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एक महिला को रोकने के लिए उद्धव ठाकरे को लगानी पड़ी पूरी ताकत, भेजनी पड़ी अपनी शिवसेना- देखिए सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं लोग

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महाराष्ट्र की एक महिला ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की नींद उड़ा दी है। राज्य के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने ऐलान किया था कि वो शनिवार सुबह 9 बजे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी। इस ऐलान के बाद से ही हिंदू विरोधी उद्धव ठाकरे सरकार में खलबली मच गई। ठाकरे को अपनी कुर्सी हिलती दिखाई देने लगी। एक महिला के मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पाठ करने की घोषणा के बाद 24 घंटे खुला रहनेवाला मातोश्री का गेट बंद किया गया। मातोश्री की तरफ जाने वाली सभी सड़कें बैरिकेटिंग लगाकर बंद की गई। उद्धव ठाकरे के घर की ओर आने वाली सभी सड़कों को ब्लॉक कर दिया गया। शिव सैनिक मातोश्री के बाहर कुर्सी लगाकर रखवाली करने लगे।

मुंबई के खार स्थित नवनीत राणा के घर के बाहर शनिवार सुबह से ही बड़ी संख्या में शिवसैनिक जमा हो गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। इतना ही नहीं शिव सेना के गुंडों ने पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेटिंग को तोड़ दिया और उनकी इमारत में घुस गए। नारेबाजी करके घर से बाहर निकलने की धमकी देने लगे। शिवसैनिक चिल्ला रहे थे कि मातोश्री तक पहुंचना तो बहुत दूर की बात है, अपनी इमारत से नीचे तो उतर कर देखो। शिवसैनिकों के प्रदर्शन के कारण नवनीत राणा घर से निकल नहीं पाईं। आखिरकार दोपहर बाद उन्हें मातोश्री जाने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।

शिवसैनिकों के उग्र प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि हमें मातोश्री जाने से रोका जा रहा है। उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हम जनता को परेशान नही करना चाहते। मुख्यमंत्री दो-ढाई साल से किसी भी जिले के दौरे पर नहीं गए हैं। राज्य में इतनी समस्याएं हैं लेकिन मुख्यमंत्री इस पर ध्यान नहीं देते। उनका पूरा ध्यान इस बात पर है कि कैसे किसी को हनुमान चालीसा पाठ करने से रोका जाए। नवनीत राणा ने यह भी कहा कि ये वो शिवसेना नहीं है जो बाल ठाकरे के समय था। असली शिवसैनिक तो बाला साहब के साथ चले गए हैं। अब गुंडों की शिवसेना रह गई है। हमारे मुख्यमंत्री का सिर्फ यही काम रह गया है कि किस पर क्या कार्रवाई करवानी है, किसे जेल भेजना है और किसे तड़ीपार करना है। उन्होंने यह भी कहा कि सीएम का ध्यान किसान सुसाइड पर नहीं रहता। वे बिजली समस्या पर नहीं बोलते। बेरोजगारी पर चुप रहते है लेकिन चालीसा पाठ करने पर अपने सैनिकों को लगा देते हैं।

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सोशल मीडिया पर यह मामला सुबह से ही छाया रहा। यूजर्स इसी पर चर्चा करते रहे और उद्धव ठाकरे सरकार की किरकिरी होती रही। आप भी देखिए क्या कह रहे हैं लोग…

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