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सच हुई पीएम मोदी की बात, कटोरा लेकर भीख मांगने के लिए मजबूर हुआ पाकिस्तान, वायरल हो रहा है पीएम मोदी का वीडियो

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पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। खाने-पीने की चीजों की कीमतें आसमान छू रही है। लोग भूखों मर रहे हैं। सरकार के पास आयात के लिए विदेशी मुद्रा नहीं है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अरब के मित्र देशों, अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संगठनों से आर्थिक मदद की गुहार लगाते फिर रहे हैं। ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक वीडियो भारत और पाकिस्तान में खूब वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को कटोरा लेकर दुनिया भर में घूमने के लिए मजबूर कर दिया है।

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ की तरफ से एक वीडियो शेयर किया जा रहा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को कहते हुए सुना जा सकता है, ‘हमने पाकिस्‍तान की सारी हेकड़ी निकाल दी। उसे कटोरा लेकर दुनियाभर में घूमने को मजबूर कर दिया है।’ मजेदार बात यह है कि इमरान इस क्लिप के बहाने शहबाज और उनकी सरकार को आईना दिखाने की कोशिशें कर रहे थे। जबकि साल 2019 में इमरान खुद सत्‍ता में थे और प्रधानमंत्री मोदी एक चुनावी रैली में पाकिस्‍तान की असलियत बता रहे थे।

पीटीआई के नेता प्रधानमंत्री मोदी का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को घेर रहे है। इमरान खान की पार्टी के सीनेटर आजम खान स्वाति ने प्रधानमंत्री मोदी के इस वीडियो को ट्वीट कर लिखा, ‘सुनिए, भारत के प्रधानमंत्री पाकिस्तान के बारे में क्या कह रहे हैं। अगर आप में थोड़ी भी इज्जत नहीं बची है तो थोड़ी शर्म ही कर लीजिए। पाकिस्तान को बचाने का बस एक ही तरीका है, इमरान खान को वापस लाना।

प्रधानमंत्री मोदी का यह वीडियो भारत में भी खूब वायरल हो रहा है। ट्विटर पर यूजर्स का कहना है कि अब खुद पाकिस्तान का प्रधानमंत्री यह स्वीकार कर रहा है। पाकिस्तान एक इकलौता ऐसा मुल्क है,जिसके एक हाथ में परमाणु बम और दूसरे हाथ में कटोरा है। कांग्रेस राज में बात – बात पर परमाणु बम की धमकी देने वाला पाकिस्तान आज अपना पेट भरने को तरस रहा है। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि रोटी के लिए घर घर लड़ाई हो रही पाकिस्तान में और भिखमंगों को कश्मीर चाहिए। जितना दिया था बंटवारे में उतना तो सम्भाल नहीं पाएl एक यूजर ने लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिना कोई युद्ध लड़े पाकिस्तान को दुनिया के सामने नंगा कर दिया और पाकिस्तान को कटोरा लेने को मजबूर कर दिया।

गौरतलब है कि साल 2019 भारत और पाकिस्‍तान के बीच रिश्‍तों का शायद सबसे तनावपूर्ण साल था। फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकी हमला हुआ जिसमें सीआरपीएफ के 45 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के 12 दिन बाद यानी 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्‍तान के बालाकोट में एयर स्‍ट्राइक की। इस एयर स्‍ट्राइक में जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकियों को निशाना बनाया गया था। इसके बाद 2019 के आम चुनाव के प्रचार के दौरान राजस्थान के बाड़मेर में प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण दिया था, जिसमें उन्होंंने कहा था-“भाइयो और बहनो, मने पाकिस्तान की सारी हेकड़ी निकाल दी है। उसे कटोरा लेकर दुनिया भर में घुमने के लिए मैंने मजबूर कर दिया है।“

गौरतलब है कि 2016 में उड़ी आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार केरल में सार्वजनिक मंच से पाकिस्तान को सीधी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को पूरी दुनिया में अकेला कर दूंगा। उन्होंने पाकिस्तानी आवाम का आह्वान किया था कि वह अपने हुक्मरानों से पूछे कि जब दोनों देश को एक साथ आजादी मिली तो भारत दुनिया की सबसे मजबूती से उभरने वाला तो पाकिस्तान इस मोर्चे पर सबसे पीछे रहने वाला देश क्यों है ? क्यों भारत सॉफ्टवेयर का निर्यात करता है और पाकिस्तान आतंकवाद का ? क्यों उसके हुक्मरान गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, कुपोषण जैसे मुद्दों पर भारत से जंग नहीं चाहते ? पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कि आप मेरे साथ आइए और मिलकर बेरोजगारी खत्म करने की लड़ाई लड़ते हैं।

गरीबी और बेरोजगारी के खिलाफ जंग लड़ने की प्रधानमंत्री मोदी की चुनौती स्वीकार नहीं करना आज पाकिस्तान पर भारी पड़ रहा है। गंभीर आर्थिक संकट झेल रहा पाकिस्तान विदेशों की दया पर निर्भर हो गया है। उसके नेता, जो कभी भारत को लेकर भड़काऊ बयानबाजी करते थे, अब उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की चुनौती याद आ रही है। इसलिए उनके सुर बदले नजर आ रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अल अरबिया को दिए इंटरव्यू में भारत के प्रधानमंत्री मोदी से हर समस्या से बातचीत के लिए तैयार होने की बात भी कही। उन्होंंने कहा कि हमने भारत के साथ तीन युद्ध किए लेकिन अब हमें सबक मिल गया है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान पड़ोसी हैं और दोनों को साथ ही रहना है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम शांति से रहें, तरक्की करें या एक-दूसरे से लड़कर अपना समय और संसाधन बर्बाद करें। हम अब शांति से जीना चाहते हैं और अपनी समस्याओं को सुलझाना चाहते हैं।

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