प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना संकट काल में भी समाज के कमजोर वर्गों को लगातार मदद मिल रही हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के माध्यम से महिलाओं, गरीब वरिष्ठ नागरिकों और किसानों को मुफ्त में अनाज के साथ नकद सहायता मिल रही है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत करीब 39 करोड़ लाभार्थियों को डिजिटल भुगतान प्रणाली की मदद से 5 मई तक 34,800 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा चुकी है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज: अब तक की स्थिति-
किसानों को सहायता
पीएम-किसान की पहली किस्त के भुगतान के रूप में कुल 16,394 करोड़ रुपये दिए गए हैं। योजना के तहत 8 करोड़ 19 लाख लाभार्थियों के खातों में 2,000-2,000 रुपये सीधे डाले गए हैं।
महिला जनधन खाता
इस पैकेज के तहत 20.05 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के खाते में 500-500 रुपये दिए गए हैं। 22 अप्रैल तक इस मद में कुल 10,025 करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं। पीएमजेडीवाई खाताधारक महिलाओं की संख्या जिनके खाते में लेनदेन हुआ 8.72 करोड़ हैं। दूसरी किस्त के तहत 5.57 करोड़ महिला जन धन खाताधारकों को 5 मई को 2,785 करोड़ रुपए जारी किए गए।
वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांगजनों को मदद
राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (एनएसएपी) के तहत लगभग 2.82 करोड़ वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांगजनों को करीब 1,405 करोड़ रुपये वितरित किए गए। प्रत्येक लाभार्थी को इस योजना के तहत पहली किस्त के रूप में 500 रुपये दिए गए हैं। सभी 2.812 करोड़ लाभार्थियों को वित्तीय मदद ट्रांसफर की गई।
भवन और अन्य निर्माण श्रमिकों को मदद
भवन एवं निर्माण क्षेत्र में लगे 2.20 करोड़ श्रमिकों को 3492.57 करोड़ रुपये की मदद दी गई।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
अप्रैल माह के लिए अब तक 67.65 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का उठाव 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा किया जा चुका है। अप्रैल 2020 के लिए 36 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा 60.33 करोड़ लाभार्थियों को 30.16 एलएमटी खाद्यान्न वितरित किया गया है। इसी प्रकार मई में 22 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा 12.39 करोड़ लाभार्थियों को 6.19 एलएमटी खाद्यान्न वितरित किया गया है। विभिन्न राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों को 2.42 एलएमटी दालों की आपूर्ति की गई है। कुल 19.4 करोड़ लाभार्थियों में से 5.21 करोड़ लाभार्थियों को दालें वितरित की गई हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत अब तक कुल 5.09 करोड़ सिलेंडर बुक किए गए हैं और 4.82 करोड़ पीएमयूवाई मुफ्त सिलेंडर पहले ही लाभार्थियों को वितरित किए जा चुके हैं।
ईपीएफओ
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के 9.6 अंशधारकों ने ईपीएफओ खाते से 2985 करोड़ की अग्रिम राशि की ऑनलाइन निकासी का लाभ लिया। यह वह राशि है जिसे उन्हें वापस नहीं करना है। 44.97 लाख अंशधारकों के खाते में 24 प्रतिशत अंशदान के रूप में 698 करोड़ रुपये डाले गए।
मनरेगा
01 अप्रैल 2020 से प्रभावी मनरेगा की बढ़ी हुई दर को अधिसूचित किया गया। मौजूदा वित्त वर्ष में मनरेगा के तहत 5.97 करोड़ व्यक्ति कार्य-दिवस के अवसर पैदा हुए। इसके अलावा, राज्यों को वेतन और सामग्री दोनों के लंबित बकाये का भुगतान करने के लिए 21,032 करोड़ रुपये जारी किए गए।
स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए बीमा योजना
योजना का संचालन न्यू इंडिया एश्योरेंस द्वारा किया गया है जिसमें 22.12 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को कवर किया गया है।
मोदी सरकार ने मार्च के आखिर सप्ताह में कोरोना संकट के उबरने के लिए आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था। डालते हैं एक नजर-
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 26 मार्च को लॉकडाउन के प्रभाव से गरीबों को बचाने के लिए की है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के एक हिस्से के रूप में सरकार ने महिलाओं, गरीब वरिष्ठ नागरिकों, किसानों को मुफ्त में अनाज देने और नकद भुगतान करने की घोषणा की। इस पैकेज के तेजी से कार्यान्वयन पर केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से लगातार पैनी नजर रखी जा रही है। वित्त मंत्रालय, संबंधित मंत्रालय, मंत्रिमंडलीय सचिवालय और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) यह सुनिश्चित करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं कि राहत के उपाय तेजी से और लॉकडाउन से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर जरूरतमंदों तक अवश्य ही पहुंच जाएं। फिनटेक और डिजिटल तकनीक का उपयोग लाभार्थियों को तेजी और सही ढंग से ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। डीबीटी यह सुनिश्चित करता है कि राशि सीधे लाभार्थी के खाते में ही जमा हो। डीबीटी से धनराशि के कहीं और न जाने की गुंजाइश ही नहीं रहती।
मोदी सरकार ने दिया 1.70 लाख करोड़ रुपए का राहत पैकेज, गरीबों-ज़रूरतमंदों के मिलेगी मदद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच अर्थव्यवस्था और गरीबों की मदद के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गरीब कामगारों के लिए पैकेज का एलान किया। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाले कामगारों और गरीबों के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपए का पैकेज तैयार किया गया है। हमारी कोशिश होगी कि गांवों और शहरों में रहने वाला कोई भी गरीब भूखा न सोए। इसके तहत गरीबों को हर महीने 10 किलो का मुफ्त अनाज दिया जाएगा और किसानों को भी आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही महिलाओं, बुजुर्गों और कर्मचारियों के लिए भी ऐलान किए गए हैं।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना
निर्मला सीतारमण ने बताया कि पीएम गरीब कल्याण धन योजना के तहत किसानों, मनरेगा, गरीब विधवा, गरीब पेंशनधारी और दिव्यांगों, और जनधन अकाउंट धारी महिलाओं, उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाएं, स्वंय सेवा समूहों की महिलाओं और संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों, कंस्ट्रक्शन से जुड़े मजदूरों को मदद दी जाएगी।
Government of India announces #PradhanMantriGareebKalyanYojana – a relief package with a total outlay of ₹1,70,000 crore. To benefit Farmers, migrant workers, Urban & Rural poor, Women, Divyang etc.@nsitharaman@FinMinIndia#IndiaFightsCorona #Lockdown21 pic.twitter.com/TVWWis0nNT
— PIB India (@PIB_India) March 26, 2020
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
अगले तीन महीने के लिए हर गरीब को अब 5 किलो का अतिरिक्त गेहूं और चावल मिलेगा, यानी कुल 10 किलो का गेहूं या चावल उसे मिल सकेगा। साथ ही उन्हें 1 किलो दाल भी मिलेगी, जिसमें क्षेत्र के मुताबिक लोगों के पसंद की दाल दी जाएगी।
हेल्थ वर्कर्स को मेडिकल इंश्योरेंस
कोरोनावायरस से निपटने में देश के हेल्थ वर्कर्स की अहम भूमिका को समझते हुए सरकार ने गरीबों को अगले तीन महीने के लिए 50 लाख रुपए का मेडिकल इंश्योरेंस कवर देने का फैसला किया है।
Rs 50 Lakhs Medical insurance cover to be provided as part of #PradhanMantriGareebKalyanYojana to the frontline warriors- ASHA workers, Doctors, Nurses, Paramedics etc; @nsitharaman @FinMinIndia#IndiaFightsCorona #Lockdown21 pic.twitter.com/0rziELvJsx
— PIB India (@PIB_India) March 26, 2020
किसानों, महिलाओं और बुजुर्गों को भी राहत
अप्रैल के पहले हफ्ते में किसानों के खाते में 2000 रुपए की किस्त डाली गई। देश के 8 करोड़ 70 लाख किसानों को इसका लाभ होगा। वहीं बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों को 1000 रुपए अतिरिक्त देने की घोषणा की गई।
#PradhanMantriGareebKalyanYojana #ReliefPackage to Old aged persons, widows & Divyang :
An additional one time ex-gratia amount of ₹1,000 in two installments over next 3 months through DBT; to benefit 3 crore such beneficiaries. #IndiaFightsCorona #Lockdown21 pic.twitter.com/mRz47OS2Xs— PIB India (@PIB_India) March 26, 2020
उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ महिला लाभार्थियों को लाभ मिलेगा।
Government to provide 3 free cooking gas cylinders for the next 3 months under the #Ujjwala Scheme; to benefit 8 crore BPL families. #PradhanMantriGareebKalyanYojana #ReliefPackage #IndiaFightsCorona #Lockdown21 pic.twitter.com/M4WEdscusN
— PIB India (@PIB_India) March 26, 2020
इसके अतिरिक्त अगले तीन महीने तक महिला जनधन खाताधारकों को प्रति माह 500 रुपए दिए जाएंगे, जिसका लाभ 20 करोड़ महिलाएं उठा पाएंगी। इसके साथ ही दीनदयाल योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख का लोन दिया जाएगा।
#PradhanMantriGareebKalyanYojana #ReliefPackage to women #SHGs; Collateral-free Loans upto ₹20Lakh instead of present ₹10 Lakh; To immediately Impact 63 Lakh SHGs benefiting 7 crore households. #IndiaFightsCorona #Lockdown21 pic.twitter.com/QKBvTQr7LI
— PIB India (@PIB_India) March 26, 2020
ईपीएफ से निकाल सकेंगे 75% फंड
सरकार 3 महीने तक इम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड में कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों का पूरा योगदान खुद देगी, यानी ईपीएफ में पूरा 24% योगदान सरकार देगी। जमा रकम का 75% या 3 महीने के वेतन में से जो भी कम होगा, उसे निकाल सकेंगे। इससे 4.8 करोड़ कर्मचारियों को फायदा मिलेगा जो ईपीएफओ के सदस्य हैं। इसके लिए पीएफ रेग्युलेशन में संशोधन भी किया जाएगा।
#PradhanMantriGareebKalyanYojana #ReliefPackage to Organised Sector:
Govt to pay the EPF contribution of both Employer & Employee (12%+12%) for next 3 months; @nsitharaman @FinMinIndia #IndiaFightsCorona #Lockdown21 pic.twitter.com/YFGngPmWXn
— PIB India (@PIB_India) March 26, 2020
मनरेगा के तहत मजदूरी में बढ़ोतरी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जो लोग ग्रामीण इलाकों में मनरेगा के तहत मजदूरी करते हैं, इनकी दिहाड़ी 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपए कर दी गई है। प्रति मजदूर को करीब दो हजार रुपये की अतिरिक्त कमाई होगी, जिसका लाभ 5 करोड़ मजदूरों को मिलेगा।
#PradhanMantriGareebKalyanYojana
Government announces a wage increase in MGNREGA; to result in addition income of ₹2000/worker; to benefit 5 crore families #IndiaFightsCorona #Lockdown21 pic.twitter.com/tfPULtKtSp— PIB India (@PIB_India) March 26, 2020
कंस्ट्रक्शन सेक्टर के वर्कर्स को मिलेगी मदद
राष्ट्र निर्माण में भवन और अन्य निर्माण कार्य से जुड़े 3.5 करोड़ रजिस्टर्ड वर्कर, जो लॉकडाउन की वजह से आर्थिक दिक्कतें झेल रहे हैं, इनके लिए सरकार द्वारा 31 हजार करोड़ रुपए का फंड दिया गया है।
आइए 10 बिन्दुओं में समझते हैं मोदी सरकार द्वारा दिए गए राहत पैकेज को –
1- तीन महीने के लिए हर गरीब को अब 10 किलो राशन दिया जाएगा।
2- उज्ज्वला योजना के तहत 3 महीनों के लिए 3 मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा।
3- बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों को 1000 रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे।
4- मनरेगा के तहत मजदूरी करने वाले मजदूरों की दिहाड़ी बढ़ाई गई।
5- तीन महीने तक महिला जनधन खाताधारकों को प्रति माह 500 रुपए दिए जाएंगे।
6- दीनदयाल योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख का लोन दिया जाएगा।
7- सरकार 3 महीने तक इम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड में कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों का पूरा योगदान खुद देगी।
8- गरीबों को तीन महीने के लिए 50 लाख रुपए का मेडिकल इंश्योरेंस कवर दिया जाएगा।
9- अप्रैल के पहले हफ्ते में किसानों के खाते में 2000 रुपए की किस्त डाल दी जाएगी।
10- 3.5 करोड़ रजिस्टर्ड वर्कर्स के लिए 31 हजार करोड़ रुपए का फंड।