Home समाचार प्रधानमंत्री मोदी की रूस यात्रा, ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के होंगे चीफ गेस्ट

प्रधानमंत्री मोदी की रूस यात्रा, ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के होंगे चीफ गेस्ट

SHARE

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम की शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए रूस की तीन दिन की यात्रा पर जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी रूस के शहर व्लादीवोस्टक में 4 से 6 सितंबर तक आयोजित ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के चीफ गेस्ट होंगे। प्रधानमंत्री 5 सितंबर को ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेंगे और यहीं पर रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के साथ आयोजित सालाना द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।

प्रधानमंत्री रूस और भारत के बीच 20वीं शिखर बैठक में भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किये जा सकते हैं।

रूस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बयान में कहा, ‘मैं 4-5 सितम्बर, 2019 को रूस के व्लादिवोस्तोक के दौरे पर रहूंगा। रूस के सुदूर-पूर्व क्षेत्र का मेरा दौरा मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ करने एवं इसमें विविधता लाने की दोनों ही पक्षों की आकांक्षा को रेखांकित करता है। यह रूस के सुदूर-पूर्व क्षेत्र के लिए भारत के किसी भी प्रधानमंत्री का प्रथम दौरा है।’

उन्होंने कहा, ‘मेरे दौरे के ये दो उद्देश्य हैं – रूसी संघ के राष्ट्रपति श्री व्लादिमीर पुतिन के आमंत्रण पर पूर्वी आर्थिक फोरम की 5वीं बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेना और उनके साथ 20वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शिरकत करना। यह फोरम रूस के सुदूर-पूर्व क्षेत्र में कारोबारी एवं निवेश अवसर बढ़ाने पर फोकस करता है और इस क्षेत्र में भारत व रूस के बीच घनिष्ठ एवं पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग के विकास की असीम संभावनाएं प्रस्तुत करता है।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच संबंध बड़े ही सौहार्दपूर्ण हैं, जो हमारी विशिष्ट एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी की मजबूत नींव पर आधारित हैं। दोनों देश रक्षा व असैन्य परमाणु ऊर्जा के सामरिक क्षेत्रों और अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोगों में व्यापक रूप से सहयोग करते हैं। हमारे बीच व्यापार एवं निवेश संबंध अत्यंत सुदृढ़ और विकासोन्मुख हैं।’

प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा, ‘एक बहुध्रुवीय दुनिया को बढ़ावा देने की इच्छा हमारी मजबूत साझेदारी के लिए एक पूरक है और दोनों देश इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए क्षेत्रीय एवं बहुपक्षीय फोरम में आपस में घनिष्ठतापूर्वक सहयोग करते हैं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी द्विपक्षीय साझेदारी के सभी पहलुओं के साथ-साथ आपसी हित के क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करने के लिए आशान्वित हूं। मैं पूर्वी आर्थिक फोरम में शिरकत करने वाले अन्य वैश्विक राजनेताओं के साथ बैठक करने और इसमें भाग लेने वाले भारतीय उद्योग एवं कारोबारी जगत के प्रतिनिधियों के साथ संवाद करने की भी उम्मीद कर रहा हूं।’

विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा है कि यात्रा के दौरान तेल और गैस की खोज में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना मुख्य एजेंडा होगा। विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान भारत और रूस दोनों देश तेल और गैस की खोज के लिए पांच वर्षीय कार्य योजना बनाएंगे।

विदेश सचिव ने कहा कि भारत और रूस नए क्षेत्रों में रक्षा और परमाणु नागरिक सहयोग के अलावा अर्थव्यवस्था के क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश खनन, कौशल विकास, इस्पात, दवा, शिक्षा और कृषि क्षेत्र में भी संबंधों को और मजबूत बनाने की इच्छा रखते हैं।

ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी जापान, मलेशिया और मंगोलिया के राष्ट्र प्रमुखों से मुलाकात भी करेंगे।

Leave a Reply