प्रयागराज में 45 दिन से चल रहा महाकुंभ का महाशिवरात्रि के स्नान के समापन हुआ। महाकुंभ में सारे अनुमान और रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए 66.31 करोड़ लोगों ने पावन-पुनीत गंगा के तट पर स्नान किया। इस दौरान 73 देशों के राजनयिक, नेपाल के 50 लाख के अलावा इटली, फ्रांस और अमेरिका समेत की देशों के लाखों श्रद्धालु दुनिया के इस सबसे बड़े आयोजन के गवाह बने। विशेष नक्षत्रीय संयोग के कारण महाकुंभ में वैसे तो कई रिकॉर्ड स्थापित हुए हैं, जिनकी गूंज लंबे समय तक सुनी जाएगी। लेकिन गंगा की सफाई, हैंड पेंटिंग और कुंभ मेला क्षेत्र में झाड़ू लगाने को लेकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। महाशिवरात्रि पर महाकुंभ में 1.53 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। यूपी सरकार को उम्मीद थी कि 45 करोड़ लोग प्रयागराज स्नान के लिए आएंगे। ऐसा होता तो स्टेट जीडीपी में 3.5 करोड़ जुड़ते, लेकिन श्रद्धालु 66 करोड़ से ज्यादा आने से माना जा रहा है कि करीब 4.5 लाख करोड़ रुपए जुड़ेंगे। इससे प्रदेश की इकोनॉमी को नए पंख लगेंगे। उत्तर प्रदेश की जीडीपी 25 लाख करोड़ रुपए की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के समापन पर कर्मचारियों को दोहरी सौगात दी है।
#WATCH प्रयागराज: उत्तर प्रदेश सरकार ने #MahaKumbh2025 के दौरान सबसे बड़े समन्वयित सफाई अभियान का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने पुरस्कार प्राप्त किया। pic.twitter.com/hiIHoQ5sEQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 27, 2025
प्रयागराज महाकुंभ ने कई रिकॉर्ड उत्तर प्रदेश की झोली में डाले
इस महाकुंभ में कई तरह के बडे़ रिकॉर्ड बने। इसमें एक रिकॉर्ड सफाई अभियान को लेकर बना। उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकु्ंभ के दौरान सबसे बड़े समन्वयित सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के कंसल्टेंट वर्ल्ड रिकॉर्ड अटेम्ट निश्चल वारोट के मुताबिक 21 हजार लोगों ने 10 किमी एरिया में एक साथ झाड़ू लगाई। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने पुरस्कार प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज अब आधुनिक सिटी बन गई है। सबने मिलकर बेहतर आयोजन किया सभी बधाई के पात्र हैं। श्रद्धालुओं की सर्वाधिक संख्या का भी महाकुंभ में रिकॉर्ड बना। इसके पहले एक साथ 329 लोगों ने नदी सफाई करके रिकॉर्ड बनाया। पहली बार ऐसा रिकॉर्ड बना है। प्रयागराज महाकुंभ में मेला क्षेत्र स्थित गंगा पंडाल में सबसे बड़ी हैंड प्रिंट प्रिंटिंग का रिकॉर्ड बनाया गया। प्रतिभागियों ने हाथ की छाप से समुद्र मंथन का दृश्य बनाया। इसके अलावा मेले में आए करोड़ों श्रद्धालुओं के सम्मान में मेला प्राधिकरण 550 बसों की परेड भी कराई।
कुंभ का अर्थशास्त्र देश के जीडीपी और अर्थव्यवस्था को मजबूत देगा
महाकुंभ ने प्रदेश की झोली रिकॉर्ड से भरने के साथ ही खजाने से भी मालामाल कर दिया। इससे यूपी की इकोनॉमी को नए पंख लगे हैं। अर्थशास्त्र के जानकारों के मुताबिक महाकुंभ से नॉमिनल और रियल दोनों जीडीपी के आंकड़ों में वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार का अनुमान था कि देश-विदेश से करीब 45 करोड़ लोग इस महाकुम्भ में आएंगे। वो काशी, अयोध्या, चित्रकूट समेत देश के कई हिस्सों में जाएंगे। यदि उनके घर से कुंभ में आने-जाने तक का प्रति व्यक्ति औसत खर्च जोड़ लेंगे तो औसत करीब 7 हजार रुपए प्रति व्यक्ति हो सकता है। ऐसे में यदि 45 करोड़ में इस सात हजार प्रति व्यक्ति खर्च का गुणा करेंगे तो यह तीन लाख करोड़ रुपए से ज्यादा होता है। लेकिन वास्तविकता में 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आए। इसी अनुपात में आंकलन करें तो 4.5 लाख करोड़ रुपए के ज्यादा धनराशि आई। यह अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए कमाल का आंकड़ा है। कुंभ का अर्थशास्त्र आंकड़ों को तो मजबूत करेगा ही, साथ ही देश के वार्षिक राष्ट्रीय जीडीपी और अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा।
महाकुंभ में लगे स्वच्छताकर्मी और स्वास्थ्यकर्मियों को 10 हजार बोनस मिलेगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के समापन के बाद गुरुवार को प्रयागराज महाकुंभ में कार्यरत रहे स्वच्छताकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री ने सफाईकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को उपहार के साथ ही स्वच्छ कुंभ कोष से बीमा प्रमाण पत्र प्रदान किया और साथ ही मंच से ऐलान किया कि जो भी स्वच्छताकर्मी और स्वास्थ्यकर्मी महाकुंभ के आयोजन में सहभागी बने, उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से अतिरिक्त बोनस के रूप में 10 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जाएगी।
आयुष्मान भारत के माध्यम से 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा भी मिलेगा
यही नहीं, सीएम योगी ने यह भी ऐलान किया कि अप्रैल से प्रदेश सरकार एक कॉर्पोरेशन का गठन करने जा रही है, जिसके माध्यम से हर स्वच्छताकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और उन सभी कर्मियों को जिन्हें मिनिमम वेज नहीं मिल पाता था, उन्हें सरकार 16 हजार रुपए प्रतिमाह प्रदान करेगी। यह धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में भेजी जाएगी। इसके साथ ही सीएम ने यह भी कहा कि हर स्वच्छताकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी को आयुष्मान भारत या मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना के माध्यम से ₹500000 की स्वास्थ्य बीमा से भी जोड़ा जाएगा।
#WATCH प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केपी मौर्य और कैबिनेट के अन्य मंत्रियों ने प्रयागराज के अरैल घाट पर पूजा की। pic.twitter.com/SyvcBwbeQi
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आपके वेलफेयर के लिए हम आगे भी लगातार काम करते रहेंगे
सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित हुए इस भव्य और दिव्य आयोजन के बाद आज आप सभी का अभिनंदन करने के लिए पूरी प्रदेश सरकार आपके बीच में है। इस आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने में स्वच्छता और स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष योगदान है। हमारी सरकार आपसे वादा करती है कि आपके वेलफेयर के लिए हम आगे भी लगातार काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि ‘टीम भावना के साथ जब कोई कार्य होता है तो उसके परिणाम ऐसे ही होते हैं जैसे प्रयागराज महाकुंभ में आज हमको देखने को मिल रहे हैं। आज आप सबने साबित कर दिया कि अगर थोड़ी भी इच्छाशक्ति हो और सही सपोर्ट मिले तो परिणाम कुछ भी लाया जा सकता है। सीएम योगी ने सभी स्वच्छताकर्मियों से अपील की कि स्वच्छता कार्यक्रम को अब नए सिरे से प्रस्तुत करना है। स्वच्छता का विशेष अभियान चलाना होगा।सीएम योगी ने महाकुंभ में लगे नाविकों का किया सम्मान
प्रयागराज में महाकुंभ के भव्य समापन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाव चालकों से मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने नाव चालकों और उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के चालकों का आभार व्यक्त किया। सीएम योगी ने इस मौके पर नाविकों के लिए कई तरह की योजना का ऐलान भी किया। महाकुंभ के समापन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाविकों से खास मुलाकात की। अपनी इस मुलाकात में उन्होंने नाव चालक को 5 लाख रुपये की बीमा योजना देने की भी बात कही। महाकुंभ के समापन पर सीएम योगी ने कहा, “मैं आप सभी नाविकों का सम्मान करता हूं। जिन नाविकों ने इस पूरे महाकुंभ में लोगों को संगम तक ले जाकर उनको स्नान कर वापस छोड़ा वो सभी सम्मान के हकदार हैं। महाकुंभ में नाविकों ने अपने विरासत का वैसे ही पालन किया, जैसे त्रेतायुग में निषादराज ने भगवान श्रीराम को नाव में नदी पार कराई थी। प्रयागराज महाकुंभ आयोजन का सुखद समापन में नाविकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
बिना भेदभाव के एकसाथ एक घाट पर स्नान करना सच्चा सनातन धर्म
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ आयोजन सनातन धर्मावलंबियों का था। सभी सनातनियों को खुशी हो रही है, क्योंकि ऐसा आयोजन पहली बार हुआ और दुनिया में ऐसा आयोजन कहीं नहीं होता है। महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने एक साथ एक मंच पर आ करके अपने अनुसार आयोजन को आगे बढ़ाने में लगातार योगदान दे रहे हैं। यह हमारे लिए गौरव का विषय होना चाहिए। गत वर्ष अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन हुआ। उसको भी पूरी दुनिया ने देखा। पूरी दुनिया अयोध्या के प्रति ललायित थी। इस वर्ष महाकुंभ के आयोजन के साथ हमें जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। महाकुंभ में भेदभाव की बात कहने वालों ने भी देखा होगा कि पूरे महाकुंभ में बिना किसी भेदभाव के सभी एक साथ, एक घाट पर स्नान कर रहे हैं। इससे बड़ी एकात्मता और एकता का संदेश नहीं हो सकता है। यही सच्चा सनातन धर्म भी है।
वामपंथियों और समाजवादियों की वॉल पर सिर्फ देखने को मिला विषवमन-Yogi
समाजवादियों और वामपंथियों पर पलटवार करते हुए सीएम ने विधानसभा में कहा कि सोशल मीडिया हैंडल पर एक सज्जन ने महाकुंभ का विरोध करने वालों पर बहुत ही सटीक टिप्पणी की। उन्होंने लिखा कि पिछले डेढ़ महीने में आप वामपंथियों और समाजवादियों की वॉल खंगाल लीजिए, वहां महाकुंभ को लेकर विषवमन के अलावा कुछ नहीं दिखेगा। उनकी वॉल पर गंदगी, अव्यवस्था, पर्यटकों की परेशानी के अलावा दूसरा कुछ भी नहीं मिलेगा। लेकिन इन सभी से इतर धरातल पर इनकी बजबजाती विचारधारा का कोई असर नहीं है। हज के दौरान अव्यवस्था से होने वाली सैकड़ों मौतें किसी से छुपी नहीं हैं। तब ये चुप्पी साध जाते हैं। वहीं, भारत के वामपंथी, सेकुलर स्कॉलर महाकुंभ की भव्यता पर उल्टी करते नजर आए हैं। हर बार उनकी कोशिश महाकुंभ को बदनाम करने और फेल करने की रही है, लेकिन ऐसे तमाम लोगों की मंशा को दरकिनार करते हुए करोड़ों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाकर उनके जले पर नमक छिड़कने का काम किया है।
किसी ने सच कहा है कि महाकुम्भ में जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला-
गिद्धों को केवल लाश मिली
सूअरों को गंदगी मिली
संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली
आस्थावान को पुण्य मिला
सज्जनों को सज्जनता मिली
भक्तों को भगवान मिले… pic.twitter.com/Z4sXsQCJav— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 24, 2025
महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वही मिला…
महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्री स्नान कर खुशी-खुशी वापस लौटे। रिश्तों के जटिल समीकरण को परिभाषित करता महाकुंभ अब अपने समापन की ओर है, लेकिन यहां से निकला संदेश हर सनातनी के मन में अमिट छाप छोड़ गया, जो वर्षों तक लोगों की बात कही और कहानियों में जीवंत रहेगा। महाकुंभ में अपनी सास को पीठ पर उठाकर कुंभ स्नान करानी वाली बहू को भी लोगों ने देखा होगा, लेकिन सनातन विरोधियों की नजर केवल गंदगी पर पड़ी है। सीएम योगी ने कहा कि किसी ने सच कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वह मिला है। महाकुंभ में गिद्धों को केवल लाश मिली है, सुअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्थावान को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं और पर्यटकों को साफ सुथरी व्यवस्था मिली। सद्भावना वाले लोगों को जाति रहित व्यवस्था मिली, भक्तों को भगवान मिले। इससे साफ है कि सब ने अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा है। सनातन की सुंदरता आखिर समाजवादी और वामपंथियों को कैसे नजर आएगी। मान्यता यही है कि सोशलिस्ट यानी समाजवादी जब अंतिम पायदान पर खड़ा होता है तो उसे धर्म की याद आती है।
महाकुंभ ने पीएम मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत विजन को चरितार्थ किया
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इनके द्वारा लगातार किए जाने वाले प्रश्न, उनकी नीयत को ही संदेह के दायरे में खड़ी करती है। यह टिप्पणी अचानक नहीं है, यह भारत की टिप्पणी है और भारत की भावनाओं की टिप्पणी है। जो स्वयं कुछ नहीं कर सकते थे, जिन लोगों ने अपने समय में इस पूरे आयोजन को अव्यवस्था और भ्रष्टाचार का शिकार बनाया था। आज वह महाकुंभ पर इस प्रकार की टिप्पणी करके भारत की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं। मैं तो केवल इस बारे में एक बात कहना चाहूंगा कि महाकुंभ ने पूरी दुनिया को भारत की सनातन एकता का संदेश दे करके प्रधानमंत्री के एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन को चरितार्थ करके दिखा दिया है।