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पंजाब में ‘एक्शन’ में आप सरकार : किसानों ने खराब फसल का मुआवजा मांगा तो मिली लाठियां, आधी रात को ‘ऑपरेशन लाठीचार्ज’ में सोते किसानों को भी नहीं बख्शा

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सरहदी राज्य पंजाब में भगवंत मान को मुख्यमंत्री बने अभी कुछ ही दिन हुए हैं कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने ऑपरेशन लाठीचार्ज शुरू कर दिया है। किसानों से हमदर्दी का दिखावा करने वाली आप सरकार के एक्शन से उसकी पोल भी खुल गई है। जो किसान खराब हुई फसल का मुआवजा मांग रहे थे, उनपर आप सरकार ने मुआवजा देने के बजाए लाठियां बरसाईं। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के विधानसभा क्षेत्र लांबी में हुए इस लाठीचार्ज में एक दर्जन से ज्यादा किसान चोटिल हो गए। इनमें से सात को गंभीर चोट आई हैं। किसानों में आप सरकार की बर्बर कार्रवाई के खिलाफ काफी रोष देखा जा रहा है।

किसानों से हमदर्दी की खुली पोल, सरकार बनते ही किसानों की समस्याएं नजरअंदाज
पंजाब में आप सरकार बनने के बाद से किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। कपास के मुआवजे की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के बैनर तले पंजाब में किसान आंदोलन हो रहा है। आंदोलन के दौरान किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर पंजाब की सियासत गरमा गई है। बीकेयू उगराहां की ओर से आरोप लगाया गया है कि लांबी में हुए लाठीचार्ज के दौरान सात किसान गंभीर घायल हुए हैं। मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का समूह लांबी में तहसील ऑफिस के बाहर धरना दे रहा था। किसानों ने तहसील के अधिकारियों और कर्मचारियों के बाहर जाने से रोका, तो उनको समझाने के बजाए पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया।

प्रकाश सिंह बादल के विधानसभा क्षेत्र में लाठीचार्ज में सात किसान गंभीर घायल
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पैतृक विधानसभा क्षेत्र लांबी में नरमा की फसल के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) के नेतृत्व में सोमवार देर रात तहसील कॉम्प्लेक्स के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस ने किसानों का आंदोलन समाप्त करने के लिए बर्बर रास्ता अपनाया और सोते हुए किसानों पर रात करीब बारह बजे के बाद लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज कर किसानों को खदेड़ने के बाद नायब तहसीलदार सहित स्टाफ दफ्तर से चला गया। लाठीचार्ज में सात किसान घायल हुए हैं जो लांबी के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन हैं।

सरकार की गिरदावरी में भेदभाव, 30 गांवों को शामिल ही नहीं किया
किसानों का आरोप है कि गुलाबी सुंडी से खराब हुई नरमा की फसल के मुआवजे के मामले में मुक्तसर जिले को नजरंदाज किया गया है। मुक्तसर जिले में अधिकतर नरमा की खेती लंबी ब्लाक में ही होती है। गिरदावरी में लंबी ब्लाक के केवल छह गांवों को ही शामिल किया गया है और उन्हें भी अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया। जबकि अन्य करीब 30 गांवों को शामिल ही नहीं किया गया। वहीं भाकियू द्वारा अभी भी तहसील दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन जारी है।

 

पंजाब के राजस्व अधिकारी और पटवारी भी हुए नाराज, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
लाठीचार्ज में हुए घायलों में किसानों में हरपाल सिंह किल्लियांवाली, निशान सिंह कख्खांवाली, जगदीप सिंह खुड्डियां, दविंदर सिंह मानांवाला, एमपी सिंह भुल्लरवाला, गुरलाभ सिंह कख्खांवाली, काला सिंह खुन्नण खुर्द आदि शामिल हैं। वहीं, इस घटनाक्रम में एक एएसआई भी घायल हुआ है। इस मामले के विरोध में पूरे पंजाब के राजस्व अधिकारी मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। दूसरी ओर देर रात को ही पटवारियों ने दफ्तर से बाहर आने के बाद नेशनल हाईवे पर धरना देकर रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी पटवारी किसानों पर कार्रवाई करने की मांग की।

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