देश में आज भी मोदी लहर कायम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता लोगों के सर चढ़कर बोलती है। चाहे लोकसभा चुनाव हो, विधानसभा चुनाव या फिर स्थानीय निकाय चुनाव। बीजेपी पर लोगों का भरोसा और मजबूत हुआ है। बीजेपी एक के बाद एक चुनाव जीतती जा रही है। अब असम में बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद (BTC) में बीजेपी गठबंधन ने बहुमत हासिल किया है। साल 2015 के बीटीसी चुनाव में सिर्फ एक सीट जीतने वाली बीजेपी ने इस बार नौ सीटों पर जीत दर्ज कर बड़ी बढ़त बनाई है। बीजेपी की सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) को 12 सीटें मिली है।
बीजेपी और गठबंधन सहयोगियों के इस बेहतर प्रदर्शन पर बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि एनडीए नॉर्थ ईस्ट के लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। यूपीपीएल और बीजेपी को असम बीटीसी चुनाव में बहुमत हासिल करने के लिए बधाई और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बहुत शुभकामनाएं। एनडीए में अपना विश्वास रखने के लिए लोगों का बहुत धन्यवाद।
NDA is committed to serving the people of the Northeast.
I congratulate our ally UPPL and @BJP4Assam for securing a majority in the Assam BTC election, and wish them the very best in fulfilling people’s aspirations.
I thank the people for placing their faith in the NDA.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2020
असम में छह महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हुए बोडोलैंड परिषद चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है। इसके पहले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में शानदार प्रदर्शन कर बीजेपी ने केसीआर की पार्टी टीआरएस को स्पष्ट बहुमत हासिल करने से रोक दिया। हैदराबाद नगर निकाय चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी के मजबूत गढ़ पुराने हैदराबाद में बीजेपी ने अपना परचम लहरा दिया। चुनाव भले ही नगर निगम का हो, लेकिन जिस आक्रमकता से बीजेपी यहां चुनाव लड़ी है उससे ओवैसी की पार्टी पस्त हो गई है। 2016 में सिर्फ चार सीटें हासिल करने वाली बीजेपी ने इस बार 150 में से 48 सीटों पर अपना परचम लहरा दिया। यहां टीआरएस को 56 और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 44 सीटों पर जीत मिली। जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 2 सीट आई।
बीजेपी अब पूर्वोत्तर और दक्षिण के राज्यों में भी पैठ बना रही है। खास बात यह है कि ये इलाके मुस्लिम बहुल और गैर हिंदी हैं। यह चुनाव इन इलाकों में पैठ बनाने की बीजेपी के प्लान में एक टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकते हैं। बीजेपी इन इलाकों में जनाधार बढ़ाने के साथ वोट प्रतिशत भी बढ़ा रही है। इस कामयाबी का असर ये भी होगा कि पार्टी को इसके पड़ोसी राज्यों में पैर पसारने में आसानी रहेगी।