Home समाचार PM Modi के खिलाफ साजिश के षडयंत्र में मुख्य सचिव और डीजीपी...

PM Modi के खिलाफ साजिश के षडयंत्र में मुख्य सचिव और डीजीपी को बर्खास्त कर पंजाब सरकार के खिलाफ कड़ा और बड़ा निर्णय लिया जाना चाहिए ? सुलगते 15 सवाल मांग रहे जवाब…

SHARE

अब यह शीशे की तरह साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में सेंध नहीं लगी, बल्कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने जान-बूझकर, सुनियोजित तरीके से प्रधानमंत्री मोदी की राह में रोड़े अटकाए। पंजाब कि चन्नी सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले एक नहीं कई सुलगते सवाल हैं, जो साफ चुगली खाते हैं कि पीएम के खिलाफ कांग्रेस द्वारा और सरकार की शह पर साजिश रची गई। वह तो भला हो प्रधानमंत्री की दूरअंदेशी और एसपीजी का….जिसके चलते कांग्रेसी अपने षडयंत्र में सफल नहीं हो पाए। हां, इस साजिश के चलते प्रधानमंत्री को फिरोजपुर की रैली और राष्ट्रीय शहीद स्मारक पर शहीदों के नमन किए बगैर दिल्ली वापस लौटना पड़ा।

कांग्रेस सरकार की कदम-कदम पर खामियां, साजिश, षडयंत्र व हत्या कि मंशा उजागर
पहले हम उन सवालों पर रोशनी डालते हैं, जो कांग्रेस पार्टी और चन्नी सरकार को साफ तौर पर कठघरे में खड़ा करते हैं। यह वे सवाल हैं,  जिनमें न सिर्फ कदम-कदम पर जान-बूझकर की गई खामियां खड़ी हैं, बल्कि साजिश, षडयंत्र और हत्या की मंशा उजागर होती है। सवाल सिर उठाए खड़े हैं कि यदि कांग्रेस की तरफ से कोई साजिश नहीं थी तो कैसे कांग्रेस के बड़े नेता पीएम की सुरक्षा में सेंध लगने के बाद जश्न मनाते, शर्मनाक बयान देते और ट्वीट करते नजर आए ? क्या पार्टी के ‘ऊपर’ से इशारे के बिना कोई भी मुख्यमंत्री देश की सुरक्षा, सम्मान की बलि चढ़ाने की हिम्मत कर सकता है ? आइये, इन 15 सवालों पर एक नजर डालते हैं, जिनका जवाब देश कांग्रेस हाईकमान, पार्टी नेता और चन्नी सरकार से मांग रहा है….

01. पीएम के प्रोटोकॉल में राज्य के सीएम को अगवानी के आना होता है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी कोरोना पॉजिटिव से संपर्क का बहाना कर नहीं गए और बाद में मास्क उतार कर मीडिया से कैसे बातें करते रहे ?

02. सीएम चन्नी यह भी बहाना करते रहे कि पीएम के सड़क मार्ग से जाने की उन्हें जानकारी नहीं थी। क्या पुलिस और प्रशासन के मुखिया उन्हें इतने महत्वपूर्ण मामले पर रिपोर्ट नहीं करते ? या ऐसा करने की जरूरत ही महसूस नहीं करते?

03. सीएम को जब पीएम के कार्यक्रम की जानकारी ही नहीं थी तो उन्होंने यह बयान कैसे दे दिया कि हम उस समय रास्ते में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने वालों पर लाठियां कैसे बरसा सकते थे?

04. पीएम के फ्लाईओवर पर फंसने के ऐन मौके पर सीएम चन्नी और डीजीपी द्वारा मोबाइल फोन रिसीव क्यों नहीं किये गए ?

05. पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने एसपीजी को रूट क्लियर होने की पुष्टि की थी, फिर प्रर्दशनकारी सड़क पर कैसे जमा हो गए ?

06. पीएम को हेलिकॉप्टर से जाना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण उन्हें सड़क मार्ग से ले जाया गया। प्रदर्शनकारियों तक यह जानकारी कैसे लीक हुई ? उनको पीएम के रूट का पता कैसे चला ? ये पंजाब सरकार के इशारे पर पुलिस ने किया।

07. पीएम का काफिला निकलते वक्त भारी मात्रा में पुलिस तैनात होती है, फिर इतने प्रदर्शनकारी कम समय में कैसे जुट गए ? किसान संगठनों ने प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान विरोध की घोषणा की थी, इसके बावजूद राज्य की इंटेलिजेंस एजेंसियों को भनक क्यों नहीं लगी ?

08. पीएम का काफिला जहां पर रोका, वहां पंजाब पुलिस मौजूद थी। पुलिस ने समय रहते उन प्रदर्शनकारियों को क्यों नहीं हटाया ?

09. पंजाब के एडीजीपी लॉ और आर्डर की चिठ्ठी पर भी पुलिस-प्रशासन के अधिकारी अतिरिक्त अलर्ट मोड पर क्यों नहीं आए ?

10. काफिले वाले रूट पर बैठे किसान अगर हटने को तैयार नहीं थे तो पीएम के काफिले का रूट क्यों नहीं बदला ? क्या ऐसा न करने के ऊपर से आदेश थे ?

11. पंजाब पुलिस ने एसपीजी को पहले ही समय रहते इस बारे में क्यों नहीं बताया ? ताकि इसका विकल्प तलाशा जा सकता। 

12. जिस पंजाब पुलिस की जिम्मेदारी प्रदर्शनकारियों को हटाने की थी, वह उन्हीं प्रदर्शनकारियों के साथ चाय की चुस्कियां लेने वाले वीडियो में कैसे कैद हो गई?

13. यदि कांग्रेस की तरफ से कोई साजिश नहीं थी तो कैसे कांग्रेस के बड़े नेता पीएम की सुरक्षा में सेंध लगने के बाद जश्न मनाते और शर्मनाक बयान देते और ट्वीट करते नजर आए ?

14. आखिरकार देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक होने के बावजूद दिल्ली से लेकर पंजाब तक के किसी भी कांग्रेस नेता ने अफसोस तक जाहिर करने की जरूरत क्यों नहीं समझी ?

15. और सबसे अंतिम व सबसे बड़ा सवाल यही है क्या देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ साजिश के षडयंत्र में पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी को न सिर्फ बर्खास्त किया जाना चाहिए, बल्कि सरकार के खिलाफ भी कड़ा और बड़ा निर्णय लिया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी राज्य सरकार सियासी फायदे-दुश्मनी के लिए ऐसी हिमाकत करने की हिम्मत भी न जुटा सके??

 

Leave a Reply