प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व जल दिवस पर देशवासियों से आग्रह किया कि पानी की हर बूंद बचाने का संकल्प करें। इस अवसर पर उन्होंने उन सभी व्यक्तियों और संगठनों की प्रशंसा की जो पानी बचाने की दिशा में काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि अद्भिः सर्वाणि भूतानि जीवन्ति प्रभवन्ति च।। विश्व जल दिवस पर, आईये, हम पानी की हर बूंद बचाने के लिये अपने संकल्प को दोहराएं। हमारा देश जल संरक्षण तथा स्वच्छ पेयजल तक हमारे देशवासियों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिये जल जीवन मिशन जैसे असंख्य उपाय कर रहा है।
अद्भिः सर्वाणि भूतानि जीवन्ति प्रभवन्ति च।।
On World Water Day, let’s reaffirm our pledge to save every drop of water. Our nation is undertaking numerous measures like Jal Jeevan Mission to ensure water conservation and access to clean drinking water for our citizens. pic.twitter.com/HWy0gjK5fV
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2022
एक अन्य ट्वीट संदेश में उन्होंने कहा कि माताओं और बहनों के जीवन को आसान बनाने में जल जीवन मिशन अत्यंत प्रभावी साबित हो रहा है। जन–जन की भागीदारी से घर-घर नल से जल पहुंचाने का संकल्प पूरा होगा।
माताओं और बहनों के जीवन को आसान बनाने में जल जीवन मिशन अत्यंत प्रभावी साबित हो रहा है। जन–जन की भागीदारी से घर-घर नल से जल पहुंचाने का संकल्प पूरा होगा। https://t.co/huzRH70p7U
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने अगले संदेश में कहा कि आइए हम मिलकर जल संरक्षण को आगे बढ़ाने और पृथ्वी को संवहनीय बनाने में योगदान करें। पानी की हर बूंद बचाने से हमारे लोगों की मदद होती है और हमारी प्रगति में तेजी आती है।
Together, let’s further water conservation and contribute to a sustainable planet. Every drop saved helps our people and enhances our progress. https://t.co/NOqIzxinKL
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के हर परिवार को स्वच्छ नल-जल उपलब्ध कराने के लिए 15 अगस्त, 2019 को जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। मिशन की शुरुआत के समय केवल 3.23 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास नल-जल आपूर्ति की सुविधा थी। कोरोना महामारी के बावजूद, पिछले ढाई वर्षों में 6 करोड़ से अधिक परिवारों को नल-जल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। अब तक करीब 9 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों के लिए उनके घरों में नल-जल की आपूर्ति की जा रही है।
देश के 78 जिलों, 58 हजार ग्राम पंचायतों और 1.16 लाख गांवों में हर परिवार को नल-जल आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अब तक 7.72 लाख स्कूलों और 7.48 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों में नल-जल आपूर्ति की सुविधा प्रदान की गई है। प्रधानमंत्री के ‘सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास, सबका-प्रयास’ के दृष्टिकोण को साकार करने और ‘बॉटम अप’ अप्रोच का अनुसरण करते हुए राज्यों की साझेदारी से 3.60 लाख करोड़ रुपए के बजट से जल जीवन मिशन को अमल में लाया जा रहा है।