उत्तर प्रदेश में चुनाव के समय समाजवादी पार्टी पार्टी के नेताओं की हरकतों से लगता है कि वे अखिलेश यादव की साइकिल पंचर करने में लगे हुए हैं। शुक्रवार, 25 फरवरी को पार्टी ने ट्विटर पर एक फोटो अपलोड करते हुए लिखा- 10 मार्च को आ रहे हैं अखिलेश…। समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से शेयर फोटो में अंग्रेजी में लिखा हुआ है- Ride With The Tide (राइड विद द टाइड)। इसके नीचे लिखा हुआ है- ‘अखिलेश यादव ने छोटे, जाति-आधारित दलों के साथ एक मजबूत गठबंधन बनाया है। उनका काम समाजवादी पार्टी को वापस सत्ता में लाने का है, लेकिन उनके सहयोगियों के चंचल- ढुलमुल रवैए और अपनी पार्टी के नेताओं के बीच असंतोष के कारण यह चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
पोस्ट में जिस तरह से पार्टी की आलोचना की गई है, उसके कारण सपा के ट्वीट करते ही यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यूजर्स ट्विटर पर समाजवादी पार्टी को ट्रोल करने लगे। यूजर्स तंज कस रहे हैं कि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने फोटो में लिखे शब्दों को पढ़ना भी जरूरी नहीं समझा का क्या लिखा है। पार्टी के नेताओं ने सिर्फ अखिलेश का फोटो देख इसे बिना पढ़े शेयर करना शुरू कर दिया। जिससे सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव की किरकिरी हो रही है।
Are bhai??
Padh to leta pehle kya likha hai pic.twitter.com/hfUapTOoW0— Debojyoti Dasgupta (@tisDev) February 25, 2022
?? itne gadhe bhare pade hain ish party main
— Secular Buffalo ? (@SecularBuffalo) February 25, 2022
???
और ये लोग Students को रोजगार देंगे
अरे भाई पढ़ तो लेते क्या लिखा है pic.twitter.com/kRZVu5iIYy
— Kunnu (@iKunnu_) February 25, 2022
Ye jo tweeter use Kar raha apka Kam se Kam padhe likhe ko use karne ko dete
— Prajjwal mishra??? (@imPmishra) February 25, 2022
Delete kia toh akilesh tontichor
— Kaajukatla (@kaajukatla) February 25, 2022
Samajwadi party itna sach mat bolo??. Sabko pata hain akhilesh ji aa rahe hain yogi ji ke mukhyamantri samaroh main pic.twitter.com/6f3oTeS7F5
— Ashish (@Ashish00708816) February 25, 2022
अबे, अंग्रेज़ी पढ़ने-समझने वाला कोई नहीं है पार्टी में? pic.twitter.com/TcRexS5qFl
— जाट बलवान ?? (@jaat__balwan) February 25, 2022
हिंदी रूपांतरण
“अखिलेश यादव ने छोटे, जाति-आधारित दलों के साथ एक मजबूत गठबंधन बनाया है। समाजवादी पार्टी को सत्ता में वापस लाने का उनका कार्य, हालांकि, अपने सहयोगियों के चंचल स्वभाव और अपनी ही पार्टी के नेताओं के बीच असंतोष के कारण चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।”— Cārvāka Rishi ?? (@Rishisharmait) February 26, 2022
समाजवादी पार्टी आधिकारिक तौर पर कह रही है कि हमने सभी जातिवादी पार्टीओ को इकट्ठा किया है चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए
— Harshvardhan Singh (@bjpharshvardhan) February 25, 2022
Dear admin, pic.twitter.com/LLpFzROIWv
— Anshul Dixit (@anshuld90) February 25, 2022