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कर्नाटक में पीएम मोदी ने जारी की किसान सम्मान निधि की तीसरी किस्त, कृषि कर्मण अवॉर्ड भी बांटे

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए साल में किसानों को तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने कर्नाटक के तुमकुर में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 8 करोड़वें किसान के खाते में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से पैसा जमा किया गया है। इतना ही नहीं उन्होंने एक क्लिक के माध्यम से देशभर के 6 करोड़ से अधिक किसान परिवारों के खातों में एक साथ 12,000 करोड़ रुपये भी ट्रांसफर किए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने देश के कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने वाले किसान साथियों और राज्यों को कृषि कर्मण पुरस्कार भी दिए।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि देश में एक वो दौर भी था, जब गीरब के लिए दिल्ली से एक रुपया भेजा जाता था, तो सिर्फ 15 पैसे पहुंचते थे, बाकी के 85 पैसे बिचौलिए मार जाते थे। आज दिल्ली से भेजे गए पूरे पैसे गरीब, किसान के खाते में पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की आवश्यकता, चिंताओं, जरूरतों को समझ कर योजनाओं को लागू करने का प्रयास किया है। कृषि को टुकड़ों के बजाए पूरी समग्रता से देखा और चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर प्रयास किया।

किसानों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने दशकों से लटकी सैकड़ों सिंचाई परियोजना को पूरा किया है। सॉयल हेल्थ कार्ड हो या फिर यूरिया की नीम कोटिंग, सरकार ने हमेशा किसानों के हितों को प्राथमिकता दी। इतना ही नहीं सरकार ने वर्षों से लंबित किसानों की लागत से डेढ़ गुना एमएसपी की मांग को भी पूरा किया है। सरकार ने कृषि उपज के भंडारण की दिक्कत न हो, इसके लिए कोल्ड स्टोरेज की क्षमता बढ़ाई है। किसान किसी भी मंडी में उत्पाद बेच सके, इसके लिए ई-नाम नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने में कृषि सेक्टर की बड़ी भूमिका है। इसके लिए सरकार कैश क्रॉप और एक्सपोर्ट केंद्रित कृषि व्यवस्था तैयार करने पर जोर दे रही है। श्री मोदी ने कहा कि सरकार के प्रयासों के कारण भारत द्वारा मसालों के उत्पादन और निर्यात में काफी बढ़ोतरी हुई है। मसाला उत्पादन 25 लाख टन बढ़ा है, वहीं मसालों का निर्यात भी 15 हजार करोड़ से बढ़कर 19 हजार करोड़ रुपये पहुंच चुका है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हॉर्टिकल्चर के अलावा दाल, तेल और मोटे अनाज के उत्पादन में भी दक्षिण भारत का हिस्सा अधिक है। भारत में दाल के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बीज हब बनाए गए हैं, जिनमें से 30 से अधिक सेंटर कर्नाटका, आंध्रा, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना में हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सहित पूरे भारत में जल संकट से निपटने के लिए जन जीवन मिशन के तहत हर घर पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। इसी दिशा में अटल भूजल योजना शुरू की गई है। कर्नाटक समेत सात राज्यों में भूजल को ऊपर उठाने के कदम उठाए जा रहे हैं।


पीएम मोदी ने कहा कि वर्ष 2022 में जब हमारा देश अपनी आजादी के 75 वर्ष का पर्व मनाए, तब हमारे संकल्पों की सिद्धि ही हमारे राष्ट्र निर्माताओं को हमारी श्रद्धांजलि होगी और इसके लिए हमें यहां से किसानों की आय दोगुनी करने के लिए नई ऊर्जा लेकर, नई प्रतिबद्धता लेकर जाना है।

 

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