प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि अब परिस्थितियां बदल रहीं हैं, आज दुनिया भारत को विश्वबंधु के रूप में सम्मान दे रही है। पोलैंड दौरे पर वारसॉ में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज के भारत की नीति सारे देशों से समान रूप से नजदीकी बनाने की है। आज का भारत सबके साथ है और सबके बारे में सोचता है। अब परिस्थितियां बदल रहीं हैं। आज के भारत की नीति सभी देशों से नजदीकियां रखने की है। आज का भारत सबसे जुड़ना चाहता है। आज दुनिया भारत को विश्वबंधु के रूप में सम्मान दे रही है।
भारतीय समुदाय की ओर से अपने सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक हफ्ते से, भारत के मीडिया में आप ही लोग छाए हुए हैं, पोलैंड के लोगों की खूब चर्चा हो रही है, और पोलैंड के विषय में भी बहुत कुछ बताया जा रहा है। और एक हेडलाइन और भी चल रही है, और मीडिया में बताया जा रहा है कि 45 साल बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री पोलैंड आया है। ऐसे कई देश हैं, जहां दशकों तक भारत का कोई प्रधानमंत्री पहुंचा नहीं है। लेकिन अब परिस्थितियां दूसरी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का आज का भारत, अपनी पुरानी वैल्यूज, अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। आज दुनिया, भारत को उन खूबियों के कारण जानती है, जिसे भारतीयों ने सारी दुनिया के सामने साबित करके दिखाया है। हम भारतीयों को efforts, excellence और empathy के लिए जाना जाता है। हम दुनिया में जहां भी जाते हैं, हम भारत के लोग Maximum Efforts करते दिखाई देते हैं। Entrepreneurship हो, Care Givers हों या हमारा सर्विस सेक्टर हो। भारतीय अपने Efforts से अपना और अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं। पूरी दुनिया में भारतीय, Excellence के लिए भी पहचाने जाते हैं। आईटी सेक्टर हो या भारत के डॉक्टर्स हों, सभी अपनी excellence से छाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हम भारतीयों की एक पहचान empathy भी है। दुनिया के किसी देश में संकट आए, भारत पहला देश होता है जो मदद के लिए हाथ बढ़ाता है। कोविड आया, 100 साल की सबसे बड़ी आपदा आई, तो भारत ने कहा- Humanity First. हमने दुनिया के 150 से ज्यादा देशों को दवाइयां और वैक्सीन भेजी। दुनिया में कहीं भी भूकंप आता है, कोई प्राकृतिक आपदा आती है, भारत का एक ही मंत्र है- Humanity First. कहीं युद्ध हो तो भारत कहता है- Humanity First और इसी भाव से भारत दुनियाभर के नागरिकों की मदद करता है। भारत हमेशा first responder के रूप में सामने आता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत, बुद्ध की विरासत वाली धरती है। और जब बुद्ध की बात आती है तो जो युद्ध नहीं, शांति पर विश्वास करती है। इसलिए, भारत इस रीजन में भी स्थाई शांति का एक बड़ा पैरोकार है। भारत का मत एकदम साफ है- ये युद्ध का युग नहीं है। ये उन चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट होने का समय है, जिनसे मानवता को सबसे बड़े खतरे हैं। इसलिए भारत, डिप्लोमेसी और डॉयलॉग पर बल दे रहा है।
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारतीय, डायवर्सिटी को जीना भी जानते हैं, सेलिब्रेट करना भी जानते हैं। और इसीलिए, हर सोसायटी में हम आसानी से घुल-मिल जाते हैं। पोलैंड में तो भारत के बारे में जानने, समझने और पढ़ने की एक पुरानी परंपरा रही है। ये हमें यहां की यूनिवर्सिटीज़ में भी देखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि आज का भारत, अभूतपूर्व scale, speed और solutions पर काम कर रहा है। भारत में पिछले 10 साल में 250 मिलियन लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। और 250 मिलियन मतलब ये संख्या फ्रांस, जर्मनी और यूके की टोटल पॉपुलेशन से भी ज़्यादा है। 10 साल में गरीबों के लिए 40 मिलियन पक्के घर बनाए हैं, और हम 30 मिलियन और घर बनाने वाले हैं। और अगर पोलैंड में आज 14 मिलियन हाउसहोल्ड हैं, तो हमने सिर्फ एक दशक में करीब 3 नए पोलैंड बसाए हैं। 10 साल में भारत में 500 मिलियन जनधन बैंक अकाउंट्स खुलवाए हैं। ये संख्या पूरे यूरोपियन यूनियन की पॉपुलेशन से ज़्यादा है। यूरोपियन यूनियन की पॉपुलेशन के बराबर ही, हर रोज़ भारत में UPI से डिजिटल ट्रांजेक्शन होता है। यूरोपियन यूनियन की कुल आबादी से ज़्यादा भारतीयों को सरकार 5 लाख रुपये का फ्री हेल्थ इंश्योरेंस देती है। पिछले एक दशक में भारत में Broadband users की संख्या भी 60 मिलियन से बढ़कर 940 मिलियन से ज्यादा हो चुकी है। यानि यूरोप और USA की population को मिला दें, करीब उतने लोग आज भारत में Broadband का यूज़ करते हैं। बीते दशक में, करीब 7 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाया गया है। ये हमारी पृथ्वी के चारों ओर सत्तर बार चक्कर लगाने जितना है। भारत ने 2 साल के भीतर ही, देश के हर जिले तक 5G नेटवर्क पहुंचाया है। अब हम मेड इन इंडिया 6G नेटवर्क पर काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत जो भी करता है, वो नया रिकॉर्ड बन जाता है, इतिहास रच जाता है। भारत ने 100 से ज्यादा सैटेलाइट एक साथ लॉन्च किए थे। ये भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है। अभी दो दिन बाद 23 अगस्त को ही National Space Day है। इसी दिन भारत ने चंद्रमा के साउथ पोल में अपना चंद्रयान उतारा। जहां कोई देश नहीं पहुंच पाया, वहां भारत पहुंचा है। भारत, दुनिया का तीसरा बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। आज का भारत, एक स्वर, एक भाव से एक विकसित भविष्य लिखने में जुटा है। आज भारत अवसरों की धरती है। आपको भी भारत की ग्रोथ स्टोरी से अधिक से अधिक जुड़ना है। और आपको भारत के टूरिज्म का ब्रैंड एंबेसेडर भी बनना है। आपका हर प्रयास, आपके भारत को विकसित भारत बनाने में मदद करेगा।