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जल जीवन मिशन: अनलॉक-1 के बाद 45 लाख घरों में दिए गए नल कनेक्शन

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को लाल किले के प्राचीर से ‘जल जीवन मिशन’ की घोषणा की थी। इस मिशन के तहत 2024 तक हर घर में पाइप के द्वारा पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। जल जीवन मिशन के माध्यम से 2019-20 के 7 महीनों में लगभग 84.83 लाख ग्रामीण घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए जा चुके हैं। इसके अलावा, कोरोना महामारी के बीच अनलॉक-1 के बाद लगभग 45 लाख नल कनेक्शन उपलब्ध करा दिए गए हैं। इस प्रकार, रोजाना लगभग 1 लाख घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे आप काम की गति का अंदाजा लगा सकते हैं। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, हर संपदा की जिओ-टैगिंग की जा रही है और कनेक्शनों को ‘परिवार के मुखिया’ के ‘आधार’ से जोड़ा जा रहा है।

15.81 करोड़ घरों में दिए जाने हैं नल कनेक्शन
मिशन की शुरुआत के बाद पता चला कि देश के 19.04 करोड़ ग्रामीण घरों में से 3.23 करोड़ घरों को पहले ही नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। बाकी के 15.81 करोड़ घरों को नल कनेक्शन दिए जाने हैं। लक्ष्य को देखते हुए हर साल 3.2 करोड़ घरों को कवर किया जाना है, जिसके लिए रोजोना 88,000 नल कनेक्शन उपलब्ध कराने होंगे।

जल जीवन मिशन के लिए 23,500 करोड़ रुपये
वित्त वर्ष 2020-21 में जल जीवन मिशन के लिए कुल 23,500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। मिशन के लिए राज्यों/ संघ शासित राज्‍योंको 8,000 करोड़ रुपये का केन्द्रीय कोष उपलब्ध है। इसके साथ ही 2020-21 में ग्रामीण स्थानीय निकायों के लिए वित्त आयोग के अनुदान का 50 प्रतिशत जल आपूर्ति और स्वच्छता के लिए निर्धारित किया गया है, जो 30,375 करोड़ रुपये के बराबर है। इससे उन्हें गांवों में वाटर सप्लाई सिस्टम के लिए बेहतर योजना बनाने, कार्यान्वयन, प्रबंधन, परिचालन और रखरखाव में सहायता मिलेगी।

समय से पहले लक्ष्य हासिल करने की योजना
कई राज्यों ने 2024 से पहले ही मिशन के लक्ष्य को हासिल करने की बात कही है। बिहार, गोवा, पुडुचेरी और तेलंगाना ने 2021 में, जबकि गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, मेघालय, पंजाब, सिक्किम और उत्तर प्रदेश ने 2022 में इसे पूरा करने की योजना बनाई है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़ ने 2023 में, जबकि असम, आंध्र प्रदेश, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल ने 2024 तक 100 प्रतिशत कवरेज हासिल करने की योजना बनाई है।

पीने योग्य पानी की आपूर्ति सबसे पहली प्राथमिकता
जल जीवन मिशन के अंतर्गत खराब गुणवत्ता वाले पानी से प्रभावित इलाकों में पीने योग्य पानी की आपूर्ति सबसे पहली प्राथमिकता है, क्योंकि फ्लूरोसिस और आर्सेनिकोसिस के दुष्प्रभावों में कमी लानी है। राज्यों को दिसंबर, 2020 तक आर्सेनिक और फ्लूरॉइड प्रभावित बस्तियों के सभी घरों में पाइप से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करनी है।

पानी समिति का गठन
ग्राम स्तर पर कम से कम 50 प्रतिशत महिला सदस्यों के साथ ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियां/ग्राम पंचायत की उप समिति के रूप में पानी समिति का गठन किया जा रहा है। समिति जल संसाधन विकास, आपूर्ति, ग्रे वाटर प्रबंधन और परिचालन व रखरखाव पर विचार करते हुए ग्राम कार्य योजनाएं तैयार करने के लिए जिम्मेदार हैं। इसका उद्देश्य ग्राम पंचायत और उप समिति के सदस्यों की क्षमता बढ़ाना भी है, जिससे गांव में एक उत्तरदायी और जिम्मेदार नेतृत्व तैयार किया जा सके, जो गांव में जल आपूर्ति आधारभूत ढांचे का प्रबंधन, योजना, परिचालन एवं रखरखाव जैसे काम कर सके।

आइए एक नजर डालते हैं मोदी सरकार द्वारा जल संरक्षण के लिए किए गए इंतजामों पर…

  • इस साल 7 फरवरी तक 17,137 चेकडैमों का निर्माण
  • इस साल 7 फरवरी तक 16,308 नालों का निर्माण
  • 72,495 तालाबों को क्रियाशील बनाया गया
  • गांवों में मनरेगा बनी जल संरक्षण के लिए वरदान
  • मनरेगा में सूचीबद्ध कार्यों में 46 जल संरक्षण से संबंधित
  • वर्षा जल के संग्रहण के लिए ‘‘कैच द रेन’’ अभियान शुरू
  • आर्सेनिक एवं फ्लोराइड प्रभावित बस्तियों में शुद्ध पेयजल
  • कॉर्पोरेट जल दायित्व को अपनाने की अपील की गई
  • 5 वर्षों में स्‍वच्‍छ गंगा मिशन में व्‍यापक सुधार
  • 5 सालों में गांगेय डॉल्फिन की संख्या 10 से बढ़कर 2000 हुईं
  • मोदी सरकार ने स्‍वच्‍छ गंगा कोष बनाने की स्‍वीकृति दी
  • नमामि गंगे मिशन द्वारा गंगा और सहायक नदियों का संरक्षण
  • 7 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का काम पूरा
  • 21,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर
  • 2022 तक पूरी तरह बंद होंगे गंगा में गिरने वाले गंदे नाले
  • अंतर्राज्यीय नदी जल विवाद (संशोधन) विधेयक, 2019 को मंजूरी
  • पहले चरण में देश की 30 नदियों को जोड़ने की योजना

जल संचय केंद्र बने गांव

  • पीएम मोदी ने सरपंचों और ग्राम प्रधानों को लिखा पत्र
  • ग्राम सभाओं में पीएम मोदी का पत्र पढ़ा गया
  • पानी के संचयन में ग्रामीण जन भागीदारी को बढ़ावा
  • गांव की जरूरतों के मुताबिक पानी से जुड़ी योजनाओं पर जोर
  • ग्राम पंचायतों में पानी समिति का गठन
  • पानी समिति के खाते में सीधे पैसा भेजने का प्रावधान

 

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