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जल जीवन मिशन की बड़ी कामयाबी : जापानी इंसेफेलाइटिस प्रभावित 61 जिलों के करीब एक करोड़ घरों में पहुंचा नल से जल, बच्चों को बीमारी से मिलेगी मुक्ति

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मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया जल जीवन मिशन आज जापानी इंसेफेलाइटिस प्रभावित इलाकों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस मिशन के तहत जापानी इंसेफेलाइटिस से प्रभावित देश के 61 जिलों के करीब एक करोड़ घरों में नल से जल पहुंचाया गया है। इससे लोगों को जहां स्वच्छ पेयजल मिल रहा है, वहीं प्रदूषित जल से होने वाली बीमारियों से भी मुक्ति मिली है। मोदी सरकार के तेज प्रयासों का नतीजा है कि पिछले 22 महीने में प्राथमिकता वाले इन जिलों में नल के पानी का कनेक्शन देने में 32 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो राष्ट्रीय औसत (23.4 प्रतिशत) से 12 प्रतिशत अधिक है। आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि जब 2019 में जल जीवन मिशन शुरू हुआ, तो 61 जिलों के लगभग 8 लाख या 2.67 प्रतिशत घरों में नल से पानी की आपूर्ति होती थी। पिछले महीने यानि जून 2021 के अंत तक 97 लाख परिवारों को नल के पानी तक पहुंच प्रदान की गई, इससे इन इलाकों में नल से जल की आपूर्ति का कवरेज बढ़कर 35 प्रतिशत हो गया है।

गौरतलब है कि दिमागी बुखार यानि जापानी इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की चपेट में आने वाले पांच राज्यों में असम, बिहार, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। यह ऐसी बीमारी है, जिसके चलते हर साल बड़ी संख्या में बच्चे और बड़े अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अनुसार, 2007 और 2016 के बीच इन प्रभावित जिलों से 70 हजार से अधिक मामले सामने आए। पिछले तीन दशकों में इंसेफेलाइटिस से 30,000 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है।

स्वच्छ पेयजल से इंसेफेलाइटिस का इलाज

विशेषज्ञों के मुताबिक जापानी इंसेफेलाइटिस की बीमारी कई कारणों से होती है, लेकिन इसके असर को कम करने के लिए बेहतर स्वच्छता और स्वच्छ पेयजल आवश्यक है। क्योंकि कुपोषण की एक वजह दूषित पानी है। जब कुपोषित बच्चे जापानी इंसेफेलाइटिस से पीड़ित होते हैं, तो उन्हें या तो ठीक होने में अधिक समय लगता है या उनके बचने की संभावना कम होती है। अब मोदी सरकार के प्रयासों से जब घरों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति हो रही है, तो बच्चों को इस बीमारी से बचाने और उन्हें नई जिंदगी देने में मदद मिलेगी।

17.05% से बढ़कर 40.89% हुआ नल से जलापूर्ति कवरेज

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को लाल किले के प्राचीर से ‘जल जीवन मिशन’ की घोषणा की थी। इस मिशन के तहत 2024 तक हर घर में पाइप के द्वारा पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। इस जल जीवन मिशन के तहत 19 जुलाई, 2021 तक 4.52 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचाया जा चुका है। इसके साथ ही अब 7 करोड़ 80 लाख ग्रामीण घरों में नल का पानी उपलब्ध हो गया है। इससे ग्रामीण घरों में नल से जल की आपूर्ति का कवरेज बढ़कर अब 40.89 प्रतिशत हो गया है, जो अगस्त 2019 में 17.05 प्रतिशत था।

 

 

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