यूपीए और सहयोगी दलों की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार ने स्पीकर के तौर पर भेदभाव किया था। यहां तक कि नेता प्रतिपक्ष के साथ भी बुरा बर्ताव किया था। इसका खुलासा बीजेपी की वरिष्ठ नेता और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक वीडियो ट्वीट कर किया है। इस वीडियो के जरिए सुषमा स्वराज ने तत्कालीन स्पीकर मीरा कुमार को एक्सपोज किया है कि किस तरह उन्हें नेता प्रतिपक्ष के रूप में बोलने से भी वह टोका-टाकी करती रहीं।
This is how Lok Sabha Speaker Meira Kumar treated the Leader of Opposition – https://t.co/hxHWHaJ4D9
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 25, 2017
2 मिनट में 60 बार मीरा कुमार ने सुषमा को बोलने से रोका
ट्वीट करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष के साथ मीरा कुमार ने कैसा व्यवहार किया था, यह वीडियो उसकी बानगी है। इस वीडियो में स्पीकर मीरा कुमार ने नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज को 6 मिनट के भाषण में 60 बार टोका है। सुषमा ने अपने भाषण का अंत सदन से बायकॉट करने की घोषणा करते हुए किया।
Speaker interrupted Sushma 60 times in 6-min speech https://t.co/am8tiCrtQW … via @TheDailyPioneer
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 25, 2017
मीरा कुमार को सुषमा का घोटाले गिनाना नहीं हुआ बर्दाश्त
सबसे अहम बात ये है कि सुषमा स्वराज सर्वदलीय बैठक में बजट प्रक्रिया को पूरा होने देने के समझौते के तहत अपना भाषण दे रही थी और इस बाबत उन्हें आधे घंटे का समय दिया गया था। लेकिन, जैसे ही सुषमा स्वराज ने मनमोहन सरकार के घोटाले गिनाने शुरू किए, मीरा कुमार दो मिनट भी सब्र नहीं कर पायीं। चौथे मिनट से लेकर छठे मिनट तक कुल 60 बार मीरा कुमार ने सुषमा स्वराज को टोका और भाषण बंद करने का संकेत दिया। उनके शब्द थे-“Alright”, “Thank you”, “Okay”, “I have to proceed”.
लोकसभा महासचिव को विस्तार पर भी हुई थी तनातनी
इससे पहले भी मीरा कुमार के फैसले पर सुषमा स्वराज ने उंगली उठायी थी। अगस्त 2011 में लोकसभा के महासचिव टीके विश्वनाथन को एक साल का विस्तार देने के मामले पर सुषमा ने आपत्ति जताई थी। पत्र लिखकर सुषमा ने स्पीकर मीरा कुमार से कहा था कि विभाग में बाहरी लोगों को लाने से लोकसभा स्टाफ में असंतोष है। केवल लोकसभा के अधिकारी को ही इस पद के लिए विचार करना चाहिए। लेकिन मीरा कुमार ने उनकी कोई दलील नहीं सुनी और आपत्तियों को खारिज कर दिया।
सुषमा-आडवाणी को छोड़नी पड़ी थी स्पीकर मीरा की टी पार्टी
इसी महीने एक और अप्रिय घटना घटी थी जब सुषमा स्वराज और एलके आडवाणी ने स्पीकर की चाय पार्टी से बीच में उठ चले थे। कैश फॉर वोट स्कैम पर भाषण दे रहे आडवाणी को जब कांग्रेस के सांसद टोका-टाकी कर रहे थे, तब मीरा कुमार ने उन्हें एक बार भी नहीं रोका। इसी वजह से ये दोनों नेता उनसे नाराज हुए और चाय पार्टी छोड़कर चले गये।
राहुल को VIP स्पीच की अनुमति पर भी सुषमा ने उठायी थी आपत्ति
सुषमा स्वराज ने मीरा कुमार पर सदन में भेदभाव करने का आरोप भी लगाया था। जब 2011 में कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को स्पीकर ने लीक से हटकर 10 मिनट का भाषण देने की इजाजत दी थी। लोकपाल के मुद्दे पर प्रश्नकाल के दौरान राहुल ने यह भाषण दिया था। तब कई सदस्यों को नोटिस देने के बावजूद बोलने की इजाजत स्पीकर ने नहीं दी थी। सुषमा ने राहुल को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप स्पीकर मीरा कुमार पर लगाया था।