कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। न्यूज एजेंसी ANI के साथ बातचीत वाले इस वीडियो में प्रियंका वाड्रा आतंकवाद को फिजूल का मुद्दा बता रही हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को लखनऊ में कहा कि आतंकवाद का मुद्दा फिजूल है और बीजेपी वाले चुनाव की वजह से इस मुद्दे को उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन फिजूल की बातों का जवाब देने की मुझे जरूरत ही नहीं है। मैं समझती हूं कि ये फिजूत की बातें हैं। देखिए वीडियो-
प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘प्रियंका गांधी कहती हैं कि आतंकवाद जैसी फिजूल बातों के लिए उनके पास टाइम नहीं है। ये कांगेस, सपा और बसपा वालों ने हमेशा आतंकवादियों को बचाने के लिए कोर्ट के दरवाजे खटखटाएं हैं। इन्होने वोटबैंक के लालच में देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई को कमजोर किया है।’
प्रियंका गांधी कहती हैं कि आतंकवाद जैसी फिजूल बातों के लिए उनके पास टाइम नहीं है।
ये कांगेस, सपा और बसपा वालों ने हमेशा आतंकवादियों को बचाने के लिए कोर्ट के दरवाजे खटखटाएं हैं।
इन्होने वोटबैंक के लालच में देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई को कमजोर किया है। pic.twitter.com/Ancr5SFuUX
— Amit Shah (@AmitShah) February 21, 2022
कांग्रेसी शासन काल में देश आंतकवाद से सबसे ज्यादा पीड़ित रहा है और देश कि दो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी इसके शिकार बने हैं। यूपीए शासनकाल में अक्सर कहीं ना कहीं आतंकी वारदात होते रहते थे। ऐसे में प्रियंका गांधी वाड्रा के आतंकवाद को फिजूल की बात बताए जाने के बाद सोशल मीडिया पर इसी की बारे में चर्चा हो रही हैं। प्रियंका के बयान का वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी नेता केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया, “आतंकवाद फ़िज़ूल की बात कहना देश रक्षा और सुरक्षा आतंकवादियों से लोहा लेते हुए बलिदानी सुरक्षा बलों का और हमलों में मारे गए लोगों के परिजनों के घावों में नमक डालने का काम किया है। श्रीमती प्रियंका गांधी जी आपने इसके लिए देश माफ़ नहीं करेगा।”
आतंकवाद फ़िज़ूल की बात कहना देश रक्षा और सुरक्षा आतंकवादियों से लोहा लेते हुए बलिदानी सुरक्षा बलों का और हमलों में मारे गए लोगों के परिजनों के घावों में नमक डालने का काम किया है श्रीमती प्रियंका गांधी जी आपने इसके लिए देश माफ़ नहीं करेगा
pic.twitter.com/vk8GTYWcim— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) February 21, 2022
सोशल मीडिया पर यूजर्स प्रियंका वाड्रा को लताड़ लगा रहे हैं।
अगर प्रियंका वाड्रा ने ऐसा कहा है तो इसका मतलब उनके अनुसार राजीव गांधी और इंद्रा गांधी की मृत्यु फिजूल थी ???? https://t.co/s6m5cMObEv
— Bhupendra Singh Sikarwar (@Bhupenddra224) February 22, 2022
आतंकवादी…ये… वो… फ़िज़ूल की बातें हैं !!!!
-प्रियंका गांधीमतलब????
— Anamika Jain Amber (@anamikamber) February 21, 2022
आतंकवाद के मुद्दे पर प्रियंका वाड्रा कह रही है ये फ़िज़ूल का मुद्दा है ।
गाँधी परिवार की नज़रों में आतंकवादीं शायद शांतिदूत होंगे ।— Monu Gujjar Katesra ?? (@MonuMukker) February 21, 2022
प्रियंका गांधी की नजर में इंदिरा गांधी व राजीव गांधी की हत्याएं होना!
‘फिजूल की बातें’ थीं! pic.twitter.com/L05YPGHnzj
— N K khaitan (@khaitan48) February 21, 2022
मनमोहन कार्यकाल मई 2004 से 2013 तक के आंकड़े देखें इन 10 सालों में 9,739 आतंकी
घटनाएं हुईं जिसमें 4,005 आतंकी मारे गए। 1,055 जवान शहीद हुए और 2,081 आम लोगों की जान गई। मनमोहन के 10 साल में हर दिन औसतन 2 से ज्यादा आतंकी घटनाएं हुईं और प्रियंका कह रही थी फिजूल की बात। @INCIndia pic.twitter.com/dhrumhzaXT— Rajiv Ojha राजीव ओझा (@rajivojha9) February 21, 2022
पूरी दुनिया आतंकवाद से परेशान है,और प्रियंका वाड्रा को लगता है कि आतंकवाद फिजूल की बात है।और ये फिजूल कभी उनके साथ हो गया फिर ….
— Kavita Panwar Sankhla (@KSankhl) February 21, 2022
Is Ms. Priyanka Vadra saying the tragic deaths of her grandmother and father are “फ़िज़ूल की बातें”?pic.twitter.com/lzwGz6CqWr
— Nupur Sharma (@NupurSharmaBJP) February 21, 2022
For PRIYANKA VADRA & Congress NATIONAL SECURITY & TERROR IS FIZUL KI BAAT ?
No wonder there were attacks every month Mumbai/Pune/Varanasi / Hyderabad /Delhi /Jaipur / etc where scores lost their lives
Those who lost lives also FIZUL KI BAAT?
Insult of the victims of terror
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) February 21, 2022
ये काँग्रेस वाले ही तो पोषक तत्व है आतंक के ll pic.twitter.com/E2NpTVJGcz
— ??????? (@iamgopalsingh) February 21, 2022
कल को शायद यह भी बोल दे यह लोग की आतंकवाद फिजूल की बात है इंदिरा गांधी ट्रेडमिल पे रनिंग करते हुए हार्ट अटैक से मर गई थी और राजीव गांधी सेल्फी लेते हुए पहाड़ से गिर गए थे ।।
— Animesh (@botwhocanvote) February 21, 2022