पैगंबर मोहम्मद के बारे में नुपूर शर्मा की टिप्पणी पर विरोध प्रदर्शन वालों के खिलाफ कुवैत ने कड़ा रुख अपनाया है। कुवैत ने प्रदर्शन करने वाले सभी प्रवासी नागरिकों का वीजा रद कर दिया है और उन्हें देश छोड़ने को कहा है। प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए साफ कहा है कि अब कुवैत में इन नागरिकों की दोबारा वापसी नहीं होगी। इतना ही नहीं कुवैती अधिकारी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर उन्हें वापस अपने देश भेजने की तैयारी कर रहे हैं। प्रदर्शन में भाग लेने वाले ज्यादातर लोग भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमान थे। भारत में हिंसक प्रदर्शन कर संपति को नुकसान पहुंचाने वाले मुस्लिम कट्टरपंथियों को कुवैत से सबक लेना चाहिए। सोशल मीडिया पर यूजर्स इसी को लेकर चर्चा कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि जिस कुवैत के लिए आंखों में मोहब्बत लिए कूद रहे थे वहां खड़े हो चार नारे लगाने पर बोरिया-बिस्तर बांधकर इंडिया रवाना कर दिया जा रहा और यहां “सर तन से जुदा”/मर जा मोदी के नारे लगाने के बाद भी फ्री में राशन, घर, शौचालय मिलता है। अब भी कहां आपकी क्या हैसियत है समझ न आए तो भगवान मालिक है।
जिस कुवैत के लिए आंखों में मोहब्बत लिए कूद रहे थे वहाँ खड़े हो चार नारे लगाने पर बोरिया बिस्तर बांधकर इंडिया रवाना कर दिया जा रहा और यहां “सर तन से जुदा”/मर जा मोदी के नारे लगाने के बाद भी फ्री में राशन,घर,शौचालय मिलता है।अब भी कहां आपकी क्या हैसियत है समझ न आए तो भगवान मालिक है। pic.twitter.com/EVL4IfxcX5
— Sushant Sinha (@SushantBSinha) June 12, 2022
कुवैत में नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वालों को गिरफ़्तार कर वापस उनके देश भेजा जाएगा…क़ानून के मुताबिक़ ग़ैर कुवैती लोग उस देश में प्रदर्शन करें तो अपराध है..इसी देश पर कुछ लोग बड़ा इतरा रहे थे…लोकतांत्रिक मूल्यों में भारत का कोई सानी नहीं है दिलोदिमाग़ में बसा लीजिए..
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) June 13, 2022
अब कहा रैली करोगे भो…वालो कुवैत तो लात मार के भगा रहा है
कुवैत भी जानता है हिंदुस्तान की ताकत— शुभम रामदे आज़ाद? (@shubhamramde) June 12, 2022
पिछले पत्थरवार को जुम्मे की नमाज के बाद जिन भारतीय और पाकिस्तानी मुसलमानों ने कुवैत में जुलूस निकाला था उन सभी को कुवैत सरकार ने देश से बाहर निकालने का फैसला किया है उनका वीजा स्थाई रूप से रद्द कर दिया है ताकि दोबारा वापस ना घुस सके।
— P.N.Rai (@PNRai1) June 12, 2022
अब क्या कुवैत वाले भी काफिर हो चुके हैं? https://t.co/pDatHwXQtp
— Rais Pathan (@PathanRaisKhan) June 13, 2022
नूपुर शर्मा के खिलाफ रैली निकालने वाले मुसलमीन
को नौकरी से निकाल कर बैरंग भारत भेजेगा कुवैत |||— Deepak SHarmaa (@TheDeepak2022) June 12, 2022
जिस कुवैत के नाम पर भारत में रह रहे कुछ लोग इतरा रहे थे, अब वही कुवैत नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वालों को गिरफ़्तार करके वापस उनके देश भेजने का प्लान कर चुका है…क्योंकि ग़ैर कुवैती लोगों का उस देश में प्रदर्शन करना अपराध है…मान लीजिए जनाब भारत से बेहतर कोई देश नहीं।??
— Ashutosh Chaturvedi (@ashutoshjourno) June 13, 2022
समझ में नही आया कौन झुका मोदी जी या फिर उनका अब्बू कुवैत????#bulldozer pic.twitter.com/yjDf3UpsnA
— विनय झा(বিনয় ঝা)?? (@Binayjha_90) June 12, 2022
Kuwait :
Govt of Kuwait decided to deport Indians who conducted protest rally in Faraheel city of Kuwait against Prophet remarks by Nupur Sharma. Their Visa will be cancelled permanently and will be deported to India.
https://t.co/1jhOnKCMWv— J Nandakumar (@kumarnandaj) June 12, 2022
All expats in Kuwait that demonstrated against Nupur’s remarks will be deported as it is illegal to demonstrate there. So much for talk of Islamic “brotherhood”! Of course, no “civil rights” activist from the Lutyens brigade will ever criticise this reverse “islamophobia”.
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) June 13, 2022
Take Kuwait deportation as an example, Indian Muslims should understand that only place they can call home in time of ‘disaster’ is India.
— The Poll Lady (@ThePollLady) June 12, 2022
Kuwait is an Islamic country still they didn’t tolerate such things.
Now compare it with India, how tolerant we are, how much freedom Indian Muslims are enjoying here.Think 🙂 https://t.co/vV2zXmaGtc
— Vishnu Vardhan Reddy (@SVishnuReddy) June 12, 2022
Kuwait is deporting all protestors for the crime of raising their voice in support of Prophet Mohammed.
Kuwait is fine with violent protests in India but won’t tolerate so much as a whisper on their own soil.#UmmahKaChumma https://t.co/kX1f5Jwqrf
— Major Gaurav Arya (Retd) (@majorgauravarya) June 13, 2022