Home समाचार जरूरत के समय देश से बाहर क्यों रहते हैं राहुल गांधी?

जरूरत के समय देश से बाहर क्यों रहते हैं राहुल गांधी?

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पिता राजीव गांधी से सीखा जरूरत के वक्त  काम के समय देश से बाहर रहना

1971 के भारत-पाक युद्ध के समय  देश सेवा करने के बजाय छुट्टी लेकर सपरिवार इटली चले गए थे राजीव गांधी

देश में देश का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा है और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और भावी नेतृत्व राहुल गांधी देश से बाहर छुट्टियां मना रहे हैं। क्या आपको पता है कि वह देश से बाहर क्यों हैं? अक्सर ऐसा होता है जब देश को दिशा देने की जरूरत होती है, राजनीति को एक नए मुकाम पर ले जाने की बात होती है तो वहां से राहुल गांधी नदारद होते हैं। ऐसा क्यों होता है? क्या कभी ऐसा किसी ने सोचा है? कांग्रेस पार्टी के नेता जब तक कांग्रेस पार्टी में रहेंगे, इस तरीके से सोचने की उन पर पाबंदी रहेगी लेकिन देश के बाकी लोग इस पर विचार करें कि आखिरकार ऐसा क्यों होता है?

आइए इस रहस्य को समझने का प्रयास करते हैं। हम सब जानते हैं कि सोनिया गांधी जन्म से भारतीय नहीं हैं। राजीव गांधी से विवाह होने के बाद वह भारत आईं। सोनिया गांधी ने विवाह के वर्षों बाद भारत में नागरिकता के लिए आवेदन दिया और अधिकारिक रूप से भारत की नागरिक बनीं। सोनिया गांधी सार्वजनिक मंच से कहती हैं कि वह आखिरी सांस तक भारतीय रहेंगी। सच बात है… अधिकारिक रूप से वह भारत की नागरिक हो चुकी हैं। लेकिन दिल से भारत को अपना देश अब भी अपना नहीं पाईं हैं, उनके लिए आज भी भारत विदेश है और इटली स्वदेश। ऐसा कहने या मानने का आधार ये है कि देश को अब तक नहीं पता कि वह किस बीमारी से पीड़ित हैं, जिसका इलाज कराने बार-बार अमेरिका जाती हैं। क्या उस बीमारी का इलाज इस देश में नहीं है या यहां के स्वास्थ्य तंत्र पर भरोसा नहीं है? यह एक उदाहरण है।

राहुल गांधी के साथ भी वैसा ही है। अभी कुछ दिन पहले तक सहारनपुर में दलितों के नाम पर और मंदसौर में किसानों के नाम पर हिंसक आंदोलन की साजिश रची गई। बाद में, उसका राजनीतिक लाभ लेने के लिए हिंसा की आग को भड़काने का प्रयास किया जाने लगा। जब लगने लगा कि राजनीतिक रोटी नहीं सेंकी जा रही, तो छुट्टी मनाने इटली चल दिए। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि राहुल गांधी ने विरासत में केवल पार्टी नेतृत्व का पद ही नहीं, युवराज और शहजादा होने का चरित्र भी सीखा है।

राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बनने से पहले एक भारतीय वायु सेवा में नियमित पायलट थे। सन् 1971 में जब भारत-पाकिस्तान का युद्ध हुआ था, तब भारत सरकार ने सभी पायलटों की छुट्टियां रद्द कर दी थीं। उस दौरान इंडियन एयरलाइंस में सिर्फ एक पायलट को छुट्टी दी गई थी और वह पायलट थे। कांग्रेस (ई) के युवराज और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सुपुत्र राजीव गांधी। भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान राजीव गांधी, सोनिया गांधी और अपने बच्चों प्रियंका और राहुल के साथ स्वदेश छोड़ दिया और इटली चले गए। उन्हें किस बात का डर था? राजीव गांधी तो अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन सोनिया गांधी हैं। उन्हें बताना चाहिए कि 1971 के युद्ध के समय जब देश के सभी पायलटों की छुट्टियां रद्द की गई, तब राजीव गांधी को छुट्टी कैसे और क्यों मिली? क्या तब देशभक्ति का ज्वार नहीं उठा था? क्या तब भारत की ताकत पर भरोसा नहीं था जो सपरिवार देश छोड़कर इटली चले गए थे? इस रहस्य से पर्दा उठना चाहिए।

राजीव गांधी इटली से सपरिवार भारत तब लौटे जब युद्ध का बवंडर शांत हो चुका था। पाकिस्तानी सेना का मेजर जनरल आत्मसमर्पण कर चुका था। यानी जब देश की सेवा करने का वक्त आया तो राजीव गांधी ने पीठ दिखा दी। राहुल गांधी तो उसी कर्तव्य विमुख पिता के पुत्र हैं।

 

राहुल गांधी की छुट्टियों पर एक नजर –

  • दिसंबर 2016 में जब कांग्रेस पार्टी नोटबंदी को लेकर विरोध कार्यक्रमों की धार तेज कर रही थी, राहुल ठीक उसी वक्त विदेश चले गए। उनकी गैरमौजूदगी ने विरोध की धार को कुंद कर दिया।
  • बीते वर्ष देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का माहौल था। उसी समय राहुल गांधी अपनी खाट सभाओं को छोड़कर नए साल की छुट्टियां मनाने लंदन थे।
  • 2015 में भी बिहार चुनाव के ठीक पहले राहुल गांधी फ्रांस थे।
  • राहुल की सबसे चर्चित छुट्टी फरवरी 2015 की थी। वह अचानक देश से बाहर चले गए और जब 57 दिनों बाद दिल्ली लौटे तो पता चला कि वह बैंकाक, म्यामांर घूमने गए थे। उन्होंने ध्यान करना भी सीखा।
  • राहुल गांधी नवंबर 2014 में अचानक गायब हो गए थे। सवाल संसद तक में उठा तो कांग्रेस को बचाव में उतरना पड़ा था।
  • राहुल गांधी 2014 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले गुप्त स्थान पर छुट्टियां मनाने चले गए थे। इसी बीच एक खुली जीप पर घूमते राहुल की फोटो सामने आई थी और बताया गया था कि यह रणथंभौर के नेशनल पार्क की है।
  • उत्तराखंड बाढ़ के समय जून 2013 में भी राहुल गांधी विदेश में छुट्टी मना रहे थे। उस वक्त उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार थी।
  • साल 2012 में हद तब हो गई थी जब वे नए साल की छुट्टियां मनाने फ्रांस चले गए थे जिसमें एक फोटो में वो एक युवती के साथ दिखाई दिए थे।

 

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