एक प्रसिद्ध कहावत है…जहां-जहां पांव पड़े संतन के, तहां-तहां बंटाधार… ये कांग्रेस के ‘युवराज’ कहे जाने वाले नेता राहुल गांधी पर एकदम सटीक बैठ रही है। राजनीति में उनके पदार्पण के साथ ही कांग्रेस के भी पतन की शुरुआत हो गई। चुनावों के आंकड़े गवाह बने हैं कि राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी में जैसे-जैसे जिम्मेदारी ज्यादा हुई। वैसे-वैसे कांग्रेस की दुर्दशा बद से बदतर होती गई। राहुल गांधी ने 2004 में लोकसभा का पहला चुनाव लड़ा था। वे सांसद से लेकर पार्टी महासचिव और अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष पद पर भी रहे। लेकिन हालात ये हैं कि पिछले दो दशक के उनके राजनीतिक जीवन के दौरान कांग्रेस हार की सैंचुरी लगाने के करीब पहुंच चुकी है। कांग्रेस के इतिहास में यह पहला मौका है, जबकि वह 20 साल की अवधि में वो लोकसभा और विधानसभाओं के 93 चुनाव हार चुकी है। राहुल गांधी ने अपनी पार्टी की हालत उस परजीवी की तरह बना दी है, जिसकी सांसें दूसरे दलों के सहारे चल रही हैं।
अमेठी के अपने ही गढ़ में खुद भी परास्त हो गए राहुल
दिलचस्प तथ्य यह भी है कि कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी लोकसभा सीट से 2019 में खुद राहुल गांधी ही हार गए थे। तब कांग्रेस अध्यक्ष रहे राहुल गांधी को भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने 55 हजार 120 मतों के अंतर से जबरदस्त पटखनी दी थी। आइए, जानते हैं राहुल के कांग्रेस में पदार्पण के बाद कांग्रेस को कब, कहां-कहां के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है…
आइए, जानते हैं राहुल के कांग्रेस में पदार्पण के बाद कांग्रेस को कब-कब, कहां-कहां के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है…
2024
हार नं. 93.
23.11.24
महाराष्ट्र में भाजपा की सुनामी, कांग्रेस की स्थिति सबसे दयनीय
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा और महायुति की सुनामी चली। 288 सीट के सदन में अकेली बीजेपी ने सर्वाधिक 132 सीट जीतीं। उसकी सहयोगी शिवसेना शिंदे को 57 और एनसीपी अजित को 41 सीट मिलीं। कांग्रेस की स्थिति तो शिवसेना उद्धव (20) से भी दयनीय हो गई और वह सिर्फ 16 सीटों पर जीत पाई।
हार नं.92.
08.10.24
हरियाणा में भाजपा की जीत की हैट्रिक, कांग्रेस की 37 सीट पर जमानत जब्त
हरियाणा में भाजपा ने लगातार तीसरी बार प्रचंड जीत हासिल की। 90 सीटों के सदन में भाजपा ने 48 सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस ना सिर्फ 37 सीटों पर सिमटी, बल्कि अन्य 37 सीटों पर उसके प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई।
हार नं. 91.
05.06.24
लोकसभा में एनडीए गठबंधन की जीत की हैट्रिक, कांग्रेस फिर परास्त
लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने जीत की हैट्रिक लगाई। साठ साल के बाद ऐसा मौका आया, जबकि दो टर्म को पूरा करने के बाद लगातार तीसरी बार नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने। भाजपा 240 सीटें जीतकर लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनी। यूपीए गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस नर्वस नाइंटीज का शिकार हुई और उसे 99 सीटें मिलीं।
हार नं. 90.
05.06.24
आंध्रप्रदेश में एनडीए की प्रचंड जीत, टीडीपी बनी हीरो और कांग्रेस जीरो
आंध्र प्रदेश में भाजपा, तेलुगू देशम पार्टी और जनसेना के गठबंधन को विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली। टीडीपी ने 135, जनसेना ने 21 और बीजेपी ने 8 सीटें जीती। सत्तारूढ़ दल वाईएसआर कांग्रेस पार्टी 11 सीट मिली हैं, वहीं कांग्रेस एक भी सीट जीतने में नाकाम रही।
हार नं. 89.
02.06.24
अरुणाचल प्रदेश में भाजपा की सुनामी, कांग्रेस को निर्दलीयों से कम सीट
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला। राज्य की 60 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 46 पर जीत दर्ज की। कांग्रेस को निर्दलीयों से भी कम सीटें मिलीं। चुनाव में तीन निर्दलीय जीते, लेकिन कांग्रेस बमुश्किल एक ही सीट जीत पाई। इसके अलावा नेशनल पीपुल्स पार्टी 5, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी 3, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल 2 सीट जीती।
हार नं. 88.
05.06.24
ओडिशा में खिला कमल, भाजपा सत्ता में, कांग्रेस की हार
ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों में से भाजपा ने 78 सीटें हासिल कर स्पष्ट बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। कांग्रेस सिर्फ 14 सीटों पर जीत हासिल कर पाई। वहीं, भाजपा ने लोकसभा की 21 में से 20 सीटें भी जीत लीं। मात्र एक सीट कांग्रेस के खाते में गई।
हार नं. 87.
02.06.24
सिक्किम में कांग्रेस को नोटा से भी कम वोट मिले
सिक्किम की 32 विधानसभा सीटों में से 31 पर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने एकतरफा जीत दर्ज की है। सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने एकमात्र श्यारी विधानसभा सीट जीती। एसकेएम को 58.38 और एसडीएफ को 27.37 प्रतिशत वोट मिले। चुनाव की दिलचस्प बात यह रही कि कांग्रेस को नोटा से भी कम 0.32 प्रतिशत मत मिले। नोटा को 0.99 प्रतिशत वोट मिले, जबकि भाजपा को 5.18 प्रतिशत वोट मिले।
2023
हार नं. 86.
02.03.23
त्रिपुरा में लगातार दूसरी बार भाजपा सरकार, कांग्रेस बुरी तरह परास्त
त्रिपुरा विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल किया। भाजपा ने 60 में से 32 सीटों पर जीत दर्ज की। राज्य में 14 सीटें लेकर दूसरे नंबर पर लेफ्ट और कांग्रेस का गठबंधन रहा। लेकिन इसमें कांग्रेस के हिस्से में केवल 3 सीटें आईं। टिपरा मोथा पार्टी ने 11 सीटों पर जीत हासिल की।
हार नं. 85.
02.03.23
नगालैंड में एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन की वापसी, कांग्रेस जीरो
नगालैंड में सत्तारूढ़ एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन को फिर बहुमत मिला। एनडीपीपी को 25 सीटों पर और बीजेपी को 12 सीटों पर जीत मिली। एनसीपी 7 सीट और एनपीपी 5 सीट पर विजयी रही। यहां तक कि एनपीएफ ने 2 सीट, चिराग पासवान की एलजेपी (राम विलास) ने 2 सीट, रिपब्लिकन पार्टी ने 2 सीट, नीतीश कुमार की जेडीयू को एक सीट पर जीत का परचम फहराया, लेकिन कांग्रेस को यहां पर कोई सीट नहीं मिली।
हार नं. 84.
02.03.23
मेघालय में एनपीपी-बीजेपी गठबंधन की सरकार बनी, कांग्रेस हारी
मेघालय में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला। यहां एनपीपी ने 60 में से 26 सीटें जीती और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। एनपीपी ने मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस-2.0 बनाया, जिसमें भाजपा, यूडीपी और पीडीएफ सहगोयी बनीं। कांग्रेस को चुनाव में केवल 5 सीटें हासिल हुईं।
हार नं. 83.
04.12.23
मिजोरम में जेडपीएम को बहुमत, कांग्रेस को 1 सीट
मिजोरम विधानसभा चुनाव में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल कर सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को करारी शिकस्त दी। जेडपीएम ने 40 में से 27 सीटें जीती। एमएनएफ ने महज 10 सीटें जीत पाई। कांग्रेस को सिर्फ एक और भाजपा को उससे दोगुनी दो सीटें मिलीं।
हार नं. 82.
03.12.23
राजस्थान में कांग्रेस को बेदखल कर भाजपा को मिला बहुमत
राजस्थान में जपा ने विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। भाजपा ने 115 सीटें अपने नाम कीं, जबकि कांग्रेस 69 सीटों पर सिमट गई। नवंबर-24 में हुए उप चुनाव में भी भाजपा ने 7 में से 5 सीटों पर कब्जा जमाया।
हार नं. 81.
03.12.23
छत्तीसगढ़ में स्पष्ट बहुमत में भाजपा, कांग्रेस सत्ता से बाहर
छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 54 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया। कांग्रेस को 35 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा।
हार नं. 80.
03.12.23
मध्यप्रदेश में भाजपा की सुनामी के आगे कांग्रेस बुरी तरह पस्त
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश में 230 सीटों वाली विधानसभा में 163 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल की। कांग्रेस तो भाजपा से आधी से भी कम 66 सीटों पर सिमट गई। भारत आदिवासी पार्टी ने राज्य चुनावों में अपनी पहली जीत दर्ज की।
2022
हार नं. 79.
11.03.22
उत्तर प्रदेश में भाजपा की आंधी, कांग्रेस की ऐतिहासिक पराजय
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अकेले अपने दम पर ही स्पष्ट बहुमत हासिल किया। भाजपा को 255 और भाजपा गठबंधन को 273 सीटों पर जीत मिली। राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी को 111 सीटें मिल पाईं। लेकिन सबसे शर्मनाक पराजय का सामना कांग्रेस को करना पड़ा। सालों तक उत्तर प्रदेश में राज करने वाली कांग्रेस को चुनाव में सिर्फ दो सीटें मिल पाईं।
हार नं. 78.
11.03.22
उत्तराखंड में भाजपा का फिर जलवा, कांग्रेस 19 पर सिमटी
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को राज्य की 70 सीटों में से 47 पर शानदार जीत मिली है। भाजपा यहां पर दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर ही सिमटकर रह गई है। अन्य पार्टियों को चार सीटों पर जीत हासिल हुई है।
हार नं. 77.
11.03.22
गोवा में भाजपा गठबंधन की सरकार, कांग्रेस औंधे मुंह गिरी
देश के सबसे छोटे प्रदेश गोवा में 40 में से 20 सीट जीतकर बीजेपी ने सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाई। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के दो और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा ने आसानी से बहुमत जुटा लिया। कांग्रेस को 11 सीटें हासिल कर शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा।
हार नं. 76.
09.12.22
गुजरात में प्रचंड जनादेश से भाजपा की सातवीं जीत, कांग्रेस जमींदोज
गुजरात पर 27 साल से राज कर रही बीजेपी एक बार फिर प्रचंड जनादेश से सत्ता आई। बीजेपी ने विधानसभा की 182 में से 156 सीटों पर जीत हासिल की। इतिहास में पहली बार यहां कोई पार्टी ऐसा कमाल कर पाई है। कांग्रेस ने इस बार अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए सिर्फ 17 सीटें जीतीं।
हार नं. 75.
17.12.22
मणिपुर में भाजपा को पूर्ण बहुमत, कांग्रेस की शर्मनाक पराजय
भाजपा ने 60 विधानसभा सीटों वाले मणिपुर में 32 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस अपना अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए सिर्फ 5 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस से ज्यादा सीटें जनता दल (यूनाइटेड) को 6 और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को 7 सीटें मिली।
हार नं. 74.
11.03.22
पंजाब में कांग्रेस की करारी हार, 19 सीटों पर सिमटी
पंजाब विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। राज्य की 117 सीटों में से आम आदमी पार्टी ने 92 सीटें जीत लीं। कांग्रेस सिर्फ 18 सीटों पर ही सिमटकर रह गई। कांग्रेस के कई कद्दावर नेताओं ने इस चुनाव में हार का मुंह देखा।
2021
हार नं. 73.
03.05.21
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया
बरसों तक पश्चिम बंगाल में शासन करने वाली कांग्रेस का इस विधानसभा चुनाव में खाता भी नहीं खुल पाया। भाजपा को 2016 के चुनाव में महज 3 सीट मिली थी, लेकिन इस चुनाव में वह 77 सीटों पर विजयी रही। 292 विधानसभा सीटों में से 213 पर तृणमूल कांग्रेस जीती।
हार नं. 72.
03.05.21
केरल में एलडीएफ की जीत, कांग्रेस नीत यूडीएफ को ठुकराया
केरल विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ सीपीएम के नेतृत्व वाला वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) जीत गया। कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) को मतदाताओं ने ठुकरा दिया। चुनाव में एलडीएफ को 99 सीट और यूडीएफ 41 सीट पर जीत मिली। इसके साथ ही वोटर्स ने केरल में कम्युनिस्ट और कांग्रेस नीत यूडीएफ के बीच सत्ता की अदला-बदली के चार दशक पुराने चलन को खत्म कर दिया।
हार नं. 71.
03.05.21
असम में NDA को बहुमत, कांग्रेस की हार
असम विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जहां 126 में से 60 सीटों पर जीत मिली, वहीं उसके सहयोगी दलों असम गण परिषद (एजीपी) को नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (लिबरल) को छह सीटों पर जीत हासिल हुई। कांग्रेस को भाजपा से आधी से कम 29, एआईयूडीएफ को 16 और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट को 4 सीटों पर विजय मिल पाई।
हार नं. 70.
03.05.21
पुडुचेरी में राजग को बहुमत, कांग्रेस को बस 2 सीट
पुडुचेरी विधानसभा चुनाव में राजग ने बहुमत के लिए आवश्यक 16 के जादुई आंकड़े को पा लिया। इसमें भाजपा ने अहम भूमिका निभाई। इस केंद्र शासित प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री एन रंगासामी के नेतृत्व वाले एनआर कांग्रेस ने दस सीटें और उसकी सहयोगी भाजपा ने छह सीटें जीती। जबकि कांग्रेस केवल दो सीटें ही जीत पाई। डीएमके ने छह और 6 निर्दलीय उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की।
2020
हार नं. 69.
11.02.20
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का एक बार फिर सूपड़ासाफ
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। 2015 की तुलना में आम आदमी पार्टी को पांच सीटों का नुकसान और भाजपा को इतनी की सीटों का फायदा हुआ। आप ने 62 और भाजपा ने 8 सीटें जीती।
हार नं. 68.
11.11.20
बिहार में एनडीए को बहुमत, कांग्रेस 19 सीटों पर सिमटी
बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों के लिए मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच हुआ। इसमें एनडीए ने बाजी मार ली। महागठबंधन 110 सीटों पर सिमट गया। बिहार के चुनाव नतीजों में भाजपा को 74, जनता दल यू को 43, राजद को 75, कांग्रेस को 19, सीपीआइ एमएल को 12 सीटें मिलीं थीं।
2019
हार नं. 67.
23.05.19
मोदी लहर में भाजपा की महाविजय, कांग्रेस को 10 फीसदी सीटें भी नहीं मिलीं
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 303 की करिश्माई आंकड़ा छू लिया। भाजपा गठबंधन को कुल 352 सीटें मिलीं। उधर कांग्रेस सिर्फ 52 सीटों पर ही सिमट गई। यानि उसे नेता प्रपिपक्ष के लिए जरूरी 10 फीसदी सीटें भी नहीं मिल पाईं।
हार नं. 66.
24.10.19
महाराष्ट्र में बीजेपी ने पार की सीटों की सैंचुरी, कमजोर हुई कांग्रेस
महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जीत की सैंचुरी लगाते हुए 105 सीटें जीतीं। उसके गठबंधन सहयोगी ने भी 56 सीटें जीती थीं। एनसीपी ने 54 और कांग्रेस मात्र 44 सीटें ही जीत पाई थी।
हार नं. 65.
23.05.19
आंध्र प्रदेश में YSRCP को दो-तिहाई बहुमत, कांग्रेस जीरो
आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने 175 सदस्यीय विधानसभा में 151 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि सत्तारुढ़ तेलगू देशम पार्टी को बड़ा झटका लगा और उसके खाते में 23 सीट ही आईं। कांग्रेस चुनाव में एक भी सीट पर नहीं जीत पाई।
हार नं. 64.
23.05.19
अरुणाचल प्रदेश में भाजपा को बहुमत, कांग्रेस को सिर्फ 4 सीटें
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटर्स ने भारतीय जनता पार्टी की झोली खूब भरी है। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा को 41 सीटें मिलीं हैं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 4 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा।
हार नं. 63.
25.10.19
हरियाणा में भाजपा की लगातार दूसरी बार सरकार
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा 40 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप मे उभरी। कांग्रेस को महज 31 सीटें मिल पाई। बीजेपी ने जेजेपी की 10 सीटों के साथ मिलकर सरकार बनाई।
हार नं. 62.
23.05.19
उड़ीसा में फिर नवीन पटनायक, काग्रेस तीसरे नंबर पर लुढ़की
ओडिशा विधानसभा चुनाव की 146 सीटों में से 112 सीटें जीतकर नवीन पटनायक की पार्टी सबसे बड़ा दल बनी है। दूसरे नंबर पर 23 सीटें लेकर भाजपा है, जबकि मात्र 9 सीटों के साथ कांग्रेस तीसरे नंबर पर लुढ़क गई है।
हार नं. 61.
24.05.19
सिक्किम में एसकेएम जीता, कांग्रेस जीरो
सिक्किम विधानसभा की 32 सीटों में से 17 सीट सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने जीती और 15 सीट सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के खाते में गई। राज्य में सरकार बनाने के लिए 17 सीटों की जरूरत है। राज्य में भाजपा को 1.62 प्रतिशत और कांग्रेस को 0.77 प्रतिशत वोट मिले।
2018
हार नं. 60.
18.05.18
कर्नाटक में भाजपा की ढाई गुना सीटें बढ़ी और सत्ता मिली, कांग्रेस पिछड़ी
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को 104 सीटें मिलीं, जो पिछले चुनाव से ढाई गुना ज्यादा थीं। कांग्रेस की सीटें 122 से इस बार घटकर 78 ही रह गईं। जेडीएस को 37 सीटें मिलीं। बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बने।
हार नं. 59.
12.12.18
तेलंगाना में टीआरएस की सरकार, कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ी
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को बहुमत मिला। यहां टीआरएस को 119 में से 88 सीटें मिली। वहीं कांग्रेस ने महज 19 सीटें जीतकर ही संतोष करना पड़ा। असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को 7 सीटें मिली।
हार नं. 58.
05.03.18
त्रिपुरा में बीजेपी सरकार, कांग्रेस जीरो पर आई
त्रिपुरा में 35 सीटें जीतकर भाजपा ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। दूसरे नंबर पर 16 सीटें जीतकर सीपीएम रही। कांग्रेस की पिछले विधानसभा चुनाव में यहां दस सीटें थीं, लेकिन इस बार एक भी सीट नहीं जीत पाई।
हार नं. 57.
05.03.18
नगालैंड में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिल पाई
नॉर्थ-ईस्ट में जनाधार खोती कांग्रेस को नगालैंड में भी एक भी सीट नहीं मिल पाई। भाजपा गठबंधन को यहां सर्वाधिक 28 और एनपीएफ को 27 सीटें मिलीं।
हार नं. 56.
05.03.18
मेघालय में एनडीए सरकार बनी, कांग्रेस को सहयोगी ही नहीं मिला
मेघालय में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। कांग्रेस को 21, एनपीपी को 19, बीजेपी को 2 और अन्य को 17 सीट मिली। कांग्रेस के साथ कोई सहयोगी नहीं आया। एनपीपी ने भाजपा और अन्य के साथ मिलकर सरकार बनाई।
हार नं. 55.
11.12.18
मिजोरम में भी हार, पूर्वोत्तर से कांग्रेस का सूपड़ासाफ
मिजोरम में दस साल से सत्ता में काबिज कांग्रेस को 5 सीट ही मिल पाईं। यहां तक कि उसके सीएम भी चुनाव हार गए। विपक्षी गठबंधन मिजो नेशनल फ्रंट को 40 में से 26 सीटें के साथ स्पष्ट बहुमत मिला। इस राज्य में बीजेपी ने पहली बार अपना खाता खोला।
2017
हार नं. 54.
11.03.17
गोवा में भाजपा ने सरकार बनाई, कांग्रेस फेल
गोवा विधानसभा के परिणाण हंग असेंबली के आए। भाजपा को 13 और कांग्रेस को 17 सीट मिली। लेकिन कांग्रेस का साथ देने दल आगे नहीं आए। ऐसे में भाजपा को महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और गोवा फारवर्ड पार्टी का साथ मिला। भाजपा ने सफलतापूर्वक गठबंधन सरकार बनाई।
हार नं. 53.
18.12.17
गुजरात में भाजपा ने फिर बनाई सरकार, कांग्रेस पिछड़ी
गुजरात चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 99 और कांग्रेस ने 77 सीट पर जीत दर्ज की। एनसीपी के 1, भारतीय ट्राइबल पार्टी को 2 और 3 निर्दलीय उम्मीदवार को जीत हासिल हुई। भाजपा ने यहां फिर सरकार बनाई।
हार नं. 52.
18.12.17
हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने बाजी मारी, कांग्रेस धराशायी
हिमाचल प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराकर 44 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में सरकार बनाई। वहीं, कांग्रेस को यहां केवल 21 सीटें ही मिल पाईं।
हार नं. 51.
15.03.17
यूपी में भाजपा को ऐतिहासिक जनादेश, कांग्रेस की शर्मनाक पराजय
उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को कुल 325 सीटें मिलीं। बीजेपी ने 384 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जिसमें 312 जीते। विपक्षी दलों के रूप में सपा और कांग्रेस को जनता ने पूरी तरह से नकार दिया। इस गठबंधन को मात्र 54 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा। कांग्रेस को चुनाव में केवल सात सीटों पर जीत मिल पाई, वहीं सपा को 311 सीटों में से 47 सीटों पर विजय मिली।
हार नं. 50.
15.03.17
उत्तराखंड में भाजपा की ऐतिहासिक जीत
उत्तराखंड में भाजपा ने प्रचंड बहुमत लेकर अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। राज्य की 70 विधानसभा सीटों में से 56 सीटों पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया। यह राज्य के इतिहास में न केवल BJP, बल्कि किसी भी दल के लिए जीत का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, कांग्रेस के खाते में बस 11 सीटें ही आ पाईं।
हार नं. 49.
15.03.17
मणिपुर में पहली बार बीजेपी सरकार
मणिपुर में पहली बार बनी बीजेपी सरकार में एन. बीरेन सिंह को सीएम पद की शपथ दिलाई। बीजेपी को 21 सीटें और कांग्रेस को 28 सीट मिलीं थीं। लेकिन कांग्रेस अपने सहयोगी तैयार नहीं कर पाई, जबकि बीजेपी को 60 सदस्यीय विधानसभा में 33 विधायकों के समर्थन मिला।
2016
हार नं. 48.
19.05.16
तमिलनाडु में जयललिता की जबरदस्त जीत, कांग्रेस अलायंस हारा
तमिलनाडु में राज्य की जनता ने अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता को दोबारा गद्दी सौंपी। अन्नाद्रमुक को 232 को 134 सीटों पर जीत मिली। दूसरी तरफ द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन को केवल 98 सीटें ही हासिल हुईं।
हार नं. 47.
19.05.16
असम में पहली बार भाजपा गठबंधन की सरकार, कांग्रेस बेदखल
असम में बीजेपी गठबंधन ने इतिहास रचा। 15 साल से सत्ता पर काबिज कांग्रेस को हराकर बीजेपी ने पहली बार पूर्वोत्तर के किसी राज्य में सरकार बनाई। असम में बीजेपी को सर्वाधिक 60 और कांग्रेस को 26, AIUDF को 13, AGP को 14 और BPF को 12 सीटें मिलीं।
हार नं. 46.
19.05.16
पश्चिम बंगाल में ममता सरकार बनी, कांग्रेस हारी
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटों पर जीत मिली। CPI(M) को 26 और कांग्रेस 44 सीटों मिल पाईं। लेफ्ट गठबंधन और कांग्रेस को 2011 से कम सीटें मिलीं।
हार नं. 45.
19.05.16
केरल में लेफ्ट की जीत का परचम, कांग्रेस की सीटें घटीं
केरल में CPI(M) को 58 और CPI को 19 सीटों पर जीत मिली। कांग्रेस के हाथ 22, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को 18 सीटें मिलीं। पिछले चुनाव के मुकाबले कांग्रेस की सीटें कम हुई हैं। तब कांग्रेस के पास 38 सीटें थीं।
2015
हार नं. 44.
10.02.15
दिल्ली में AAP को मिली जीत, कांग्रेस जीरो
दिल्ली में AAP ने विधानसभा की 70 सीटों में से 67 सीटों पर कब्जा जमाया। बीजेपी 3 सीटों पर ही विजय पताका फहराने में कामयाब रही, लेकिन सबसे बुरी गत कांग्रेस की हुई, उसे चुनाव में जीरो सीट मिली।
2014
हार नं. 43.
19.05.14
लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा को प्रचंड बहुमत, कांग्रेस को सिर्फ 44 सीटें
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 283 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में भाजपा गठबंधन ने कुल 336 सीटें जीतीं। 1984 में कांग्रेस के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में अकेले बहुमत हासिल करने वाली भाजपा पहली पार्टी बनी। कांग्रेस के खाते में सिर्फ 44 सीटें आईं थी।
हार नं. 42.
19.10.2014
हरियाणा भाजपा को बहुमत, कांग्रेस की करारी हार
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में 48 सीटें जीतकर शानदार बहुमत हासिल किया है। कांग्रेस के खाते में सिर्फ 15 सीटें ही आई हैं। उसे जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा।
हार नं. 41.
16.05.14
आंध्र प्रदेश में भाजपा-तेलगुदेशम गठबंधन जीता, कांग्रेस के करारी हार
आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 175 में से भाजपा-तेलुगु देशम को सर्वाधिक 105 सीट मिलीं। वाईएसआर कांग्रेस को 66 सीट मिली, जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट लेकर शर्मनाक हार झेलनी पड़ी।
हार नं. 40.
16.05.14
ओडिशा में बीजू जनता दल को स्पष्ट बहुमत मिला
ओडिशा विधानसभा के चुनाव में बीजू जनता दल को 147 में से 96 सीट के साथ ही स्पष्ट जनादेश मिला। जबकि कांग्रेस को सिर्फ 20 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा।
हार नं. 39.
16.05.14
तेलंगाना में टीआरएस की सरकार बनी, कांग्रेस हारी
तेलंगाना विधानसभा में 119 में 62 सीटें टीआरएस को मिलीं और उसने सरकार बनाई। कांग्रेस सिर्फ 24 सीटों पर ही सिमट गई और उसकी करारी हार हुई।
हार नं. 38.
16.05.14
सिक्किम में लगातार पांचवी बार एसडीएफ जीता
सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) 32 सदस्यीय प्रदेश विधानसभा की 18 सीटों पर जीत हासिल कर रिकार्ड पांचवीं बार सत्ता में आया। एसडीएफ से अलग होकर बने सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) को तीन सीटें मिली।
हार नं. 37.
23.12.14
झारखंड में BJP ने लहराया 37 सीटों पर जीत का परचम
झारखंड विधानसभा चुनाव की कुल 81 सीटों में से बीजेपी ने 31.3 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 37 सीटें जीतीं। ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन ने 5 सीटें, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 19 सीटें जीतीं। वहीं, बाबू लाल मरांडी के झारखंड विकास मोर्चा (JVM) ने 8 सीटों पर जीत हासिल की। बाद में 6 जेवीएम विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। कांग्रेस 10.5 प्रतिशत वोट शेयर के साथ केवल 7 सीटें जीत पाई।
हार नं. 36.
23.12.14
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस चौथे नंबर की पार्टी बनी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में महबूबा मुफ्ती की अगुआई वाली पीडीपी को सबसे ज्यादा 28 सीटें मिली थीं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी 25 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर रही। नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15, जबकि कांग्रेस को 12 सीटें ही मिल पाईं।
हार नं. 35.
19.10.14
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना ने बनाई सरकार, कांग्रेस तीसरे नंबर पर
भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 122 सीटों पर जीत हासिल की थी। शिवसेना 63 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर रही। कांग्रेस को तब 42 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था।
2013
हार नं. 34.
08.12.2013
दिल्ली में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी, कांग्रेस की करारी हार
दिल्ली विधानसभा के लिए 2013 में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पहली बार शिरकत की और 28 सीटों पर काबिज हो गई। बीजेपी 32 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी और कांग्रेस केवल 7 सीटों पर सिमट गई।
हार नं. 33.
08.12.13
राजस्थान में भाजपा की सुनामी, कांग्रेस की शर्मनाक हार
राजस्थान विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने 162 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। वसुंधरा राजे को विधायक दल का नेता चुना गया। दूसरी ओर कांग्रेस शर्मनाक हार के साथ 21 सीटों पर ही सिमट गई।
हार नं. 32.
08.12.13
छत्तीसगढ़ में भाजपा की हैट्रिक, कांग्रेस को शिकस्त मिली
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लगातार जीत की हैट्रिक लगाई। भाजपा को चुनाव में 49 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को 39 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा।
हार नं. 31.
08.12.13
मध्य प्रदेश में भाजपा की आंधी, कांग्रेस के मजबूत किले ढहे
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की जमकर आंधी चली। राज्य विधानसभा की कुल 230 सीटों के लिए भाजपा के 165, कांग्रेस के 58, बसपा के चार विधायक जीत कर आए।
हार नं. 30.
28.02.13
नगालैंड में नगा पीपल्स फ्रंट का फिर से डंका, कांग्रेस हारी
नगालैंड में नगा पीपल्स फ्रंट तीसरी बार सरकार बनाने को तैयार है। नगा पीपल्स फ्रंट ने 60 में से 37 सीटें जीती हैं। पार्टी ने इस बार पिछली बार के मुकाबले 2 सीटें अधिक जीती हैं। वहीं कांग्रेस की झोली में इस बार 8 सीट ही आ पाईं। पिछली बार कांग्रेस ने राज्य में 18 सीटें जीती थीं।
हार नं. 29.
28.02.13
त्रिपुरा में वाम मोर्चा की जीत, कांग्रेस 10 पर सिमटी
त्रिपुरा में पांचवीं बार वाम मोर्चा सत्तासीन हुआ। चुनाव परिणाम ने सबको चौंका दिया। वाम मोर्चे ने विधानसभा की 60 में से 50 पर कब्जा जमाया, जबकि प्रतिपक्षी कांग्रेस को महज 10 सीटों से संतोष करना पड़ा।
2012
हार नं. 28.
06.03.12
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को स्पष्ट बहुमत, कांग्रेस की करारी हार
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को 224 सीटों जीतकर स्पष्ट बहुमत मिला। बहुजन समाज पार्टी ने 79 सीटें जीती हैं, जबकि 47 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने सफलता हासिल की है। कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल को कुल मिलाकर 38 सीटें ही मिल पाईं।
हार नं. 27.
06.03.12
गोवा में भाजपा-एमजीपी को बहुमत, कांग्रेस 9 पर सिमटी
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा-एमजीपी गठबंधन को 26 सीटें मिली हैं। वहीं, सत्तारूढ़ कांग्रेस को मात्र 9 सीटें मिल पाई। यहां पहली बार चुनाव लड़ने वाली तृणमूल कांग्रेस अपना खाता खोलने में भी विफल रही।
हार नं. 26.
20.12.12
गुजरात में मोदी ने 115 सीटें जीतकर हैट्रिक बनाई
पिछले 22 वर्षों से गुजरात में सत्ता से बाहर रही राहुल गांधी की कांग्रेस ने मात्र 61 सीटें ही हासिल कर पाई। भाजपा 115 सीट जीतकर शानदार सफलता हासिल की। सीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने जीत की हैट्रिक बनाई।
हार नं. 25.
06.03.12
पंजाब में अकाली-भाजपा गठबंधन की ऐतिहासिक वापसी
पंजाब की 117 सीटों में से अकाली-भाजपा गठबंधन ने 68 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया। कांग्रेस को 46 सीटें ही मिल पाईं। शिरोमणि अकाली दल को 56 सीटों पर तो भाजपा को 12 सीटों पर विजय मिली।
2011
हार नं. 24.
13.05.11
तमिलनाडु में जयललिता की वापसी, कांग्रेस 5 सीटों पर सिमटी
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में कांग्रेस डीएमके के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ी और उसे सिर्फ पांच सीटें मिल पाईं। राज्य विधानसभा चुनाव में जयललिता की आंधी चली और उनके गठबंधन ने 203 सीटें जीतीं।
हार नं. 23.
13.05.11
पश्चिम बंगाल लेफ्ट का किला ढहा, कांग्रेस की हार
2011 के चुनावों में वामपंथियों का 34 साल पुराना किला ढह गया। तब 294 में से 185 सीटों के साथ पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांगेस की सरकार आई। कांग्रेस को 42 सीटों के साथ करारी हार मिली।
हार नं. 22.
13.05.11
पुडुचेरी में कांग्रेस सत्ता से बेदखल
पुडुचेरी में आल इंडिया एनआर कांग्रेस और अन्नाद्रमुक गठबंधन ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करते हुए सरकार बनाने के लिए पर्याप्त बहुमत जुटा लिया है। एआईएनआरसी और अन्नाद्रमुक गठबंधन को 30 सदस्यीय विधानसभा में 19 सीटों पर जीत मिली। जबकि कांग्रेस और द्रमुक गठबंधन को नौ सीटों पर कामयाबी मिली है।
2010
हार नं. 21.
24.11.10
बिहार में एनडीए गठबंधन की अभूतपूर्व जीत, कांग्रेस की ऐतिहासिक हार
2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में 243 में से NDA ने 206 सीटें पर शानदार जीत दर्ज की। इस चुनाव में जदयू के 141 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 115 को जीत मिली। इसी तरह बीजेपी के 102 उम्मीदवारों में से 91 विजयी हुए। चुनाव में आरजेडी को सिर्फ 22 और कांग्रेस को सिर्फ 4 सीटों के साथ शर्मनाक हार नसीब हुई।
2009
हार नं. 20.
16.05.09
ओडिशा में बीजू जनतादल को बहुमत, कांग्रेस की हार
ओडिशा विधानसभा चुनाव में नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल ने राज्य की 147 विधानसभा सीटों में से 103 जीतीं। जबकि उनकी सहयोगी राकांपा ने चार और सीपीआई ने एक सीट पर विजय प्राप्त की। भाजपा को छह सीटें मिली, जबकि एक सीट अन्य के खाते में गई। कांग्रेस को 27 सीटों के साथ हार का सामना करना पड़ा।
हार नं. 19.
16.05.09
सिक्किम में एसडीएफ से राज्य की सभी सीटें जीतीं, कांग्रेस जीरो
सिक्किम लोकतांत्रिक मोर्चा (एसडीएफ) ने चमत्कार करते हुए राज्य की 32 में से 32 सीटों पर विजय हासिल की। इस चुनाव में सिक्किम ऐसा राज्य बन गया, जहां विपक्ष के नाम पर जीरो सीट है।
हार नं. 18.
30.12.09
सोरेन फिर बने मुख्यमंत्री
झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख शिबू सोरेन ने झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे राज्य के सातवें मुख्यमंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सोरेन को समर्थन दे रही है। भारतीय जनता पार्टी और जनता दल (यू) गठबंधन के पास 20 विधायक हैं, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के 18 विधायक हैं।आजसू के पाँच विधायकों ने भी झामुमो सरकार को समर्थन देने का फ़ैसला किया।
2008
हार नं. 17.
25.05.08
कर्नाटक से दक्षिण में पहली बार खिला कमल, कांग्रेस परास्त
कर्नाटक में 2008 के विधानसभा चुनाव में पहली बार किसी दक्षिण राज्य भाजपा जीती। राज्य की 224 सीटों में से 110 सीटें जीतकर भाजपा पहली बार सबसे बड़ी पार्टी बनी। कांग्रेस तब 80 सीटें लेकर सरकार बनाने की दौड़ से बाहर हो गई।
हार नं. 16.
08.12.08
छत्तीसगढ़ में भाजपा का अर्धशतक, कांग्रेस हारी
छत्तीसगढ़ विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को परास्त करते हुए पूर्ण बहुमत हासिल किया। 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 50 सीटें जीतीं। विपक्षी कांग्रेस को 38 और बहुजन समाजवादी पार्टी को 2 सीटों पर विजय मिली।
हार नं. 15.
08.12.08
मध्य प्रदेश में भाजपा को बहुमत, कांग्रेस को पटखनी
मध्यप्रदेश में भाजपा ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस को शानदार पटखनी दी। राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 143 सीटों पर शानदार जीत हासिल की। कांग्रेस के खाते में 71, बसपा को 7 और निर्दलीय को 9 सीटें मिलीं।
हार नं. 14.
26.02.08
नगा पीपल्स फ्रंट के रियो मुख्यमंत्री, कांग्रेस खाली हाथ
2008 में नगालैंड में नगा पीपल्स फ्रंट राज्य की 60 में से 26 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। कांग्रेस ने 23 सीटें जीतीं। कम फासले के बावजूद सरकार नगा पीपल्स फ्रंट की ही बनी और कांग्रेस खाली हाथ रही। नगालैंड के कद्दावर नेता नेफ्यू रियो मुख्यमंत्री बने।
हार नं. 13.
07.03.08
त्रिपुरा में फिर वाम मोर्चा की सरकार, कांग्रेस 10 पर सिमटी
2008 में त्रिपुरा विधानसभा की 60 सीटों के लिए हुए चुनाव में वाम मोर्चा ने 49 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल किया। कांग्रेस को दस सीटें मिली हैं और कांग्रेस का सहयोगी दल इंडीजेनस नेशनलिस्ट फ्रंट ऑफ़ त्रिपुरा (आईएनपीटी) सिर्फ एक सीट जीत सका।
2007
हार नं. 12.
23.12.07
गुजरात में भाजपा को पूर्ण बहुमत, कांग्रेस की पराजय
गुजरात विधान सभा की 182 सीटों में से भाजपा ने 117 सीटें जीतकर शानदार बहुमत हासिल किया। जबकि कांग्रेस को सिर्फ 59 सीटें ही मिल पाईं। कांग्रेस नरेन्द्र मोदी की लगातार तीसरी जीत रोकने में नाकाम रही और भाजपा ने मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाई।
हार नं. 11.
29.12.07
हिमाचल में भाजपा को अभूतपूर्व जनादेश, कांग्रेस की करारी हार
हिमाचल प्रदेश में 2007 में पहली बार विशुद्ध रूप से भाजपा की सरकार बनी। पार्टी ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा और 41 सीटों पर अभूतपूर्व जीत हासिल की थी। जनता ने कांग्रेस को सबक सिखाया और उसे 23 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा।
हार नं. 10.
12.03.07
पंजाब में अकालीदल-भाजपा गठबंधन ने जीता चुनाव
पंजाब विधानसभा के चुनावों में अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने चुनाव जीता। और प्रकाश सिंह बादल ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
हार नं. 09.
19.03.07
उत्तराखंड में भाजपा की जीत, खंडूरी बने मुख्यमंत्री
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का नेतृत्व करने वाले मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूरी राज्य को चौथे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
हार नं. 08.
13.05.07
मायावती ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
उत्तर प्रदेश में 402 विधासभा सीटों में से बसपा ने 206 सीटों पर जीत दर्ज करके अपने दम पर बहुमत की सरकार बनायी।
2006
हार नं. 07.
11.05.06
पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चा को फिर बहुमत, कांग्रेस परास्त
पश्चिम बंगाल में विधानसभा 293 सीटों में से वाम मोर्चे को 232 सीटें मिली हैं। तृणमूल कांग्रेस गठजोड़ को 30 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस को 21 और अन्य को दस सीटों पर सफलता मिल पाई।
हार नं. 06.
11.05.06
केरल में वाम मोर्चे ने कांग्रेस गठबंधन को सत्ता के किया बाहर
केरल में कांग्रेस गठबंधन (यूडीएफ) को सत्ता से बाहर करते हुए वामपंथी दलों के गठबंधन (एलडीएफ) ने पांच साल बाद सत्ता में लौटने की राज्य की परंपरा को कायम रखा। राज्य की 140 सीटों में से 95 सीटों पर एलडीएफ को शानदार जीत मिली, जबकि यूडीएफ 43 सीटों पर सिमट गई।
2005
हार नं. 05.
27.02.05
बिहार में कांग्रेस का बुरा हश्र, सिर्फ 10 सीटों पर सिमटी
बिहार में साल 2005 में एक ही साल के अंदर दो बार विधानसभा हुए। फरवरी में हुए चुनाव में राबड़ी देवी के नेतृत्व में राजद ने 215 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से उसे 75 सीटें मिलीं। वहीं जदयू ने 138 सीटों पर चुनाव लड़ 55 सीटें जीतीं और भाजपा 103 सीटों में से 37 सीटें लेकर आई। कभी बिहार में एकछत्र राज करने वाली कांग्रेस इन चुनावों में बुरा हश्र हुआ। वह 84 सीटों पर लड़कर मात्र 10 सीटें ही जीत पाई।
हार नं. 04.
02.03.05
झारखंड में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी, कांग्रेस केवल 9 पर सिमटी
झारखंड में 2005 में पहली बार चुनाव हुए। भारतीय जनता पार्टी 30 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। झारखंड मुक्ति मोर्चो को 17 और कांग्रेस को सिर्फ 9 सीटें ही मिल पाईं। भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली जदयू को भी 6 सीटें मिलीं थीं।
हार नं. 03.
22.11.05
बिहार में जेडीयू सबसे बड़ी पार्टी और कांग्रेस पांचवें नंबर पर पिछड़ी
बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2005 के हुए विधानसभा चुनाव में 139 सीटों पर लड़कर नीतीश कुमार की जेडीयू ने 88 सीटें जीतीं, जबकि राष्ट्रीय जनता दल 175 सीटों पर चुनाव लड़ी और 54 सीटें जीत पाई। आरजेडी से आगे बीजेपी रही और उसने 102 सीटों पर लड़कर 55 सीटें जीतीं। सबसे बुरी स्थिति में कांग्रेस रही, उसको केवल 9 सीट मिलीं, जो लोकजनशक्ति से भी एक सीट कम थी।
2004
हार नं. 02.
13.05.04
ओडिशा में बीजू जनता दल जीता, कांग्रेस ने हार झेली
ओडिशा में 2004 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजू जनता दल सबसे ज्यादा 61 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। इसके साथ ही भाजपा ने 32 सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस 38 सीटें जीतकर बीजद से काफी पीछे रह गई और सरकार बनाने के रेस से बाहर हो गई।
हार नं. 01.
13.05.04
सिक्किम में एसडीएफ जीता, कांग्रेस को केवल 1 सीट
सिक्किम लोकतांत्रिक मोर्चा (एसडीएफ) ने विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य की 32 में से 31 सीटों महाजीत हासिल की। विपक्ष के नाम पर कांग्रेस के हिस्से में केवल एक सीट ही आ पाई।