भारतवंशी ऋषि सुनक ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रच दिया है। ऋषि सुनक ने मंगलवार (25 अक्टूबर, 2022) को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद ऋषि सुनक ने वादा किया कि वह संकटग्रस्त देश की जरूरतों को ‘राजनीति से ऊपर’ रखेंगे और अपनी पूर्ववर्ती द्वारा की गई ‘गलतियों को दुरुस्त’ करेंगे। सुनक ने जोर दिया कि उन्होंने जिस उच्च पद को स्वीकार किया है, उससे वह ‘दबाव में नहीं’ हैं। सबसे खास बात यह है कि दिवाली के समय ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने भारतवंशी के बिट्रिश प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी हुई थी। ऋषि सुनक को दिवाली के दिन ही कंजर्वेटिव पार्टी का निर्विरोध नेता चुना गया।
I will unite our country, not with words, but with action.
I will work day in and day out to deliver for you.
Watch my speech from Downing Street ? pic.twitter.com/diOBuwBqXc
— Rishi Sunak (@RishiSunak) October 25, 2022
दिवाली के समय ऋषि सुनक बने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री
जिस दिन ब्रिटेन को पहला भारतवंशी हिंदू प्रधानमंत्री मिला, उस दिन भारत समेत पूरा विश्व दिवाली मना रहा था। ठीक दिवाली के दिन पेनी मॉर्डंट के दौड़ से हटने की घोषणा के बाद सुनक को कंजरवेटिव पार्टी का निर्विरोध नेता चुन लिया गया। इससे भारत सहित पूरे विश्व के हिन्दुओं की दिवाली की खुशी और बढ़ गई। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऋषि सुनक के नाम का ऐलान होते ही ट्वीट कर बधाई दी और भविष्य में साथ काम करने की उम्मीद जताई।
Warmest congratulations @RishiSunak! As you become UK PM, I look forward to working closely together on global issues, and implementing Roadmap 2030. Special Diwali wishes to the ‘living bridge’ of UK Indians, as we transform our historic ties into a modern partnership.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2022
दिवाली के समय हुई थी पीएम बनने की भविष्यवाणी
हैरानी की बात यह है कि सात साल पहले दिवाली के समय ही ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने जो भविष्यवाणी की थी, वो 2022 में दिवाली के समय ही सच साबित हो गई। साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रिटेन की यात्रा पर गए थे और उसी यात्रा के दौरान 11 नवंबर, 2015 को दीपावली थी और 17 नवंबर, 2015 को लंदन के वेम्बले स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। वेम्बले स्टेडियम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए ब्रिटेन के उस वक्त के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने कहा था कि वह दिन दूर नहीं, जब कोई भारतीय मूल का शख्स ब्रिटेन का प्रधानमंत्री होगा।
दिवाली पर दीये जलाते नजर आए ऋषि सुनक
ऋषि सुनक एक धर्मनिष्ठ हिन्दू है। उनकी हिंदू धर्म में गहरी आस्था है। पश्चिमी सभ्यता में रहने के बावजूद उनका अपने धर्म से खास लगाव है। इसीलिए ब्रिटेन का वित्त मंत्री बनने के बाद पहली दिवाली मनाते हुए वह अपने आवास 11, डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर भी दिवाली के दीये जलाते नजर आए थे। उन्होंने कहा था कि नवंबर 2020 में 11 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर दिवाली के लिए दीये जलाना, उनकी जिंदगी के सबसे ज्यादा गर्व के क्षण थे।
पीएम के रूप में भाषण देते समय कलाई में बांधा कलावा
ऋषि को अपने हिंदू होने और अपनी भारतीय जड़ों पर गर्व रहा है। सुनक ने प्रधानमंत्री के तौर पर हाल के दशकों में 10 डाउनिंग स्ट्रीट (ब्रिटेन प्रधानमंत्री आवास) से सबसे लंबा प्रथम भाषण दिया। उन्होंने पांच मिनट 56 सेकंड संबोधित किया। इस दौरान ऋषि सुनक के कलाई पर कलावा या मौली बंधा नजर आया। हिंदू धर्म में कलावा (रक्षासूत्र) का विशेष महत्व बताया गया है। इसे पूजा या अन्य तरह की धार्मिक क्रियाओं को पूरा करने के बाद भी बांधा जाता है।
ऋषि सुनक की हिन्दू धर्म में गहरी आस्था
साल 2017 में जब ऋषि सुनक को ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने अपनी कैबिनेट में शामिल किया था, उस समय ऋषि सुनक ने अपने धार्मिक विश्वास को लेकर कहा था कि वे अब एक ब्रिटिश नागरिक हैं, लेकिन उनका धर्म हिंदू है। उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत भारतीय है। ऋषि सुनक ने कहा था कि, ‘मैं गर्व से कहता हूं कि मैं एक हिंदू हूं और हिंदू होना ही मेरी पहचान है।’
बतौर सांसद भगवद्गीता के नाम पर शपथ ली
सुनक 2015 में रिचमंड, यॉर्कशायर से पहली बार संसद सदस्य (सांसद) बने। उन्होंने बतौर सांसद भगवद्गीता के नाम पर शपथ ली। फरवरी 2020 में उन्हें ब्रिटेन के सबसे महत्वपूर्ण कैबिनेट पद, वित्त मंत्री के रूप में नामित किया गया। पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने कोरोना के कारण जब देशव्यापी लॉकडाउन लगाया तब सुनक ने लाखों लोगों की नौकरियां बचाने के लिए व्यापक वित्तीय पैकेज घोषित किया।
सुनक का पीएम बनना ब्रिटिश हिंदुओं के लिए ओबाबा मोमेंट
गौरतलब है कि ऋषि सुनक अपने जन्मस्थान हैंपशायर में एक मंदिर में रोजाना जाते थे। अंतिम बार वे जुलाई में वहां गए थे। उस दौरान उन्होंने भंडारा किया था। यह भंडारा उनका परिवार हर साल करता है। सुनक के दादा रामदास सुनक ने 1971 में लंदन से 110 किलीमीटर दूर साउथैम्पटन में वैदिक सोसाइटी हिंदू मंदिर का निर्माण किया था। इस मंदिर के पदाधिकारी संजय चंद्राना ने कहा कि सुनक का ब्रिटेन का पीएम बनना ब्रिटिश हिंदुओं के लिए ओबाबा मोमेंट हैं।