देश के कुछ राज्यों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना की नई लहर से महाराष्ट्र, केरल और पंजाब का बुरा हाल होता दिख रहा है। इ राज्यों के कई इलाकों में एक बार फिर से लॉकडाउन के खतरे मंडराने लगे हैं। महाराष्ट्र में नागपुर के बाद अब अकोला में भी लॉकाउन लगाने का फैसला किया गया है, जबकि पुणे में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया है। राज्य में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या एक लाख के पार चली गई है।
देश भर में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 23,285 नये मामले दर्ज किये गए। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 14,317 नये मामले दर्ज किये गये हैं । केरल में 2,133 और पंजाब में 1,305 नये मामले दर्ज हुए हैं। देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामले 1,97,237 हैं और भारत में इस समय सक्रिय मामले देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 1.74 प्रतिशत है। देश के कुल सक्रिय मामलों में दो राज्यों महाराष्ट्र और केरल का 71.69 प्रतिशत योगदान है।
कोरोना मामलों में बढ़ोतरी वाले राज्यों में नियंत्रण एवं प्रबंधन के लिए केन्द्र सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। इन राज्यों में कोविड मामलों की स्थिति की समीक्षा, इससे निपटने की रणनीति और जन स्वास्थ्य उपायों को भी अपनाया जा रहा है। हाल ही में केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र और पंजाब में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इन पर नियंत्रण के लिए उच्चस्तरीय जन स्वास्थ्य टीमों को भेजा है।
देश में 12 मार्च की सुबह सात बजे तक 2,61,64,920 वैक्सीन के डोज लोगों को दिए जा चुके हैं। अब तक देश में कोरोना संक्रमण से 1.09 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं और पिछले 24 घंटों में 15,157 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई।
पिछले 24 घंटों में कोविड से 117 लोगों की मौत हुईं है। मौत के 82.91 प्रतिशत मामले सात राज्यों से संबंधित हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 57 मरीजों की मौत हुईं। इसके बाद पंजाब में 18 और केरल में 13 लोगों की मौत हुई है।
पिछले 24 घंटों में 19 राज्यों में कोरोना से किसी भी व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं मिली है। इन राज्यों में गुजरात राजस्थान, चंडीगढ़, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, बिहार, पुदुचेरी, लक्षदीप, मणिपुर, दमण और दीव, दादरा और नागर हवेली, मिजोरम, लद्दाख, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मेघालय, सिक्किम, त्रिपुरा, नगालैंड और अरूणाचल प्रदेश शामिल हैं।
भारत ने अब तक लगभग 70 देशों में स्वदेश में बनी वैक्सीन की 5.85 करोड से अधिक खुराक भेजी हैं। इनमें से लगभग 80 लाख वैक्सीन 35 देशों में अनुदान सहायता के रूप में नि:शुल्क, जबकि 18 देशों में कोवैक्स सुविधा के रूप में लगभग 1.64 करोड वैक्सीन की आपूर्ति की गई है। 3.39 करोड़ से अधिक वैक्सीन वाणिज्यिक आधार पर 15 देशों में भेजी गई है।