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किसान आंदोलन में खतरनाक साजिश : टिकरी बॉर्डर पर कृषि कानून के खिलाफ शहीद बताने के लिए एक किसान को शराब पिलाकर जिंदा जलाया

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दिल्ली की सीमा पर चल रहा किसान आंदोलन साजिशों का अड्डा बन गया है। यहां पर देश और मोदी सरकार के खिलाफ तरह-तरह की साजिशें रची जा रही हैं। आज यानि 17 जून, 2021 को टिकरी बॉर्डर से एक हैरान करने वाली साजिश सामने आयी। एक व्यक्ति को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया, ताकि कृषि कानून के खिलाफ उसे शहीद बताया जा सके। यहां तक कि मृतक व्यक्ति भी एक किसान था, उसके खिलाफ जातीय टिप्पणी भी की गई। अब मृतक के भाई के बयान पर मामला दर्ज हुआ है।

इस घटना को बहादुरगढ़ बाईपास पर स्थित गांव कसार के पास बुधवार रात 3 बजे अंजाम दिया गया। मुकेश कसार का ही रहने वाला था और शाम को घूमते हुए प्रदर्शन में शामिल होने आया था। बताया जा रहा है कि मुकेश को पहले शराब पिलाई गई। फिर लड़ाई-झगड़ा होने पर उसे शहीद बता कर उस पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी गई। घटना के बाद मुकेश को फौरन पास के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चला और फिर हालत गंभीर देख उन्हें रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन उन्हें ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल लेकर गए। लेकिन कुछ घंटों बाद वहां उनकी मौत हो गई।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस को दी शिकायत में मुकेश के भाई मदनलाल ने बताया, “मेरा भाई मुकेश बुधवार शाम लगभग 5 बजे घर से घूमने के लिए निकला था। घूमते-घूमते वह किसान प्रदर्शनकारियों के पास पहुंच गया। मुझे फोन कॉल से पता चला कि भाई पर आंदोलनकारियों ने जान से मारने की नीयत से तेल छिड़क कर आग लगा दी। मैं तुरंत पूर्व सरपंच टोनी को लेकर मौके पर पहुंचा तो मेरा भाई मुकेश गंभीर रूप से झुलसा हुआ था। उसे हम तुरंत सिविल अस्पताल लेकर आए। यहाँ उपचार के दौरान मुकेश ने बताया कि आंदोलन में कृष्ण नामक एक व्यक्ति (सफेद कपड़े पहने हुए था) ने पहले शराब पिलाई और फिर उसे आग लगा दी। इससे वह बुरी तरह झुलस गया।”

मुकेश की मृत्यु के बाद पुलिस ने मदनलाल के बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस दावा कर रही है कि उसे जल्द पकड़ा जाएगा। डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि इस संबंध में पहले संदीप और कृष्ण नाम के दो आरोपितों के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। मगर मौत होने के बाद हत्या की धारा भी जोड़ दी गई है। उधर मुकेश के भाई का कहना है कि इसी व्यक्ति ने उनके भाई को शराब पिलाई और बाद में तेल छिड़क कर उनको आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स बता रहे हैं कि कसार ब्राह्मणों का गांव है और मुकेश पर कृष्ण व एक अन्य आरोपित ने आग यह कह कर लगाई कि ब्राह्मण किसान आंदोलन में नहीं आते।

 

 

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