इस तस्वीर को देखिए, ये तस्वीरें पत्थरदिल कांग्रेस नेताओं की हकीकत बयां कर रही है, सर्द रात में , खुले आसमान के नीचे नौकरी के लिए रात गुजारने को मजबूर इन छात्र-छात्राओं को उनके माता-पिता ने बड़ी ही कठिनाइयों से पाल पोस कर बड़ा किया था। लेकिन कांग्रेस के बेरहम नेताओं ने इनकी एक छोटी सी मांग पूरा करने के बदले, इन्हें कड़ाके की सर्दी में रातभर तड़पने के लिए मजबूर कर दिया।
रात भर खुले आसमान के नीचे ठिठुरते रहे छात्र
कांग्रेस आलाकमान के इशारे पर गहलोत सरकार की जिद से रात भर सर्दी में ठिठुरते रहे ये स्टूडेंट्स। लेकिन ना तो प्रियंका गांधी को और ना ही गहलोत सरकार को इनपर रहम आई। अहंकार में डूबे कांग्रेस नेताओं ने इस बात भी ख्याल नहीं रखा कि कई बेरोजगार महिलाएं भी कांग्रेस नेताओं की बेरुखी का दंश झेलती रहीं।
कड़ाके की सर्दी में कई छात्र बीमार हो गए
हैरानी की बात है राजस्थान से लखनऊ विरोध करने पहुंचे कुछ छात्र खुले आसमान में सर्दी की चपेट में आकर बीमार हो गए, कई स्टूडेंट्स को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, लेकिन कांग्रेस नेताओं का दिल नहीं पसीजा।
46 दिनों से जारी है छात्रों का आंदोलन
राजस्थान के बोरजगार अपनी मांगों को लेकर 46 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। गहलोत सरकार की शिकायत करने ये छात्र लखनऊ पहुंचे थे, ताकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात करते अपनी बात रख सकें।
लेकिन छात्रों की समस्यायें और राजस्थान की गलहोत सरकार से बात कर उसे सुलझाने के बजाय, प्रियंका गांधी ने मुलाकात तक नहीं है।
प्रियंका गांधी ने छात्रों से मुलाकात से मना किया
लखनऊ पहुंचे राजस्थान के बेरोजगार छात्रों ने ठान लिया है कि इस बार गहलोत सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई होगी या तो राजस्थान की गहलोत सरकार को उनकी मांगे माननी पड़ेगी नहीं तो अपनी मांगों को लेकर वे जान भी देने को तैयार हैं। और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी धरना जारी रहेगा।
लखनऊ में अपनी 22 मागों के लेकर छात्रों ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया था, लेकिन छात्रों की मांग सुनने के बदले उनके साथ बदसलूकी की गई।
राजस्थान के बेरोजगार छात्रों की मांगों के बारे में भी जान लीजिए
- नर्सिंग भर्ती 2013 के वंचित अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नियुक्ति
- प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 की चयन सूची जारी की जाए
- स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में कम किए 689 पदों को जोड़ा जाए
- 689 पदों को जोड़ कर एक नई सूची जारी की जाए
- रीट शिक्षक भर्ती 2021 में 5000 पदों पर विशेष शिक्षकों के पद
- रीट शिक्षक भर्ती 2021 में 31000 से बढ़ाकर 50000 किया जाए
- शिक्षक भर्ती 2012 मामले में सरकार कार्रवाई करे
- सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं के पक्ष में प्रार्थना पत्र दिया जाए
- रीट शिक्षक भर्ती 2018 को जल्द से जल्द पूरी की जाए l
- पंचायती राज एलडीसी भर्ती 2013 का नियुक्ति प्रक्रिया का कैलेंडर
- टेक्निकल हेल्पर,पंचायतराज JEN, कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती
- फर्स्ट ग्रेड और सेकंड ग्रेड के लिए
- पीटीआई भर्ती के 461पदों की संख्या बढ़ाकर 2000 पदों पर हो
- 6 बेरोजगार अभ्यर्थियों के मुकदमे वापस ले जाए l
- प्रतियोगी परीक्षा में गैर जमानती कानून का अध्यादेश
- चिकित्सा विभाग में नई भर्तियों की विज्ञप्तिया जारी की जाए
- बाहरी राज्यों का कोटा कम कर प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता
- प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र गृह जिले में हों
- परीक्षा केंद्र सरकारी स्कूलों में हों और सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी
- प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में बायोमेट्रिक वीडियोग्राफी जरूरी हो
‘हठधर्मिता छोड़ छात्रों से बात करे गहलोत सरकार’
छात्रों की मांगों को लेकर राजस्थान सरकार की बेरूखी के बाद अब बीजेपी ने छात्रों के साथ कांग्रेस की बेरूखी का विरोध करते हुए कहा है कि राज्य सरकार को हठधर्मिता छोड़कर युवाओं की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।
राजस्थान के बेरोजगारों का कहना है कि कांग्रेस ने उनसे वादाखिलाफी की है। यूपी में प्रियंका गांधी अपनी रैलियों में बेरोजगारों को रोजगार देने और सरकारी भर्ती करने सहित कई वादे कर रही है, लेकिन राजस्थान के बेरोजगार छात्र अब यूपी में कांग्रेस के वादों की पोल खोलने की तैयारी कर चुके हैं। वे कांग्रेस को राहुल गांधी के उस वादे की याद दिला रहे हैं, जो तीन साल पहले राज्य के युवाओं, महिलाओं और किसानों से किए थे, लेकिन अब इन वादों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया है।
बेरोजगारों का आंदोलन अब आर-पार की लड़ाई
राजस्थान सरकार के खिलाफ बेरोजगारों का आंदोलन अब आर-पार की लड़ाई में तब्दील हो गया है।
प्रियंका गांधी की रैली में विरोध करने यूपी पहुंचेंगे युवा
राजस्थान के बेरोजगारों का कहना है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार झूठ बोल कर बेरोजगारों का अनशन तुड़वाने में जुटी है। जबकि रीट भर्ती परीक्षा में हुई धांधली के आरोपियों को पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है।
रीट प्रकरण पर खानापूर्ति कर वाहवाही लूटना चाह रही सरकार
छात्रों का आरोप है कि सरकार ने आनन-फानन में रीट का रिजल्ट जारी कर दिया। जबकि जिन लोगों तक फर्जी तरीके से पेपर पहुंचा था। उनकी मान्यता निरस्त कर उन्हें पकड़ा जाना चाहिए था। लेकिन सरकार इस पूरे प्रकरण पर खानापूर्ति कर वाहवाही लूटना चाह रही है। जिसे प्रदेश के बेरोजगार कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। कांग्रेस को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।