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पंजाब में AAP की मान सरकार आने के बाद फिर KHALISTAN बनाने की मांग तेज, दिल्ली से ऑस्ट्रेलिया तक खालिस्तान समर्थकों ने सिर उठाया, मेलबर्न में तिरंगा फहरा रहे भारतीयों पर हमला 

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पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद से इस सरहदी राज्य में खालिस्तानी शक्तियां फिर से सिर उठा रही हैं। विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकियों से स्थानीय लोगों के ‘गठजोड़’ की कहानियां कई बार सामने आने के बावजूद मान सरकार बंद आंख से तमाशा देखने में मशगूल है। पंजाब से लेकर दिल्ली तक और आस्ट्रेलिया से लेकर कनाडा और अन्य देशों तक खालिस्तानी समर्थक राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में लगे हैं। पंजाब में तो सरकार की नाक के नीचे खालिस्तानी समर्थकों ने खुलेआम जुलूस निकाला था। इसे रोकना तो दूर पंजाब की भगवंत मान सरकार ने इसे बकायदा पुलिस प्रोटेक्शन दिया। आप सरकार के ऐसे ही सहयोगात्मक रवैये का ही दुष्परिणाम हाल ही में दिल्ली और ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों की सक्रियता को लेकर सामने आया है। एक ओर केंद्र की पीएम मोदी सरकार की आतंक, आतंकियों और राष्ट्र-विरोधी तत्वों पर प्रहार करने के लिए जीरो टोलरेंस नीति लगातार जारी है। दूसरी ओर आप की दिल्ली और पंजाब की सरकार राष्ट्र विरोधी खालिस्तानी समर्थकों के लिए पलक-पांवड़े बिछा रही है।मोदी सरकार की आतंकियों और राष्ट्र-विरोधी तत्वों के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति
मोदी सरकार ने जीरो टोलरेंस नीति आतंकवादी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) सहित कुछ संगठनों को आतंकवादी घोषित कर उनपर प्रतिबंध लगाया था। टीआरएफ पाकिस्तान आधारित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा समूह है। अब आईएसआई समर्थित खालिस्तान टाइगर फोर्स के सहयोगी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला के खिलाफ गृह मंत्रालय ने सख्त कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन देने और जबरन वसूली में शामिल रहे कनाडा में रहने वाले अर्शदीप सिंह गिल को आतंकवादी घोषित कर दिया है। पंजाब में जन्मा और अभी कनाडा में बसा गिल उर्फ अर्श डल्ला बड़े स्तर पर मादक पदार्थों तथा हथियारों की सीमापार तस्करी में शामिल है। वह प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के साथ जुड़ा है और घोषित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की तरफ से आतंकी मॉड्यूल का संचालन करता है। गिल ऐसे अनेक मामलों में आरोपी है, जिन्हें राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने दर्ज किया है और जिनमें एजेंसी जांच कर रही है।केजरीवाल स्वतंत्र राष्ट्र खालिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं- विश्वास
आप और खालिस्तानी समर्थकों का गठजोड़ कोई नई बात नहीं है। पंजाब में विधानसभा चुनाव से चार दिन पहले भी पूर्व आप नेता कुमार विश्वास ने सनसनीखेज खुलासा किया था कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को खालिस्तानी अलगाववादियों की मदद लेने में भी कोई परहेज नहीं है। विश्वास का आरोप था कि केजरीवाल पंजाब में चुनाव जीतने और आप की सरकार बनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। क्योंकि अरविंद केजरीवाल पंजाब में अलगाववादियों के समर्थक हैं। कुमार विश्वास ने कहा कि एक बार केजरीवाल ने उनसे कहा था कि वे या तो पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या स्वतंत्र राष्ट्र खालिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बनकर अपना पीएम बनने का सपना साकार करेंगे। इसीलिए केजरीवाल को अलगाववादियों की मदद लेने में भी कोई परहेज नहीं है। विश्वास ने कहा कि एक ऐसा आदमी जिसे एक समय मैंने ये तक कहा था कि अलगाववादियों का साथ नहीं लीजिए। तो उन्होंने कहा था कि नहीं-नहीं हो जाएगा।मान के राज में बठिंडा में खालिस्तान के समर्थन में नारे और होशियारपुर में निकाली रैली
कवि कुमार विश्वास की बातों में दम इसलिए नजर आने लगा है, क्योंकि पंजाब में मान सरकार बनने के बाद खालिस्तान समर्थक एक बार फिर सक्रिय नज़र आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य के बठिंडा में वन विभाग के दफ्तर की दीवार पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे पाए गए हैं, तो वहीं होशियारपुर में खालिस्तान समर्थक रैली निकाली गई। और तो और इसमें भारत विरोधी और पंजाब बनेगा खलिस्तान जैसे नारे लगाए गए। इन नारों के पीछे प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ की भूमिका सामने आई। ये दावा खुद इस आतंकी संगठन के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने किया है। हैरानी की बात यह है कि होशियारपुर में खालिस्तान समर्थक रैली राज्य पुलिस की मौजूदगी में ही निकाली गई। अब इस पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को घेरा था। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि यह अरविंद केजरीवाल का खालिस्तानियों के लिए उधार चुकाने का समय है, क्योंकि खालिस्तान वालों ने ही चुनाव के समय केजरीवाल जी का समर्थन किया था।राजधानी में बड़ी वारदात की साजिश रच रहे दो खालिस्तानी समर्थक गिरफ्तार
आप नेताओं की शह पर खालिस्तान समर्थकों की सक्रियता बनी हुई है। देश की राजधानी से दिल्ली पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। दोनों खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के सदस्य हैं। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली के कई इलाकों में दीवारों पर खालिस्तानी संदेश लिखे थे। वहीं देश की खुफिया एजेंसियों ने खालिस्तानी समर्थकों के एक्टिव होने की सूचना जारी करते हुए बड़ा हमला होने की चेतावनी दी है। इसके बाद से पूरी दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड पर है और चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है। दोनों आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं। ये विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू के इशारे पर दिल्ली में खालिस्तानी स्लीपर सेल के साथ कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक दोनों को देश-विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए फंडिंग की गई थी।

दिल्ली में कई जगह पंजाब बनेगा खालिस्तान और रेफरेंडम 2020 के लगाए पोस्टर
दिल्ली पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार दोनों आरोपी विक्रम सिंह व बलराम सिंह विदेश में बैठे गुरपंत सिंह पन्नू के इशारों पर काम कर रहे थे। वो खलिस्तानी टेरर नेटवर्क के स्लीपर सेल की मदद से किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। 12 जनवरी को दिल्ली के जनकपुरी, तिलक नगर, पश्चिम विहार समेत तकरीबन 12 जगहों पर खालिस्तान के समर्थन में लगे पोस्टर एक बड़ी साजिश का हिस्सा थे। इतना ही नहीं रेफरेंडम 2020 लिखकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस ने इन पोस्टरों को हटाकर दिवारों पर पेंट किया। इससे पहले खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने भी वीडियो जारी करके दिल्ली में हमले की धमकी दी थी। लाल किले पर झंडा फहराने वाले को 5 मिलियन डॉलर का इनाम देने की बात भी कही थी। पुलिस सीसीटीवी कैमरों के जरिए इन पोस्टरों को लगाने वालों की पहचान करने में जुटी है। इन समर्थकों ने अंग्रेजी व गुरमुखी में खालिस्तान जिंदाबाद, एसएफजे, 1984, पंजाब बनेगा खालिस्तान और रेफरेंडम 2020 वोट फॉर खालिस्तान जैसे राष्ट्रविरोधी नारे लिखे गए थे।ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों ने तिरंगा लिए भारतीयों पर किया हमला
राजधानी दिल्ली ही नहीं ऑस्ट्रेलिया में भी खालिस्तानी समर्थक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को अपने हाथों में लेकर खड़े भारतीयों पर हमला किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। इस घटना में पांच लोग घायल हो गए जिनको अस्पताल में भर्ती किया गया है। ऑस्ट्रेलिया टुडे ने ट्वीट कर बताया कि मेलबर्न के फेडरेशन स्क्वायर में खालिस्तान समर्थकों के हमलों में पांच लोग घायल हो गए। वीडियो वायरल होने के बाद, भारतीय जनता पार्टी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थक द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों की कड़ी निंदा की है।ऑस्ट्रेलिया पुलिस ने मेलबर्न में फेडरेशन स्क्वायर पर दो स्क्वायर से दो खालिस्तानी पकड़े
भाजपा नेता सिरसा ने कहा कि असामाजिक तत्व जो इन गतिविधियों से देश की शांति और सद्भाव को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं, उनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए और दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जाना चाहिए। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि कुछ छात्र तिरंगा झंडा लिए हुए खड़े हैं तभी वहां खालिस्तानी समर्थक अचानक आते हैं और तिरंगा झंडा लिए स्टूडेंट और कुछ लोगों को खदेड़ देते हैं और उन पर हमला कर रहे हैं वहीं खालिस्तान समर्थक अपना खुद का झंडा हाथ में लिए हैं। हिंदू ह्यूमन राइट्स ऑस्ट्रेलेशिया की निदेशक सारा एल गेट्स ने खालिस्तान समर्थकों के एक समूह द्वारा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज ले जा रहे एक भारतीय युवक को खदेड़ते हुए ट्विटर पर वीडियो साझा किया। ऑस्ट्रेलिया टुडे ने पहले बताया कि भारतीयों ने विक्टोरिया पुलिस को सूचित किया था कि उन्होंने देश में बढ़ती खालिस्तान समर्थक गतिविधियों के खिलाफ मेलबर्न में फेडरेशन स्क्वायर पर एक विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी। इस बीच हमले की निंदा करते हुए विक्टोरिया पुलिस ने बताया कि हिंसक हमले के बाद अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए दो लोगों की उम्र 30 साल के आसपास है और उन्हें दंगाई व्यवहार के लिए पेनल्टी नोटिस जारी किया गया है।

 

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