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प्रधानमंत्री ने की 41,500 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की समीक्षा, अमृत सरोवर का काम मिशन मोड में पूरा करने की दी सलाह

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 फरवरी को 41वीं प्रगति बैठक की अध्यक्षता की और 13 राज्यों में 41,500 करोड़ रुपये से अधिक की नौ प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा की। बैठक में मिशन अमृत सरोवर की भी समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों से मानसून की शुरुआत से पहले अमृत सरोवर का काम मिशन मोड में पूरा करने की सलाह दी।

बैठक में नौ प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा की गई। नौ परियोजनाओं में से तीन परियोजनाएं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की, दो परियोजनाएं रेल मंत्रालय की और एक-एक परियोजना विद्युत मंत्रालय, कोयला मंत्रालय, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की थीं। इन नौ परियोजनाओं की कुल लागत 41,500 करोड़ रुपये से अधिक है और ये 13 राज्यों छत्तीसगढ़, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, असम, गुजरात, महाराष्ट्र और अरुणाचल प्रदेश से संबंधित हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रालयों और राज्य सरकारों को बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की योजना बनाने के लिए पीएम गतिशक्ति पोर्टल का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने परियोजनाओं के समय पर पूरा करने के लिए भूमि अधिग्रहण, उपयोगिता स्थानांतरण और अन्य मुद्दों के शीघ्र समाधान पर जोर दिया। उन्होंने केन्‍द्र सरकार के मंत्रालयों और राज्य सरकारों के बीच उचित समन्वय सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री ने ‘मिशन अमृत सरोवर’ की समीक्षा के दौरान ड्रोन के माध्यम से बिहार के किशनगंज और गुजरात के बोटाड में अमृत सरोवर स्थलों का रियल टाइम जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों को मानसून आने से पहले मिशन मोड में अमृत सरोवर का काम पूरा करने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने योजना के तहत 50,000 अमृत सरोवर के लक्ष्य को समय पर पूरा करने के लिए ब्लॉक स्तर की निगरानी पर जोर दिया।

‘मिशन अमृत सरोवर’ का अनूठा विचार पूरे देश में जल निकायों के कायाकल्प के लिए काम कर रहा है, जो भविष्य के लिए जल संरक्षण में मदद करेगा। मिशन पूरा होने के बाद जल धारण क्षमता में अपेक्षित वृद्धि लगभग 50 करोड़ घन मीटर होने जा रही है, अनुमानित कार्बन रोक प्रति वर्ष लगभग 32,000 टन होगी और भूजल फिर से भरने में 22 मिलियन घन मीटर से अधिक की वृद्धि की उम्मीद है। इसके अलावा, सम्‍पूर्ण अमृत सरोवर सामुदायिक गतिविधि और भागीदारी के केन्‍द्र के रूप में विकसित हो रहे हैं, इस प्रकार जन भागीदारी की भावना को बढ़ा रहे हैं। अनेक सामाजिक कार्य जैसे स्वच्छता रैली, जल संरक्षण पर जल शपथ, स्कूली बच्चों की रंगोली प्रतियोगिता, छठ पूजा जैसे धार्मिक उत्सव अमृत ​​सरोवर स्थलों पर आयोजित किए जा रहे हैं।

प्रगति बैठकों के दौरान अब तक 15.82 लाख करोड़ रुपये की कुल लागत वाली 328 परियोजनाओं की समीक्षा की जा चुकी है।

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