Home समाचार रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता से बढ़ा सेना का आत्मविश्वास: प्रधानमंत्री मोदी

रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता से बढ़ा सेना का आत्मविश्वास: प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार की सुबह दस बजे रक्षा क्षेत्र पर बजट के बाद आयोजित वेबिनार को संबोधित किया। ‘रक्षा में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा है कि बीते कुछ सालों से भारत अपने रक्षा क्षेत्र में जिस आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है। उसका कमिटमेंट इस साल के बजट में भी दिखेगा। उन्होंने कहा कि गुलामी के समय से लेकर स्वतंत्रता के तुरंत बाद भी हमारी डिफेंस मैन्यूफेक्चरिंग की ताकत बहुत थी।

रक्षा बजट में 70 प्रतिशत घरेलू इंडस्ट्री के लिए

उन्होंने रक्षा क्षेत्र में वर्तमान बजट की चर्चा करते हुए कहा कि रक्षा बजट में लगभग 70% सिर्फ घरेलू इंडस्ट्री के लिए रखा गया है। उन्होंने कहा, ”इस साल के बजट में देश के भीतर ही रिसर्च, डिज़ाइन और डेवलपमेंट से लेकर मैन्युफेक्चरिंग तक का एक वाइब्रेंट इकोसिस्टम विकसित करने का ब्लूप्रिंट है। मैं देश की सेना की भी सराहना करूंगा कि वो भी डिफेंस सेक्टर में भारत की आत्मनिर्भरता का महत्व समझते हुए बड़े निर्णय लेते हैं।” उन्होंने कहा, ”जब हम बाहर से अस्त्र-शस्त्र लाते हैं, तो उसकी प्रक्रिया इतनी लंबी होती है कि जब वो हमारे सुरक्षाबलों तक पहुंचते हैं, तब तक उसमें से कई Outdated हो चुके होते हैं। इसका समाधान भी ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ और ‘मेक इन इंडिया’ में ही है।”

रक्षा उपकरण के लिए सैनिकों की भावना अहम

पीएम मोदी ने आगे कहा, ”आज हमारी फौज के पास भारत में बने साजो-सामान होते हैं तो उनका आत्मविश्वास, उनका गर्व भी नई ऊंचाई पर पहुंचता है. इसमें हमें सीमा पर डटे जवानों की भावनाओं को भी समझना चाहिए. भारत में बनी चीजों को लेकर सैनिकों में अलग स्वाभिमान होता है. इसलिए हमें हमारे रक्षा उपकरणों के लिए अपने सैनिकों की भावना का आदर करना चाहिए। ये हम तभी कर सकते हैं जब हम आत्मनिर्भर होंगे। भारत की जो IT की ताकत है, वो हमारा बहुत बड़ा सामर्थ्य है।  इस ताकत को हम अपने रक्षा क्षेत्र में जितना ज्यादा इस्तेमाल करेंगे, उतनी ही सुरक्षा में हम आश्वस्त होंगे।”

डिफेंस एक्सपोर्ट में 6 गुना वृद्धि

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब पूरी निष्ठा के साथ संकल्प लेकर हम आगे बढ़ते हैं तो क्या परिणाम आते हैं, इसका एक बेहतरीन उदाहरण हमारी ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां हैं। पिछले साल हमने 7 नई डिफेंस पब्लिक अंडरटेकिंग्स का निर्माण किया था। आज ये तेज़ी से व्यापार का विस्तार कर रही हैं, नए मार्केट में पहुंच रही हैं। ये भी बहुत सुखद है कि बीते 5-6 सालों में डिफेंस एक्सपोर्ट में हमने 6 गुना वृद्धि की है। आज हम 75 से भी ज्यादा देशों को मेड इन इंडिया डिफेंस equipments और services दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ”मेक इन इंडिया को सरकार के प्रोत्साहन का परिणाम है कि पिछले 7 सालों में Defence Manufacturing के लिए 350 से भी अधिक, नए industrial लाइसेंस issue किए जा चुके हैं. जबकि 2001 से 2014 के 14 वर्षों में सिर्फ 200 लाइसेंस जारी हुए थे।

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