प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार, 30 दिसंबर को कोरोना वैक्सीन विकसित करने वाली तीन टीमों के साथ वर्चुअल बैठक की। ये टीमें पुणे की जिनोवा बायो फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड और हैदराबाद की बॉयोलोजिकल ई लिमिटेड और डॉक्टर रैडिस लेबोरेट्री की हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए इन कपंनियों के वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की। टीके के विकास के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों की क्षमता पर भी चर्चा की गई।
प्रधानमंत्री ने इन कंपनियों से कहा कि वे विनियामक प्रक्रियाओं और संबंद्ध मुद्दों के बारे में अपने सुझाव तथा विचार दें। उन्होंने कंपनियों को परामर्श दिया कि उन्हें टीके और इससे संबंधित मुद्दों के बारे में सरल भाषा में आम लोगों को जानकारी देने के अतिरिक्त प्रयास भी करने चाहिए। टीके की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए संभारतंत्र, परिवहन और कोल्ड चेन से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
जिन टीकों के बारे में चर्चा की गई वे सभी परीक्षण के विभिन्न चरणों में हैं। इनका विस्तृत डाटा और नतीजे अगले वर्ष की शुरूआत से मिलने की आशा है। प्रधानमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को सलाह दी कि वे विनिर्माताओं के साथ पूरा सहयोग करें ताकि इनके प्रयासों के अच्छे नतीजे सामने आएं और देश तथा दुनिया की जरूरतें पूरी की जा सकें।