दिल्ली के विवादास्पद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब और गोवा में मिली करारी हार को अबतक नहीं पचा पाए हैं। हार के लिए वोटिंग मशीन ईवीएम में छेड़छाड़ का बहाना बनाकर बीएसपी सुप्रिमो मायावती तो शांत बैठ गई हैं, लेकिन सियासी हताशा में केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता झूठ फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
केजरीवाल और उनकी टीम के लोग अब इस दुष्प्रचार में लग गए हैं कि वीवीपीएटी (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) लगे वोटिंग मशीन की चैंकिंग के दौरान ईवीएम का बटन दबाने पर कमल का फूल प्रिंट हुआ। वीवीपीएटी से लगे ईवीएम में बटन दबाने पर एक पर्ची निकलती है, जिससे पता चलता है कि आपने किस पार्टी और निशान को वोट दिया है।
आप संयोजक इस बात को कई बार ट्वीट कर चुके हैं कि मध्य प्रदेश के भिंड में वीवीपीएटी वाले ईवीएम मशीन की चेकिंग के दौरान बटन दबाने पर बीजेपी के पक्ष में वोट जा रहे थे। केजरीवाल ने इस बारे में सहारा न्यूज नेटवर्क के समय (मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़) न्यूज चैनल की खबर का हवाला दिया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आप के तमाम नेता और कार्यकर्ता ईवीएम में छेड़छाड़ को लेकर ट्वीट कर रहे हैं।
Do see this video. Do elections have any meaning left? https://t.co/ihl0abOfK1
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 31, 2017
केजरीवाल ने एक तथाकथित पत्रकार के ट्वीट को भी रि-ट्वीट किया है। अगर आप उस ट्वीट के वीडियो को देखेंगे तो सब कुछ साफ हो जाएगा। वीडियो में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह पत्रकारों के साथ हंसी-मजाक के मूड में दिख रही हैं। लोग हंस भी रहे हैं। सलीना सिंह मजाक में हंसते हुए मीडियाकर्मियों से कह रही है कि प्रेस में ऐसा नहीं देना, नहीं तो फिर आपको हम थाने में बैठाएंगे।
1st and biggest evidence of EVM fraud surfaced in MP, chief election officer herself nailed it. pic.twitter.com/snJuKqPn1T
— ASHUTOSH MISHRA (@ashu3page) April 1, 2017
सलीना सिंह के मजाक को कुछ तथाकथित पत्रकार धमकी मानते हुए इसे ही हेडलाइन में चलाने लगे। कई बड़े पत्रकारों ने भी सच जानने की कोशिश नहीं की और गलत खबर दिखाने लगे। अगर आप वीडियो देखेंगे तो आपको पता चल जाएगा कि-
- मध्य प्रदेश की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह विधानसभा उप-चुनाव से पहले पत्रकारों और विभिन्न दलों के नेताओं के साथ ईवीएम मशीन की चेकिंग कर रही है।
- सलीना सिंह जब चार नंबर बटन दबाती हैं तो वीवीपीएटी से बीजेपी को वोट दिए जाने वाली पर्ची निकलती है।
- बीजेपी के पक्ष में पर्ची निकलते ही सभी ये मान लेते हैं कि बीजेपी के पक्ष में ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ की गई है। ऐसे में सलीना सिंह जब मजाक में पत्रकारों को न्यूज ना दिखाने की बात करती हैं तो सभी हंसने लगते हैं। लेकिन कुछ तथाकथित पत्रकार इस मजाक को गलत रूप दे देते हैं।
- जबकि सलीना सिंह ने डेमो देने के लिए जिस चार नंबर बटन को दबाया था वो बीजेपी के लिए ही सत्यदेव पचौरी के लिए था। फिर मशीन से गलत क्या निकला।
- इसके बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने दूसरी बार ईवीएम का बटन दबाया तो हैंडपंप निशान की पर्ची आई और तीसरी बार बटन दबाया तो हाथ के पंजे की पर्ची निकली।
शुरू में बीजेपी की पर्ची निकलने पर कांग्रेसी नेताओं ने हो हल्ला करने की कोशिश की लेकिन जब कांग्रेस की भी पर्ची निकली तो वे शांत हो गए। तीन बार अलग-अलग बटन दबाने पर अलग-अलग पर्ची निकलने से यह साबित हो गया कि मशीन सही है। लेकिन मीडिया के कुछ तथाकथित पत्रकार इसे अलग रंग देने में लग गए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह के माहौल के हल्का करने के व्यवहार को उन्होंने हंगामे में तब्दील कर दिया।
मशीन को सही देखकर मध्य प्रदेश के स्थानीय कांग्रेसी नेता तो शांत हो गए लेकिन दिल्ली में केजरीवाल ने इसे एक नया राजनीतिक रंग दे दिया।
उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ की झूठी खबर को फैलाने की पूरी कोशिश की। अगर केजरीवाल इसी तरह झूठ फैलाते रहे तो इसके लिए उन्हें कोई अवार्ड मिल जाए तो चौंकिएगा नहीं। वैसे ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। केजरीवाल इसके पहले भी कई बार झूठ बोल चुके हैं।
वो झूठी खबरों को बिना पुष्टि कराए ट्वीट और रि-ट्वीट कर वायरल करवाते हैं।
केजरीवाल की घटिया हरकत फिर से पकड़ी गई, झूठी खबरों को ट्वीट करके फैलाते हैं, दोनों ट्वीट ध्यान से देखिए – क्या @ArvindKejriwal माफी मांगेगे pic.twitter.com/sxRhksL3oY
— Harish Burnwal (@hcburnwal) March 6, 2017
दरअसल केजरीवाल ने जेएनयू के वीसी के मोदी की रैली में होने की खबरों को जानबूझकर बिना कन्फर्म किए रिट्वीट कर दिया था….लेकिन अपनी गलती के लिए पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने माफी भी मांग ली…
The pics of BHU VC at Modi roadshow have turned out to be case of ‘mistaken identity’. Apologising to him and withdrawing tweet.
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) March 6, 2017
लेकिन क्या आपको लगता है कि झूठ की खेती करने में माहिर अरविंद केजरीवाल के पास इतनी हया बची है कि वो माफी मांगेंगे? क्योंकि झूठ और मक्कारी तो उनके रग-रग में भरी है….ये कोई पहला वाक्या नहीं है…..अभी कुछ महीने पहले एक शख्स ने बैंक में खुदकुशी कर ली….किसी ने ट्वीट कर दिया कि उसने बैंक से पैसे नहीं मिलने से परेशान होकर फांसी लगा ली….केजरीवाल ने बिना छानबीन किए उसे रि-ट्वीट कर दिया।
मोदी जी, ये देखिए। अब तो इस देश के लोगों पे रहम कीजिए। आख़िर क्या दुश्मनी है आपकी जनता से। ग़रीब की इतनी हाय मत लीजिए। https://t.co/26FPOwYTwo
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 20, 2016
जबकि वो एक चोर था, जिसने पकड़े जाने के चलते आत्महत्या की थी।
Dear @ArvindKejriwal & @meamabhishek
Here is the fact pic.twitter.com/yUAC95B1eQ— Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) November 20, 2016
यही नहीं आम आदमी का माला जपकर दिल्ली की सत्ता हथियाने के बाद उन्होंने अपनी और अपने विधायकों की सैलरी और बाकी सुविधाओं में 400 प्रतिशत के इजाफे की कोशिश की…..लेकिन जब चारों ओर उनके फैसले पर सवाल उठने लगे तो वो फाइल केंद्र को बढ़ाकर अपने फैसले से मुकरने लग गए।
इस तरह के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
इसे भी पढ़िए-
तो केजरीवाल अभी तक बिना सबूत हल्ला मचाए हुए थे
केजरीवाल से बड़ा झूठा इंसान नहीं देखा- सुभाष चंद्रा
और कितना झूठ बोलेंगे केजरीवाल, जानिए सच्चाई