किसान ऋण माफ करने के कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वादे की कलई खुल गई है। मध्य प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि कमलनाथ सरकार किसानों के ऋण माफ करने में असफल रही है।
भिंड के मेहगांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गोविंद सिंह ने कहा, “राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार बनने के बाद हम 10 दिनों में 2 लाख रुपये तक के किसान ऋण माफ करेंगे, लेकिन हम नहीं कर सके। विपक्ष का कहना है कि हमने आपके साथ विश्वासघात किया है। मैं कहना चाहता हूं कि स्थिति कठिन है इसलिए ऋण माफ करने में देरी हो रही है।”
Madhya Pradesh Min Govind Singh: Rahul Gandhi had said that after we form govt we'll waive off farmer loans up to Rs 2 lakh in 10 days,but we could not. Opposition says that we betrayed you.I want to say that situation is difficult that's why there is a delay in waiving off loans pic.twitter.com/fGndRPQjou
— ANI (@ANI) February 14, 2020
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने किसानों से 10 दिनों के अंदर ऋण माफ करने का वादा किया था लेकिन सरकार बनने के 14 महीने बीत जाने के बाद भी कमलनाथ सरकार अपने वादे को निभाने में नाकाम रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले 19 दिसंबर 2018 को ट्वीट कर दावा किया था कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की कांग्रेसी सरकारों ने वादा निभाते हुए किसानों के ऋण माफ कर दिए हैं।
It's done!
Rajasthan, Madhya Pradesh & Chhattisgarh have waived farm loans.
We asked for 10 days.
We did it in 2.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 19, 2018
अब सवाल ये उठ रहे हैं कि अगर कमलनाथ सरकार ने किसानों के कर्ज माफ कर दिए तो फिर मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह आखिर ये क्यों कह रहे हैं कि इस वादे को पूरा करने में दिक्कत हो रही है।