प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 20 जून को अमेरिका और मिस्र की पांच दिन की यात्रा पर रवाना हो गए। रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा कि यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने और इसमें विविधता लाने का महत्वपूर्ण अवसर बनेगी। प्रधानमंत्री ने कहा है कि मुझे विश्वास है कि अमेरिका की मेरी यात्रा लोकतंत्र, विविधता और स्वतंत्रता के साझा मूल्यों पर आधारित हमारे संबंधों को मजबूत करेगी। साझा वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हम एक साथ मजबूती से खड़े हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं राष्ट्रपति जोसेफ जे. बाइडेन और प्रथम महिला डॉ जिल बाइडेन के निमंत्रण पर संयुक्त राज्य अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जा रहा हूं। यह विशेष निमंत्रण हमारे लोकतंत्रों के बीच साझेदारी की शक्ति और जीवंतता का प्रतिबिंब है। मैं न्यूयॉर्क में अपनी यात्रा शुरू करूंगा, जहां मैं 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाऊंगा। मैं उसी स्थान पर इस विशेष उत्सव की प्रतीक्षा कर रहा हूं जिसने दिसंबर 2014 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता देने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन किया था।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत-अमेरिका संबंध बहुआयामी हैं, जिसमें सभी क्षेत्रों में गहरा जुड़ाव रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका वस्तु और सेवाओं में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में निकटतापूर्वक सहयोग करते हैं। क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज की पहल ने नए आयाम जोड़े हैं और रक्षा औद्योगिक सहयोग, अंतरिक्ष, दूरसंचार, क्वांटम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बायोटेक क्षेत्रों में सहयोग को व्यापक बनाया है। हमारे दोनों देश मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत के हमारे साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए भी सहयोग कर रहे हैं।’
प्रधानमंत्री राष्ट्रपति बाइडेन और प्रथम महिला डॉ जिल बाइडेन के राजकीय भोज में शामिल होंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति बाइडेन और अन्य वरिष्ठ अमेरिकी नेताओं के साथ मेरी चर्चा हमारे द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ जी20, क्वाड और आईपीईएफ जैसे बहुपक्षीय मंचों पर मजबूती प्रदान करेगी। अमेरिकी कांग्रेस ने हमेशा भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत समर्थन प्रदान किया है।’
प्रधानमंत्री इस यात्रा के दौरान अमेरिका के प्रमुख गणमान्य लोगों और सीईओ से मिलेंगे। अपने बयान में उन्होंने कहा, ‘जन-जन के बीच मजबूत संपर्क हमारे देशों के बीच विश्वास विकसित करने में सहायक रहे हैं। मैं जीवंत भारतीय-अमेरिकी समुदाय से मिलने के लिए उत्सुक हूं जो हमारे समाजों का सर्वोत्तम प्रतिनिधित्व करता है। मैं दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को ऊपर उठाने और लचीली वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के निर्माण के अवसरों पर चर्चा करने के लिए कुछ प्रमुख सीईओ से भी मिलूंगा। मुझे विश्वास है कि अमेरिका की मेरी यात्रा लोकतंत्र, विविधता और स्वतंत्रता के साझा मूल्यों पर आधारित हमारे संबंधों को मजबूत करेगी। साझा वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हम एक साथ मजबूती से खड़े हैं।’
अमेरिका के बाद प्रधानमंत्री मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर काहिरा की यात्रा पर जाएंगे। यह मिस्र की उनकी पहली राजकीय यात्रा होगी। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमें इस वर्ष अपने गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति सिसी का स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कुछ महीनों के अंतराल में ये दो यात्राएं मिस्र के साथ हमारी तेजी से विकसित हो रही साझेदारी का प्रतिबिंब हैं, जिसे राष्ट्रपति सिसी की यात्रा के दौरान एक ‘रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ाया गया था। मैं दोनों देशों के बीच सभ्यतागत और बहुआयामी साझेदारी को और गति प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति श्री सिसी और मिस्र सरकार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ अपनी चर्चा के लिए उत्सुक हूं। मुझे मिस्र में जीवंत भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने का भी अवसर मिलेगा।’