प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहा है कि यह सिलिकॉन कूटनीति का युग है और हम भारत को सेमीकंडक्टर पावर हाउस बनाने के लिए हर कदम उठाएंगे। आज 11 सितंबर को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में सेमीकॉन इंडिया 2024 का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि ‘हमने सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग को आगे बढ़ाने के लिए बहुत सारे कदम उठाए हैं। भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने के लिए 50 परसेंट सपोर्ट भारत सरकार दे रही है। इसमें राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर और मदद कर रही हैं। भारत में 360 डिग्री अप्रोच के साथ काम हो रहा है। हमारी सरकार भारत में पूरे सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन इकोसिस्टम को आगे बढ़ा रही है। मैंने इस साल लाल किले से कहा है- हमारा सपना है कि दुनिया की हर डिवाइस में इंडियन मेड चिप हो। सेमीकंडक्टर पावर हाउस बनने के लिए जो भी जरूरी होगा, भारत वो सब करने वाला है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आप लोगों ने ऑयल कूटनीति का नाम सुना है, आज का युग सिलिकॉन कूटनीति का युग है। इसी साल भारत इंडो पैसिफिक इकनोमिक फ्रेमवर्क की सप्लाई चेन काउंसिल का उपाध्यक्ष चुना गया है। हम QUAD सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन इनिशिएटिव के भी बड़े पार्टनर हैं और हाल ही में हमने जापान और सिंगापुर समेत कई देशों के साथ एग्रीमेंट भी साइन किए हैं। इस सेक्टर में अमेरिका के साथ भी भारत अपना सहयोग लगातार बढ़ा रहा है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार देश में चिप उत्पादन की संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि हर डिवाइस को भारत में निर्मित चिप्स से लैस किया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का आठवां देश है, जहां ग्लोबल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री से जुड़ा ये भव्य आयोजन हो रहा है। और मैं कह सकता हूं कि आप सही समय पर, सही जगह पर हैं।
उन्होंने कहा कि टभारत की आकांक्षी और टेक ऑरिएंटेंड सोसायटी बहुत ही यूनीक है। भारत के लिए चिप का मतलब सिर्फ एक टेक्नॉलॉजी भर नहीं है। हमारे लिए, ये करोड़ों आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम है। आज भारत चिप का एक बहुत बड़ा कंज्यूमर है। इसी चिप पर हमने दुनिया का सबसे बेहतरीन डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ड किया है। भारत में लास्ट माइल डिलीवरी सुनिश्चित करने में आज ये छोटी सी चिप बड़े – बड़े काम आ रही है। कोरोना जैसे महासंकट में जब दुनिया के मजबूत से मजबूत बैंकिंग सिस्टम भी चरमरा गए, तब भारत में बैंक बिना रुके चल रहे थे। भारत का यूपीआई हो, रूपे कार्ड हो, डिजी लॉकर से लेकर डिजि यात्रा तक अलग-अलग तरह के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, भारत के लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम, सिर्फ भारत की ही नहीं बल्कि ग्लोबल चुनौतियों को भी सोल्यूशन देता है। और इसलिए मुझे खुशी है कि भारत अलग-अलग सेक्टर्स में रेजिलिएंस पैदा करने के लिए मिशन का एक अहम हिस्सा है। और हमें एक और बात याद रखनी है। टेक्नोलॉजी के साथ जब डेमोक्रेटिक वैल्यूज जुड़ जाती हैं तो टेक्नोलॉजी की पॉजिटिव एनर्जी ताकत बढ़ जाती है। हम एक ऐसी दुनिया बनाना चाहते हैं, जो संकट के समय भी रुके नहीं, ठहरे नहीं- निरंतर चलती रहे।’