह है कि अयोध्या क्षेत्र से बीजेपी को ज्यादा वोट मिले हैं। अति उत्साह में राहुल ने भविष्यवाणी की कि कांग्रेस 2027 में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी को गुजरात से बाहर कर देगी।

अपने आपको हिंदू कहने वाले हिंसा और नफरत फैलाते हैं
1 जुलाई 2024
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान भी राहुल गांधी का हिंदू विरोधी चेहरा खुलकर सामने आया। राहुल ने सदन में ही एक बार फिर हिन्दुओं को लेकर विवादित बयान दिया। राहुल गांधी ने हिंदुओं को हिंसक बताते हुए कहा कि जो लोग अपने-आप को हिन्दू कहते हैं, वो 24 घंटा हिंसा…हिंसा…हिंसा करते हैं। वे नफरत…नफरत…नफरत. और असत्य…असत्य…असत्य फैलाते हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर पीएम मोदी तुरंत उठकर खड़े हुए और कहा कि, ये गंभीर विषय है। पूरे हिन्दू समाज को हिंसक कहना बेहद गंभीर बात है। राहुल के बयान पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। हिंदुओं की खिलाफत करते हुए राहुल ने तुष्टिकरण का भी तीर चलाया और इस्लाम का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पैगंबर कहते हैं कि ईश्वर हमारे साथ है और हमें डरना नहीं है। इस तरह इस्लाम में डर से दूर रहने का संदेश दिया गया है। वह ऐसा संदेश देते हैं, जबकि खुद को हिंदू कहने वाले लोग पूरे दिन हिंसा-हिंसा करते हैं।

हिंदू धर्म में जो शक्ति है, मैं उस शक्ति के खिलाफ लड़ रहा हूं
17 मार्च 2024
राहुल गांधी की न्याय यात्रा के समापन पर मुंबई के शिवाजी पार्क में INDIA गठबंधन की रैली आयोजित की गई। गठबंधन दल के नेताओं के सामने भी राहुल हिंदू धर्म के विरोध पर उतर आए। रैली में राहुल गांधी ने कहा, हिंदू धर्म में जो शक्ति है। हम उस शक्ति से लड़ रहे हैं। अब सवाल उठता है कि वो शक्ति क्या है। जैसे किसी ने यहां कहा कि राजा की आत्मा EVM में है। ये सही है, राजा की आत्मा ईवीएम में है। PM मोदी ने अगले ही दिन कर्नाटक के शिवमोगा की रैली में शक्ति के अपमान पर राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा- I.N.D.I. अलायंस के लोग हिंदू धर्म में समाहित शक्ति को समाप्त करना चाहते हैं। हिंदू समाज जिन्हें शक्ति मानता है, उस शक्ति के विनाश का इंडी अलायंस ने ऐलान कर दिया है। अगर शक्ति विनाश का उनका ऐलान है तो शक्ति उपासना का मेरा भी ऐलान है। मोदी ने आगे कहा- कई राजनीतिक जानकार कहते रहे हैं कि नारी शक्ति मोदी की साइलेंट वोटर है। लेकिन मेरे देश की नारी शक्ति वोटर नहीं, बल्कि मां शक्ति स्वरूपा है। मैं इनको शक्ति के रूप में पूजता हूं और इनकी रक्षा के लिए जान की बाजी लगा दूंगा।

मध्य प्रदेश में युवाओं के जय श्रीराम बोलने पर ही जताया ऐतराज
5 मार्च 2024
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा राघौगढ़ से शाजापुर पहुंची तो यहां उन्होंने रोड शो किया। इसमें वे तुष्टिकरण की पराकाष्ठा पर जाकर प्रभु श्रीराम के खिलाफ ही बोले। उन्होंने कहा कि मोदी जी चाहते हैं कि आप मोबाइल देखो। जय श्री राम बोलो और भूखे मर जाओ। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जातिवाद और धर्मवाद को बढ़ावा देते हुए आपस में लड़वा रहे हैं।

मंदिरों की मूर्तियां सिर्फ दिखावे भर के लिए हैं, उनमें कोई शक्ति नहीं है
22 सितंबर 2023
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर हिंदू विरोधी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संसद में चुनकर आए प्रतिनिधि मंदिर की मूर्तियों की तरह हैं। यानी सिर्फ दिखावे के लिए हैं। उनके पास कोई शक्ति नहीं है। राहुल ने आगे कहा, “MPs को… जैसे मंदिर में मूर्ति होती है वैसे मूर्तियां बना रखी हैं। और OBC की वहां पर मूर्तियाँ भर रखी हैं, मगर मूर्तियों की तरह उनमें भी पावर बिल्कुल नहीं है। दरअसल, राहुल गांधी को पता ही नहीं है कि मंदिरों में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा की जाती है, तब वे भगवान का दर्जा हासिल करते हैं। देश का न्यायालय भी भगवान को एक आईडेंटिटी मानता है। खैर, ये बातें राहुल गांधी तब समझते, जब वे हिंदू धर्म को समझते। हालांकि, उनकी इस नामसझ और हिंदू विरोधी बयान पर कांग्रेस ने लीपा-पोती करने की कोशिश की। करनाल में बोले, यह देश पुजारियों को नहीं तो हुआ बवाल
9 जनवरी 2023
भारत जोड़ो यात्रा पर निकले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने करनाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर राजनीतिक निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया कि संत समाज उनके खिलाफ आग बबूला हो गया। दरअसल, राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि यह देश तपस्वियों का है, पुजारियों का नहीं है। इसी को लेकर देशभर के पुजारियों की गहरी नाराजगी सामने आई। हालात हुए कि राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के लिए आशीर्वाद देने वाले श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास भी राहुल गांधी के इस बयान की आलोचना करने के लिए मैदान में आए। राहुल की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह देश पुजारियों का नहीं है, यह कहना गलत बात है। यह देश पुजारियों के साथ ही सभी देशवासियों का है। उन्होंने कहा कि यहां पर जितने भी मठ और मंदिर हैं, सभी का देश के निर्माण में सहयोग है। सभी की तपस्या और सभी के प्रयासों से आज देश अन्य देशों की अपेक्षा अधिक संगठित है।

राम काल्पनिक हैं, उन पर यकीन कैसे कर सकते हैं
9 अप्रैल 2022
अगर आप भगवान श्री राम पर विश्वास करते है तो ये राहुल को बर्दाश्त नहीं, कुछ ऐसी ही मंशा का राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में राहुल गांधी कहते हैं कि उन्होंने बीजेपी के एक नेता से पूछा कि क्या वे पुनर्जन्म में यकीन रखते हैं, इस पर उस नेता ने कहा कि वह पुनर्जन्म में यकीन नहीं करते, इस पर राहुल गांधी ने सवाल किया कि अगर आप पुनर्जन्म में यकीन नहीं रखते तो राम में कैसे यकीन कर सकते हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस वीडियो से यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि अगर आप भगवान श्री राम पर विश्वास करते है तो ये राहुल को कतई बर्दाश्त नहीं है। कांग्रेस और उनका मानना है कि प्रभु श्रीराम काल्पनिक हैं।

जयपुर में बोले में हिंदुत्ववादी नहीं हूं, गोडसे है हिंदूवादी
12 दिसंबर 2021
राजस्थान में कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ महारैली का आयोजन किया। इस रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हिंदू विरोधी सोच खुलकर सामने आई। उन्होंने हिंदुत्व के खिलाफ ऐसा बयान दे डाला, जिसपर देशभर में आपत्ति हुई। राहुल गांधी ने एक बार फिर हिंदू और हिंदुत्व का मुद्दा उठाया। राहुल गांधी ने कहा, ”दो जीवों की एक आत्मा नहीं हो सकती, वैसे ही दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों का अंतर है, इन दो शब्दों के मतलब अलग है, एक शब्द हिंदू और दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी, ये एक शब्द नहीं है, ये दोनों अलग है, मैं हिंदू हूं लेकिन मैं हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गाँधी- हिन्दू, गोडसे – हिन्दुवादी।”

मंदिर में जाने वाले ही आपकी मां-बहन को बसों में छेड़ते हैं
20 अगस्त 2014
अपने बयान और कारनामों से चर्चा में रहने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर गंभीर विवाद में फंसे हैं। उन्होंने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बयान दे डाला कि जो लोग मंदिर जाते हैं, मंदिर में जाकर मत्था टेकते हैं और जो आपको मां- बहन कहते हैं वही लोग आपको बस में छेडते हैं। राजीव गांधी की 70वीं जयंती पर महिला कांग्रेस के अधिवेशन में राहुल गांधी महिला सुरक्षा परआयोजित एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे। उन्होंने कहा कि केवल कानून से समाज नहीं बदलता है. समाज सोच और विचारों से बदलता है।

 

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