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प्रधानमंत्री मोदी-अल सीसी मुलाकात: आपसी संबंधों को सामरिक भागीदारी के स्तर पर ले जाने का फैसला

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज, 25 जनवरी को नई दिल्ली में मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति अल सीसी के बीच बातचीत के दौरान दोनों देशों के बीच साइबर सुरक्षा, संस्कृति, सूचना प्रौद्योगिकी, युवा कार्य और प्रसारण क्षेत्र से संबंधित समझौतों पर दस्तखत किए गए।

बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद मानवता की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि भारत और मिस्र दुनिया भर में हो रहे आतंकवाद के प्रसार पर चिंतित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों राष्ट्रों ने आपसी संबंधों को सामरिक भागीदारी के स्तर पर ले जाने का फैसला किया है।

उन्होंने कहा, ”आज की बैठक में राष्ट्रपति सीसी और मैंने हमारी द्विपक्षीय भागीदारी को सामरिक भागादारी के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया। हमने तय किया है कि भारत-मिस्र सामरिक भागादारी के तहत हम राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक एवं वैज्ञानिक क्षेत्रों में और अधिक व्यापक सहयोग का दीर्घाकालीन ढांचा विकसित करेंगे। हमने आज की बैठक में अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मजबूत करने, और आतंकवाद से निपटने के लिए सूचना एवं इंटेलिजेंस का आदान-प्रदान बढ़ाने का भी निर्णय लिया है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के लिए रक्षा क्षेत्र में अपार अवसर हैं। उन्होंने कहा कि भारत और मिस्र की सामरिक भागीदारी राजनीतिक, रक्षा और वैज्ञानिक विकास के स्तर से शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में दोनों देश आपसी व्यापार को 12 अरब डॉलर तक ले जाएंगे।

मिस्र के राष्ट्रपति भारत की तीन दिन की यात्रा पर 24 जनवरी को नई दिल्ली पहुंचे। वे 74वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति सीसी हमारे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह पूरे भारत के लिए सम्मान और हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि भारत और मिस्र विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं मे से हैं। हमारे बीच कई हज़ारों वर्षों का अनवरत नाता रहा है। चार हजार वर्षों से भी पहले, गुजरात के लोथल पोर्ट के माध्यम से मिस्र के साथ व्यापार होता था। इस वर्ष भारत ने अपनी G-20 अध्यक्षता के दौरान मिस्र को अतिथि देश के रूप आमंत्रित किया है, जो हमारी विशेष मित्रता को दर्शाता है।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी ने कहा कि मिस्र में भारतीय कंपनियों का निवेश बढ़ाने पर बातचीत हुई, क्योंकि मिस्र में निवेश के तमाम अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने व्यापार और निवेश के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और कट्टरवाद से निपटने तथा दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने पर विचार-विमर्श हुआ।

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