प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम मोदी ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के भारत में पहले और विश्व में चौथे रेवोल्यूशन सेंटर के उद्घाटन पर अपना संबोधन दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, ”इंडस्ट्री एक प्रोसेस है और टेक्नोलॉजी एक टूल है लेकिन इसका अंतिम लक्ष्य, समाज की आखिरी पंक्ति में बैठे व्यक्ति के जीवन को आसान बनाना है, उसमें बदलाव लाना है।”
पीएम मोदी ने कहा, ”देश के ग्रामीण इलाकों में सरकार 32 हजार से ज्यादा वाईफाई, हॉटस्पॉट मुहैया कराने का काम कर रही है। डिजिटल इंडिया ने पिछले चार सालों में भारतीय नागरिकों के जीने का तरीका बदल दिया। पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा डेटा भारत में खपत हो रहा है और सबसे सस्ता डेटा भी यहीं है। आज भारत दुनिया के सबसे विशाल डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर वाले देश में से एक है।” पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 4.5 साल में हमारी सरकार ने चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए भारत को तैयार करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की है।
उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन जैसी तमाम तकनीकों में भारत के विकास को नई ऊंचाई पर ले जाने, रोजगार के लाखों नए अवसर बनाने और देश के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने की क्षमता है। भारत इसे सिर्फ इंडस्ट्री में परिवर्तन के तौर पर नहीं, बल्कि इसे सामाजिक परिवर्तन के आधार के तौर पर देख रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि जहां 2014 से पहले देश की 59 पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं, वहीं आज 1 लाख से ज्यादा पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंच चुका है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए भारत को तैयार करने की पहल की।
Speaking at the inauguration of the Centre for the Fourth Industrial Revolution. https://t.co/pQPBkG5LqU
— Narendra Modi (@narendramodi) October 11, 2018