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Rahul Gandhi का भारत-विरोधी कुख्यात लोगों से मेलजोल और अमर क्रांतिकारियों के कार्यक्रम से दूरी…क्या “भारत तोड़ो आइकॉन्स” के साथ भारत को जोड़ने निकले हैं कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष गांधी ?

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी “भारत तोड़ो आइकॉन्स” के साथ भारत जोड़ो यात्रा की नौटंकी कर रहे हैं ? टुकड़े-टुकड़े गैंग का कर्ताधर्ता कन्हैया कुमार पहले ही राहुल गांधी के साथ यात्रा में है। अब राहुल गांधी ने हिन्दुओं और भारत के लिए घृणा रखने वाले कुख्यात पादरी जॉर्ज पोन्नया से चर्च जाकर मुलाकात की है। हैरतअंगेज बात तो यह है कि इस हिंदू विरोधी पादरी से मिलने का तो समय था, लेकिन राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सेनानी और महात्मा गांधी के अनुयायी केई मेमन और पद्मश्री से सम्मानित पी गोपीनाथन नायर के स्मारक का अनावरण कार्यक्रम में जाने की जरूरत नहीं समझी। यह कार्यक्रम तिरुवनंतपुरम स्थित NIMS अस्पताल में प्रस्तावित था। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सुधाकरण की मौजूदगी में परिवार की ओर से राहुल गांधी को निमंत्रण भी दिया गया। राहुल के न जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष को सबसे माफ़ी मांगनी पड़ी। इस पूरे वाकये का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।राहुल गांधी ने पहले कार्यक्रम में आने का कहा था, लेकिन बाद में खुद ही मुकर गए
केरल के दो क्रांतिकारी, गांधीवादी केई मेमन और पद्मश्री से सम्मानित पी गोपीनाथन नायर के स्मारक का अनावरण किया जाना था। यह कार्यक्रम तिरुवनंतपुरम स्थित NIMS अस्पताल में प्रस्तावित था। परिवार की ओर से केरल प्रदेश कांग्रेस इकाई के प्रमुख सुधाकरण की उपस्थिति में राहुल को निमंत्रण भी दिया गया, लेकिन राहुल गांधी ने देश की स्वतंत्रता के इन सेनानियों के कार्यक्रम में जाने की जरूरत ही नहीं समझी। सेनानियों के इस सम्मान समारोह में शिरकत करने के लिए सुधाकरण, UDF के नेता एमएम हसन और स्थानीय सांसद शशि थरूर NIMS अस्पताल पहुंचे थे। मगर, राहुल गांधी निमंत्रण के बाद भी नहीं पहुंचे। बताया जा रहा है कि, राहुल गांधी ने पहले कार्यक्रम में आने का कहा था, लेकिन बाद में खुद ही मुकर गए।कांग्रेस प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के सुधाकरण को आयोजकों से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी पड़ी
कांग्रेस खो चुकी सियासी जमीन को वापस पाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है, लेकिन इसमें आए दिन नए विवाद सामने आ रहे हैं। अब एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति सवालों के दायरे में आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, क्रांतिकारियों के सम्मान समारोह में राहुल गांधी के नहीं पहुंचने पर कांग्रेस प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के सुधाकरण को आयोजकों से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी पड़ी। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें सुधाकरण माफी मांगते नजर आ रहे हैं।पीएम मोदी ने कहा था, गांधीवादी सिद्धांतों में अटूट प्रतिबद्धता के लिए नायर को याद किया जाएगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीवादी विचारक, स्वतंत्रता सेनानी और पद्म श्री से सम्मानित पी गोपीनाथन नायर के निधन पर तब शोक जताया था। उन्होंने कहा था कि देश की आजादी की लड़ाई में योगदान तथा गांधीवादी सिद्धांतों में अटूट प्रतिबद्धता के लिए गोपीनाथन को हमेशा याद किया जाएगा। नायर का तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पी गोपीनाथन नायर को स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने और गांधीवादी सिद्धांतों में अटूट प्रतिबद्धता के लिए याद किया जाएगा। उनके निधन से गहरा धक्का पहुंचा है। मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।’’ काबिले गौर है कि गांधीवादी विचारों और मूल्यों के लिए प्रसिद्ध नायर कई दशकों से केरल के सामाजिक-सांस्कृतिक परिदृश्य में मौजूदगी रखते थे। उन्हें ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन में भाग लेने के लिए जेल में भी डाला गया था।

बीजेपी ने सवाल उठाए, भारत तोड़ने वालों के साथ भारत जोड़ रहे राहुल
एक ओर राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सैनिनियों के कार्यक्रम में जाने की जरूरत नहीं समझी, दूसरी ओर वे इससे पहले हिंदू और भारत विरोध पादरी जॉर्ज पोन्नया से चर्च जाकर मिले। राहुल गांधी की इस मुलाकात पर भारतीय जनता पार्टी ने जमकर सवाल उठाए हैं। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया था, ‘इस शख्स को पहले भी हिंदुओं के खिलाफ नफरत के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है। उसने यह भी कहा था कि मैं जूते इसलिए पहनता हूं, ताकि भारत माता की अशुद्धियां हमें दूषित न कर दें। बीजेपी नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी भारत तोड़ो आइकॉन्स के साथ भारत जोड़ो कर रहे हैं?’

‘ईसा मसीह ही असली भगवान हैं…वो इंसान के रूप में प्रकट हुए, शक्ति की तरह नहीं’
भाषा के अनुसार, कई भाजपा नेताओं समेत अन्य लोगों द्वारा साझा किए गए वीडियो में, जॉर्ज पोन्नैया के रूप में पहचाने गये पादरी को कथित तौर पर गांधी से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ईसा मसीह ही ‘असली भगवान हैं। … वह एक इंसान के रूप में प्रकट हुए। शक्ति की तरह नहीं…।’पादरी कांग्रेस नेता के उस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या ईसा मसीह को भगवान माना जाता है या नहीं। इस मुलाकात के दौरान हुई एक चर्चा की वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आई है। इसमें देख सकते हैं कि जीसस के बारे में पूरी चर्चा हो रही है। पादरी राहुल गाँधी को समझा रहे हैं कि यीशु ही असल में ईश्वर हैं।जीसस को भगवान और हिंदू देवताओं को काल्पनिक बताते रहे पादरी और राहुल चुप्पी साधे रहे
राहुल गाँधी को पानी की तीन अवस्थाओं का उदाहरण देकर समझाया जा रहा है कि राहुल गाँधी ईश्वर के पुत्र हैं। वहीं बीच में जॉर्ज पोन्नैया कहते हैं कि जीसस ही असली भगवान हैं, वो शक्ति और हिंदू देवताओं जैसे नहीं हैं। पोन्नैया को वीडियो में कहते सुना जा सकता है, “वह (जीसस) मानव के तौर पर जन्मे असली भगवान हैं। शक्ति (हिंदू देवी) और अन्य की तरह नहीं।” खुद को जनेऊधारी बताने वाले राहुल गाँधी को हिंदू देवताओं के ऐसे अपमान पर वीडियो में चुपचाप बैठे पादरी की बातों को सुनते देखा जा सकता है। पादरी ये दर्शाते रहते हैं कि जीसस ही असली भगवान हैं जबकि हिंदू देवता काल्पनिक हैं। लेकिन राहुल इस पर कुछ नहीं बोलते।

हम इसलिए चप्पल पहनते हैं ताकि पैर गंदे न हों और भारत माता के कारण हमें कोई बीमारी न हो
एक ओर कॉंग्रेस अपनी राजनीति और भाग्य को बदलने के लिए भारत ‘जोड़ो यात्रा’ कर रही है। वहीं दूसरी ओर उसके नेत राहुल गाँधी एक ऐसे व्यक्ति से मिल रहे हैं जो भारत माँ और हिंदू देवी-देवताओं के साथ हिंदुओं की सभ्यता और संस्कारों पर घृणित टिप्पणी कर रहा है। राहुल गाँधी से हिंदू देवताओं के बारे में हुई बातचीत ही पादरी जॉर्ज पोन्नैया का पहला हिंदू विरोधी बयान नहीं है। इससे पहले भी वो विभिन्न मौकों पर हिंदू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बातें करते आए हैं। जुलाई 2021 में ‘जनन्याग क्रिस्थुवा पेरवई अमाईपु’ नामक NGO के सलाहकार व ईसाई पोन्नैया ने कन्याकुमारी के अरुमनई में कहा था, “भाजपा विधायक एम आर गाँधी इसलिए चप्पल नहीं पहनते क्योंकि वो भारत माता को दर्द नहीं देना चाहते और हम लोग इसलिए चप्पल पहनते हैं ताकि हमारे पैर गंदे न हों और भारत माता के कारण हमें कोई बीमारी न हो।”

पीएम मोदी और अमित शाह के बारे में पादरी ने की थी अभद्र टिप्पणी
ईसाई पादरी पोन्नैया इसी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के खिलाफ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। तब उन्होंने कहा था, “नरेंद्र मोदी का आखिरी दिन सबसे दयनीय होगा। मैं लिखकर दे सकता हूँ। अगर जिन भगवान को हम पूजते हैं वो सच में जिंदा हैं तो इतिहास देखेगा कि मोदी और अमित शाह के सड़े शरीर को कुत्ते और कीड़े खाएँगे।” पादरी ने ये तमाम बयान डीएमके पार्टी के पक्ष में चुनाव प्रचार के दौरान आए, जिस पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने वीडियो को आधा-अधूरा बताते हुए माफ़ी माँग ली थी। हालाँकि तब पादरी पर FIR भी दर्ज हुई थी और 18 जुलाई 2021 को उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया था। जनवरी 2022 में पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने अपने खिलाफ दर्ज इस FIR को रद्द करने की अपील को मद्रास हाईकोर्ट ने अस्वीकर कर दिया था। तब हाईकोर्ट ने पादरी के बयान को हिंदुओं के लिए बेहद अपमानजनक माना था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने क्रांतिकारियों को तो नकार दिया और ऐसे विवादित और भारत विरोधी पादरी को गले लगाया!

 

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