कांग्रेस नेता राहुल गांधी जब भी अपना मुंह खोलते हैं, तो मोदी सरकार के खिलाफ ही कुछ न कुछ बोलते हैं। राहुल ने एक ट्वीट किया, जिसमें खबर के हवाले से कोरोना काल में नौकरियां खत्म होने को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। जबकि सच्चाई यह है कि कोरोना काल में ही मोदी सरकार ने स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने से लेकर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। और उन्हीं कदमों का परिणाम है कि जहां इस दौरान रिकॉर्ड एफडीआई भारत आया है, वहीं नौकरियों के मौके भी बढ़े हैं।
पिछले 4 महीनों में क़रीब 2 करोड़ लोगों ने नौकरियाँ गँवायी हैं। 2 करोड़ परिवारों का भविष्य अंधकार में है।
फेसबुक पर झूठी खबरें और नफ़रत फैलाने से बेरोज़गारी और अर्थव्यवस्था के सर्वनाश का सत्य देश से नहीं छुप सकता। pic.twitter.com/xXagwu5Ytx
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 19, 2020
लेकिन राहुल गांधी को उनका ये ट्वीट उस समय उल्टा पड़ गया, जब सोशल मीडिया में उन पर, उनकी पार्टी पर और तमाम राज्यों में चल रही उनकी सरकारों पर ही सवाल उठाए जाने लगे।
भारत के 6 राज्यो में कांग्रेस की सरकार है आप ने रोजगार ओर सरकारी नौकरी देने का वादा किया था
राजस्थान.हर जिले में मोबाइल युनिट खोलने का वादा
पंजाब.युवा लोगों को नशा मुक्त करके रोजगार का वादाछ्तीसगढ.नक्सल मुक्त राज्य बनाकर रोजगार देने का वादा
झारखंड.आदिवासी इलाके में नौकरी देना— नेहा चौधरी (@Nehajaatni123) August 19, 2020
40 million lost their job in USA
6 lakhs in Australia
3million in JapanIf you have the slightest brain to consider Covid as a Pandameic and its impact.
But you don’t have brains to apply. Even the Pandemic will get over one day but your thought and mindset will never.— Akshaan_swadesi (@thewanderborn) August 19, 2020
ये सब कहने से सत्ता नहीं मिलती है l जमाना बदल गया है l जनता उसको पसंद करती है जो समस्या का रोना छोड़ कर समस्या दूर करने के लिए सरकार को सहयोग देकर और सहयोग लेकर काम करता है l मोदी जी से न सही सोनू सूद से ही कुछ सीख लो,उसकी माली हालत आप के सामने जीरो है और काम मे हीरो हो गया l pic.twitter.com/0MakR56YmO
— CHOWKIDAR BALRAM SINGH YADAV (@BalramS55671001) August 19, 2020
राहुल गांधी जी
फ़ेसबुक और सोशल मीडिया पर फ़ेक न्युज फैलाने का काम तो आपकी बहन और कांग्रेस नेता कर रहे है
प्रियंका वाड्रा ने बांग्लादेश की फ़ोटो असम बाढ की बता कर लोगों को गुमराह किया
जीतु पटवारी ने अमेरिकी विमान की फ़ोटो मोदी जी के विमान की बताकर लोगों को गुमराह किया#Facebook pic.twitter.com/3OCdCsy540
— नेहा चौधरी (@Nehajaatni123) August 19, 2020
कांग्रेसीअश्लीललता संसद की मर्यादा को छलनी किया
कांग्रेसी दलाल मुर्खों की पहचान:-
पवित्र संसद में आंख मारना
लेकिन कोरोना का आरोग्य सेतु खराब
आंख मारने वाले बाबा के पास इसका इलाज है..पर बेचारे को अभी पोगो देखने से फुरसत नही है बेबी..बाद में आना हँ..??? pic.twitter.com/cNcAmCfsuj— ॐ किशोर शर्मा (@Kishorekumarsh4) August 19, 2020
आपको बता दें कि मोदी सरकार के प्रयासों से ही कोरोना संकट के दौरान भी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और नौकरियों के अवसर भी सृजित हो रहे हैं। जानिए कैसे-
MSME-आवास तथा शहरी विकास मंत्रालय देगा साढ़े आठ करोड़ युवाओं को रोजगार
भारत की 65 प्रतिशत आबादी 35 साल से कम उम्र की है और मोदी सरकार युवाओं को स्वाबलंबी बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। आने वाले वर्षों में केंद्रीय आवास तथा शहरी विकास और MSME मंत्रालय के तहत 8.65 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी। स्वावलंबन ई-समिट 2020 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमारे देश के विकास में हमारे MSME सेक्टर का बहुत बड़ा योगदान है, अभी GDP ग्रोथ रेट में से 30% आय MSME से आती है, हमारे 48% निर्यात MSME का है और अभी तक हमने 11 करोड़ नौकरियां पैदा की हैं। उन्होंने आगे कहा कि मेरा विश्वास और विचार है कि हम आने वाले 5 साल में इसे बढ़ाकर कम से कम 30 प्रतिशत ग्रोथ रेट को 50 प्रतिशत, 48 प्रतिशत निर्यात को 60 प्रतिशत करें और 5 करोड़ नई नौकरियां पैदा करें। उधर, केंद्रीय आवास तथा शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत देश में घरों के निर्माण से करीब 3.65 करोड़ नौकरियां मिलेंगी। योजना के तहत अब तक लोगों को 1.65 करोड़ नौकरियां मिल चुकी हैं। पुरी ने सीआईआई के वेबिनार में कहा कि मंत्रालय 1.07 करोड़ मकानों के निर्माण की मंजूरी दे चुका है।
युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध मोदी सरकार
– MSME सेक्टर में पांच करोड़ नौकरियां पैदा करने की तैयारी
-देश के विकास में हमारे MSME सेक्टर का बहुत बड़ा योगदान
-पीएम आवास योजना के तहत मिलेंगी 3.65 करोड़ नौकरियां
– योजना के तहत मिल चुकी हैं 1.65 करोड़ लोगों को नौकरियां
– योजना के तहत हो चुकी है 35 लाख मकानों की डिलिवरी